लखनऊ: नगर निगम में मृतक आश्रितों की नियुक्ति के मामले को लेकर कर्मचारियों में आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है. हाल ही में जारी किए गए नए आदेश को लेकर कर्मचारियों ने आर-पार की लड़ाई करने का मूड बना लिया है. इसके विरोध में क्षेत्रीय कार्यालयों पर जन जागरण सभा करने के बाद आज नगर निगम मुख्यालय का घेराव किया गया. सैकड़ों की तादाद में विरोध दर्ज कराने पहुंचे नगर निगम अधिकारी और कर्मचारियों ने मुख्यालय पर बैठकर प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रहे हैं. निर्णय वापस न होने पर कर्मचारी संस्था ने आंदोलन करने की चेतावनी भी दे रहे हैं.
आक्रोशित कर्मचारियों ने निर्णय के विरोध में बनाया संयुक्त मंच
लखनऊ नगर निगम प्रशासन द्वारा मृतक आश्रितों को स्थाई नौकरी न देने का निर्णय लिया गया है. जानकारी मिलने के बाद से लखनऊ नगर निगम के समस्त कर्मचारियों में निर्णय के खिलाफ काफी आक्रोश है. आक्रोशित कर्मचारी संगठनों ने लखनऊ नगर निगम कर्मचारी संयुक्त मंच का गठन किया. इस मंच के साथ करीब 22 कर्मचारी संगठन एक होकर इसका विरोध कर रहे हैं, जिसके फलस्वरूप बुधवार को नगर निगम मुख्यालय का घेराव किया गया है.
नियमावली 1974 के खिलाफ है प्रशासन का नया निर्णय
संयुक्त मंच के पदाधिकारियों ने बताया कि नियमावली 1974 के संदर्भ में जारी किए गए सभी संशोधनों, विभिन्न शासनादेश एवं न्यायालय के आदेश के खिलाफ यह निर्णय दिया गया है. आदेश के विरुद्ध जाकर मृतक आश्रितों को अस्थाई नौकरी के बाद कहीं जा रही है. इसके खिलाफ आवाज नगर निगम लखनऊ के 8 क्षेत्रीय कार्यालयों कर्मचारी विरोध करने मुख्यालय पर इकट्ठा हुए हैं.
करीब 50 मृतक कर्मचारियों के परिवार खा रहे हैं दर-दर की ठोकरें
लखनऊ नगर निगम कर्मचारी संगठन संयुक्त मंच के पदाधिकारियों ने निर्णय पर आक्रोश जाहिर करते हुए कहा है कि कई कर्मचारियों की मौत हो चुकी हैं. इनमें से 50 परिवार ऐसे हैं, जिनके मुखिया की मौत हो जाने के बाद आश्रित नगर निगम मुख्यालय के चक्कर लगा रहे हैं. अधिकारी उनकी सुनवाई नहीं कर रहे हैं.
बड़े स्तर पर आंदोलन की चेतावनी
नगर निगम सफाई कर्मचारी, जलकल, स्ट्रीट लाइट समेत तमाम संगठनों ने एक होकर एक सुर में प्रशासन के इस निर्णय का विरोध करने के लिए धरने पर बैठे हुए हैं. कर्मचारियों ने नारेबाजी करते हुए कहा है कि पूर्व से ही नगर निगम कर्मचारियों को प्रशासन की अनदेखी के चलते हैं करोड़ों रुपयों का भुगतान नहीं हो रहा है. वही कर्मचारियों के शोषण के लिए नए नियम लागू करने की बात कही जा रही है. उन्होंने बताया कि 12 सूत्री मांग पत्र मेरा संयुक्ता भाटिया नगर आयुक्त को दिया गया है. उन्होंने मांगे पूरी न होने पर बड़े स्तर पर आंदोलन करने की चेतावनी दी है.