लखनऊ: राजधानी में पीएम नरेंद्र मोदी के 'आत्मनिर्भर भारत' से प्रेरित लखनऊ विश्वविद्यालय ने एमबीए (उद्यमिता और पारिवारिक व्यवसाय) शुरू किया है. प्रो. आलोक कुमार राय, कुलपति लखनऊ विश्वविद्यालय और प्रो. एमके अग्रवाल के नेतृत्व में एमबीए (उद्यमिता और पारिवारिक व्यवसाय) का शुभारंभ किया गया है. यह पाठ्यक्रम दो साल का होगा. यह एक पूर्णकालिक स्नातकोत्तर पेशेवर कार्यक्रम है. यह भारत में अर्थव्यवस्था और एम.एस.एम.ई क्षेत्र के पुनरुत्थान को सक्षम करने के लिए बनाया गया है
युवाओं को किया जाएगा प्रशिक्षित
लखनऊ विश्वविद्यालय एमबीए प्रोग्राम न केवल युवा उद्यमियों को स्टार्ट अप शुरू करने के लिए प्रशिक्षित करेगा. मौजूदा पारिवारिक व्यवसायों के साथ लोगों के कौशल को भी सामाजिक रूप से संवेदनशील बिजनेस लीडर्स बनने में सहायता करेगा. इस कोर्स के बाद लोग अपने परिवार के व्यवसाय को अधिक ऊंचाइयों तक ले जाने में सक्षम होंगे. यह नई पीढ़ी को परिवार और सामाजिक जरूरतों के लिए बनाए गए ढांचे के साथ तैयार करेगा. इस कार्यक्रम को कई नवीन शिक्षण विधियों द्वारा जैसे कि इनक्यूबेशन सेंटर, हैंड्स ऑन ट्रेनिंग और बौद्धिक संपदा अधिकार सेल के साथ जोड़ा जाएगा. इस प्रतिस्पर्धा वाले कारोबारी माहौल में पेटेंट की संख्या विकसित होगी.
बिजनेस लीडर बनने की मिलेगी ट्रेनिंग
इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट साइंसेज लखनऊ विश्वविद्यालय में एमबीए प्रोग्राम को पारिवारिक व्यवसायों के लिए डिजाइन किया गया है. इस पाठ्यक्रम के साथ छात्रों को व्यापार के मूल सिद्धांतों में एक व्यापक आधार प्राप्त होगा. साथ ही विशेष रूप से बुद्धिमान निर्णय लेने के लिए विश्लेषणात्मक उपकरणों के संदर्भ में आधार प्राप्त होगा. छात्रों को एक सक्षम उद्यमी और कल के लिए एक सफल पारिवारिक बिजनेस लीडर्स के रूप में विकसित किया जाएगा.