लखनऊ: उत्तर प्रदेश के अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री मोहसिन रजा ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में कामगार-श्रमिकों की स्किल मैपिंग को लेकर कई जानकारियां साझा कीं. उन्होंने कहा कि स्किल मैंपिंग का कार्य पूरे प्रदेश में तेजी के साथ किया जा रहा है. इस दौरान उन्होंने श्रमिकों को रजिस्ट्रेशन के लिए इधर-उधर भटकना न पड़े, इसको लेकर भी जानकारी दी. वहीं श्रमिकों पर हो रही राजनीति को लेकर कांग्रेस पर कई सवाल खड़े किए.
खास हुनर की जानकारी कहां दें श्रमिक
राज्य मंत्री मोहसिन रजा ने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी ने स्किल मैपिंग का काम शुरू कर दिया है, जिसके तहत अभी तक 18 लाख लोगों के आंकड़े जुटाए जा चुके हैं. कोरोना महामारी में जो अलग-अलग राज्यों से श्रमिक वापस आए हैं, उनको लेकर भी मुख्यमंत्री गंभीर हैं. रजिस्ट्रेशन के लिए प्रत्येक जिले में एक टीम गठित की गई है. इस टीम के माध्यम से श्रमिकों का रजिस्ट्रेशन होगा, जिसके बाद ऑनलाइन माध्यम से ये पता कर लिया जाएगा कि उनके अंदर कौन सा हुनर है, कौन सा काम श्रमिक बेहतर कर सकते हैं. इन सबको लेकर मुख्यमंत्री योगी काफी तेजी से काम कर रहे हैं.
स्किल मैपिंग के जरिए लाखों की संख्या में कैसे देंगे रोजगार-
मोहसिन रजा ने बताया कि उत्तर प्रदेश में 90 लाख एमएसएमई की इकाइयां काम कर रही हैं. इन सब में हम श्रमिकों को लगाएंगे. ऐसे में 90 लाख श्रमिकों को काम करने की जगह मिल जाएगी. श्रमिक भाई हमारी ताकत हैं, जिन्होंने दूसरे राज्यों में जाकर अपने काम का लोहा मनवाया है. ऐसे समय में जब कोरोना से लंबी लड़ाई लड़नी हैं तो श्रमिक भाइयों के लिए खासतौर पर हुनर के हिसाब से काम दिया जाएगा, जिसके लिए हमारे पास तमाम स्रोत हैं.
रोजगार के लिए लोन लेने में मशक्कत से मिलेगी निजात-
राज्य मंत्री ने मोहसिन रजा ने बताया कि ईमानदारी के साथ मुख्यमंत्री योगी कामगार-श्रमिकों के लिए काम कर रहे हैं. श्रमिकों के लिए पूरी योजना बन चुकी है. हुनर के हिसाब से कौन किस क्षेत्र में काम कर पाएगा, इसे देखते हुए श्रमिकों को समाहित किया जाएगा. कामगार, श्रमिकों को एमएसएमई के तहत मदद दी जाएगी और किसी भी तरह की कोई समस्या नहीं आने दी जाएगी.
श्रमिकों को लेकर हो रही राजनीति
श्रमिकों को लेकर राजनीति करने के सवाल पर मोहसिन रजा ने कांग्रेस पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि प्रदेश और देश में जहां-जहां पर कांग्रेस शासित प्रदेश हैं, वहां हमारे श्रमिकों को खाना नहीं मिला. श्रमिक भाइयों को तमाम परेशानियों का सामना करना पड़ा. इन श्रमिकों को अलग-अलग राज्यों से के लिए मुख्यमंत्री योगी ने 1100 से ज्यादा ट्रेनें केंद्र सरकार से मांगी थीं. वहीं श्रमिकों को लाने के लिए अन्य राज्यों ने ऐसा नहीं किया. उत्तर प्रदेश में श्रमिकों की संख्या बहुत है. विपक्ष ने हमेशा गरीबों का दोहन किया है, लेकिन अब ये साफ दिख रहा है कि कांग्रेस का कहीं भी ड्रामा चलने वाला नहीं है. जब प्रदेश और देश कोरोना से लड़ रहा है तो ऐसे समय में कांग्रेस ओछी राजनीति कर रही है.