लखनऊ: पर्वतीय महापरिषद की ओर से आयोजित 10 दिवसीय उत्तरायणी कौथिग का दूसरे दिन आज यानि 15 जनवरी को सेना दिवस के नाम रहा. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रदेश के न्याय एवं कानून मंत्री बृजेश पाठक रहे. उन्होंने दीप प्रज्ज्वलित कर दूसरी सांस्कृतिक संध्या का उद्घाटन किया. सेना दिवस के अवसर पर पर्वतीय महापरिषद ने कई भूतपूर्व सैनिकों को सम्मानित किया, जिसमें कई वीर शहीदों के परिवार को प्रतीक चिन्ह भेंट किया गया.
छोटे बच्चों की हुई प्रतियोगिताएं
प्रतियोगिताओं में विभिन आयु वर्ग में 102 बच्चों ने एकल डांस में भाग लिया, जिसमें 3 से 8 वर्ष आयु वर्ग में प्रथम स्थान कनिष्का आर्या, द्वितीय स्थान पकार्क कार्की व तृतीय स्थान पर सांगवी रहीं. सांत्वना पुरस्कार भाव्या साह को दिया गया. वहीं 9 से 13 आयु वर्ग में प्रथम आद्या बिष्ट, द्वितीय ईशा किमोटी व तृतीय ओजस्वी एवं सांत्वना इषिता अरोड़ा को दिया गया. वहीं 13 से अधिक आयु वर्ग में प्रथम यषि शर्मा, द्वितीय नेहा मौर्या व तृतीय मोनिका मेहरा व सांत्वना धर्मेन्द्र आर्या व अनुश्री चैधरी को दिया गया. प्रतियोगिता के निर्णायकों में आकांक्षा आनंद व मेनका श्रीवास्तव थीं. संचालन आकाशवाणी के उद्वघोषक रहे केसी पंत ने किया.
उत्तरायणी कौथिग स्थल पर खजूर का गुड़, गडेरी, एक्यूप्रेशर का समान, बीकानेर की नमकीन, बनारसी साड़ियां, तन्दूरी चाय, राजस्थानी फूड, आलू के गुडुके सहित कई खाद्य प्रदार्थों के स्टाल लगे हुए हैं. वहीं कौशिश रेजीडेंसी हॉस्पिटल की ओर से मुफ्त चिकित्सा जांच शिविर लगा है, जिसमें प्रत्येक दिन अलग-अलग डाक्टरों की टीम रहती है. आज काॅडियोलाॅजिस्ट डाॅ. सुनिता कुमार ने जांच की.
उत्तराखण्ड के इतिहास को बताती पुस्तक प्रदर्शनी
उत्तरायणी कौथिग स्थल में पर्वतीय महापरिषद की ओर से पुस्तक प्रदर्शनी कवि व साहित्यकार धनसिह मेहता एवं साहित्यकार के एन चन्दोला की देख-रेख में लगाई गई है. जिसमें 'उत्तराखण्ड के इतिहास के आइने में' उत्तराखड के राज्य आन्दोलनकारियों की फोटो प्रदर्शनी में लगी है. मुजफ्फरनगर कांड, खटीमा गोलीकांड सहित विभिन्न विषयों के साहित्य की पुस्तकें हैं.
शाम को हुए सांस्कृतिक कार्यक्रम
शाम को सांस्कृतिक कार्यक्रम हुए, जिसमें उत्तराखण्ड के लोक गीत व नृत्य प्रस्तुत किए गए. कार्यक्रम में आए लोगों ने पर्वतीय नृत्य और गीतों का आनंद लिया. कार्यक्रम का संचालन महेंद्र सिंह रावत के द्वारा किया गया.