लखनऊ: प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा शुक्रवार को राजधानी के एक उपकेंद्र पहुंचे. इस दौरान खास बात ये रही कि वह अपनी वीआईपी गाड़ियों की फ्लीट से नहीं, बल्कि साइकिल चलाकर उपकेंद्र पहुंचे थे. उन्होंने कहा है कि वर्चुअल मीटिंग के जरिये लगातार बिजली विभाग के अधिकारियों से संपर्क कर निर्देश जारी होते रहते हैं, लेकिन जब ग्राउंड पर उतरकर रियलिटी चेक किया जाता है तो इसमें काफी अंतर पाया गया है.
ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने कहा कि अधिकारियों को सख्त निर्देश जारी किए गए हैं कि बिजली विभाग के सुधार के लिए तेजी से काम करें और निर्देशों पर अमल करें. इसके अलावा उन्होंने सभी से इलेक्ट्रिक वाहनों का इस्तेमाल करने की बात कही.
रियलटी चेक में मिली खामियां
ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा अपने आवास से साइकिल चलाकर शुक्रवार को वृंदावन सेक्टर पांच के उपकेंद्र पर पहुंचे. यहां पर उन्होंने बारीकी से उपकेंद्र का निरीक्षण किया. यहां मिली खामियों पर अधिकारियों की फटकार लगाई. इस दौरान उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि उपभोक्ताओं की समस्याओं को निबटाने में जरा भी कोताही न करें. समय पर सभी को सही बिल उपलब्ध कराएं, जिससे बिजली विभाग के राजस्व में बढ़ोतरी हो सके. लाइन लॉस कम करने के लिए बिजली चोरी पर अभियान चलाकर रोक लगाएं. लाइन लॉस कम होगा तभी 24 घंटे विद्युत आपूर्ति की जा सकेगी. इसके अलावा उन्होंने कहा कि अभी तमाम ऐसे क्षेत्र हैं, जहां पर लाइन लॉस काफी ज्यादा है. हरहाल में इसे 15% से कम पर लाना है.
विभाग से हटेंगी डीजल कारें, लगेंगी इलेक्ट्रिक कार
बढ़ते प्रदूषण को ध्यान में रखकर ऊर्जा मंत्री ने कार के बजाय साइकिल का सहारा लिया. उन्होंने कहा कि जहां तक हो सके अधिकारी और कर्मचारी दफ्तर आने के लिए साइकिल का इस्तेमाल करें या फिर इलेक्ट्रिक वाहनों का प्रयोग बढ़ाएं. उन्होंने कहा कि विभाग में लगी डीजल से चलने वाली गाड़ियों को जल्द से जल्द हटाया जाएगा और इसकी जगह इलेक्ट्रिक वाहनों को लगाया जाएगा.