लखनऊ: एलयू में कॉमर्स विभाग के सेंटर फॉर एक्सीलेंस के अंतर्गत मंगलवार से 14 दिवसीय 'एंटरप्रेन्योरियल रिसर्च' विषय पर कार्यक्रम की शुरुआत हुई, जिसके अंतर्गत 18 जनवरी तक ऑनलाइन शिक्षक विकास कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा. कार्यक्रम में अपर मुख्य सचिव सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम डॉ. नवनीत सहगल ने देश के युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए उद्यमिता के प्रभाव पर चर्चा की.
युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए एंटरप्रेन्योरशिप प्रभावशाली: डॉ. नवनीत सहगल - entrepreneurship is best way of self reliant
लखनऊ विश्वविद्यालय में कॉमर्स विभाग के सेंटर फॉर एक्सीलेंस के अंतर्गत मंगलवार से 14 दिवसीय 'एंटरप्रेन्योरियल रिसर्च' विषय पर कार्यक्रम की शुरुआत हुई.
युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए एंटरप्रेन्योरशिप प्रभावशाली
लखनऊ: एलयू में कॉमर्स विभाग के सेंटर फॉर एक्सीलेंस के अंतर्गत मंगलवार से 14 दिवसीय 'एंटरप्रेन्योरियल रिसर्च' विषय पर कार्यक्रम की शुरुआत हुई, जिसके अंतर्गत 18 जनवरी तक ऑनलाइन शिक्षक विकास कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा. कार्यक्रम में अपर मुख्य सचिव सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम डॉ. नवनीत सहगल ने देश के युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए उद्यमिता के प्रभाव पर चर्चा की.
कार्यक्रम का उद्घाटन कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय ने किया. कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती वंदना से हुई. इस मौके पर अपर मुख्य सचिव सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम डॉ. नवनीत सहगल ने जीडीपी, रोजगार और देश के युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने पर उद्यमिता के प्रभाव पर कई महत्वपूर्ण चर्चा की. उन्होंने कहा कि देश भर में सबसे अधिक एमएसएमई की संख्या उत्तर प्रदेश में है. इसलिए प्रदेश के युवाओं के आत्मनिर्भर बनने की अधिक संभावना है. उन्होंने कहा कि कॉमर्स विभाग स्टूडेंट्स को एंटरप्रेन्योरशिप की ऐसी शिक्षा दें कि वह भविष्य में अन्य लोगों को रोजगार उपलब्ध करा सकें, न कि नौकरी पाने की लाइन में खड़े रहें. साथ ही एंटरप्रेन्योरशिप को प्रोत्साहित करने के लिए छात्रों को सरकार की योजनाओं के बारे में जागरूक करने को कहा. उन्होंने कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय द्वारा लखनऊ विश्वविद्यालय में एंटरप्रेन्योरशिप सेल के आईडिया को भी सराहा.
एंटरप्रेन्योरशिप सेल खोलने की प्रक्रिया
लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय ने महिला उद्यमिता के महत्व और उद्यमिता के लिए क्षमता निर्माण पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय एक एंटरप्रेन्योरशिप सेल खोलने की प्रक्रिया में आगे बढ़ रहा है. इसके लिए राज्य एजेंसियों से सहयोग मांगा जा सकता है. वहीं कार्यक्रम में वाणिज्य विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर अवधेश कुमार, प्रोफेसर राममिलन, डॉ. गीतिका टी.कपूर समेत अन्य शामिल हुए.
कार्यक्रम का उद्घाटन कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय ने किया. कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती वंदना से हुई. इस मौके पर अपर मुख्य सचिव सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम डॉ. नवनीत सहगल ने जीडीपी, रोजगार और देश के युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने पर उद्यमिता के प्रभाव पर कई महत्वपूर्ण चर्चा की. उन्होंने कहा कि देश भर में सबसे अधिक एमएसएमई की संख्या उत्तर प्रदेश में है. इसलिए प्रदेश के युवाओं के आत्मनिर्भर बनने की अधिक संभावना है. उन्होंने कहा कि कॉमर्स विभाग स्टूडेंट्स को एंटरप्रेन्योरशिप की ऐसी शिक्षा दें कि वह भविष्य में अन्य लोगों को रोजगार उपलब्ध करा सकें, न कि नौकरी पाने की लाइन में खड़े रहें. साथ ही एंटरप्रेन्योरशिप को प्रोत्साहित करने के लिए छात्रों को सरकार की योजनाओं के बारे में जागरूक करने को कहा. उन्होंने कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय द्वारा लखनऊ विश्वविद्यालय में एंटरप्रेन्योरशिप सेल के आईडिया को भी सराहा.
एंटरप्रेन्योरशिप सेल खोलने की प्रक्रिया
लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय ने महिला उद्यमिता के महत्व और उद्यमिता के लिए क्षमता निर्माण पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय एक एंटरप्रेन्योरशिप सेल खोलने की प्रक्रिया में आगे बढ़ रहा है. इसके लिए राज्य एजेंसियों से सहयोग मांगा जा सकता है. वहीं कार्यक्रम में वाणिज्य विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर अवधेश कुमार, प्रोफेसर राममिलन, डॉ. गीतिका टी.कपूर समेत अन्य शामिल हुए.