लखनऊः एलडीए में फ्लैट आवंटन के बाद समस्याएं दिन पर दिन बढ़ती जा रही हैं. इसको देखने वाला कोई नहीं है. कल्पतरू अपार्टमेंट में रहने वाले राम कुमार का कहना है कि एक भी फायर उपकरण सुचारू रूप से कार्य नहीं कर रहा है. सनराइज अपार्टमेंट के अध्यक्ष प्रभात चंद्र अग्रवाल का कहना है कि अपार्टमेंट में आगजनी कई बार हो चुकी है. उसके बाद भी इन लोगों के कानों में जूं तक नहीं रेंग रही है.
वहीं दूसरी तरफ सृष्टि अपार्टमेंट में लिफ्ट बंद पड़ जाने के कारण बीते दिनों एक बुजुर्ग की मौत हो गई थी, लेकिन उनकी मौत एक बानगी भर है. एलडीए के अधिकारियों ने रेरा के जुर्माने से बचने के लिए ऐसे ही असुरक्षित अपार्टमेंट आवंटित कर दिए हैं. यहां लिफ्ट से लेकर कॉमन सर्विस तक नहीं चल रही है. साथ ही आग से सुरक्षा के इंतजाम भी पूर्णता अधूरे पाए गए. वहीं अपार्टमेंट बनवाने के लिए खुद के इंजीनियरों की रिपोर्ट पर एलडीए के अधिशासी अभियंताओं ने पूर्णता प्रमाण पत्र भी जारी कर दिए. इस पर सवाल उठने लगे हैं क्या विभाग के द्वारा ऐसे ही कृत्य को अंजाम दिया जाएगा.
दूसरी तरफ पारिजात अपार्टमेंट वेलफेयर सोसाइटी के सचिव विजय सिंह का कहना है कि 2018-19 में रेरा में लगातार शिकायतों के बाद एलडीए ने आनन-फानन में अपने अपार्टमेंट को पूर्णता प्रमाण पत्र जारी कर दिया था. इसमें पारिजात अपार्टमेंट, सृष्टि अपार्टमेंट, स्मृति अपार्टमेंट, पंचशील अपार्टमेंट जैसे एक कई अपार्टमेंट शामिल थे, जबकि यहां रहने के लिए लोग तैयार ही नहीं थे.
नगर निगम अग्निशमन विभाग की एनओसी तक नहीं ली गई. यह सारी कवायद प्रोजेक्ट में देरी होने पर रेरा के लगने वाले जुर्माने से बचने के लिए की गई. इसका परिणाम यह है कि अब लिफ्ट फंसने लगी है. बिजली की समस्या भी बनी रहती हैं.