लखनऊ: एक मई से सात मई तक उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल में विद्युत सुरक्षा सप्ताह का आयोजन किया गया. इस आयोजन का प्रमुख उद्देश्य ऊर्जा की आवश्यकता और भारतीय रेल के परिदृश्य में इसकी उपयोगिता और महत्ता को ध्यान में रखना था. विद्युत सुरक्षा के लिए भावी रणनीतियों पर विचार करते हुए उन पर अमल करने की दिशा में सार्थक प्रयासों को निर्धारित करना था.
विद्युत के संरक्षण समेत कई बातों की चर्चा
उत्तर रेलवे के डीआरएम संजय त्रिपाठी ने बताया कि इस सप्ताह विशेष में ऊर्जा की विशेषताओं पर विस्तार से विचार किया गया. सम्पूर्ण मंडल पर विद्युत के संरक्षण, विद्युत का उपयोग समेत विद्युत की सुरक्षा के लिए अपनाई जाने वाली अन्य नीतियों पर भी विस्तार से चर्चा की गई. योजनाओं को तत्काल क्रियान्वित करने की दिशा में आवश्यक निर्देश दिए गए.
कर्मचारियों को सम्मानित किया गया
डीआरएम ने बताया कि ग्रीष्मकाल को ध्यान में रखते हुए विद्युत की खपत और उपलब्धता के लिए अनेक बिन्दुओं पर अनेक महत्त्वपूर्ण निर्णय लिए गए. इस सप्ताह के समापन दिवस पर उत्तर रेलवे चारबाग स्थित आरक्षण केंद्र के सभागार में सामाजिक दूरी रखते हुए एक लघु संगोष्ठी का भी आयोजन किया गया. इसमें विद्युत विभाग के अधिकारी और पर्येवेक्षक शामिल हुए. विद्युत सुरक्षा के क्षेत्र में सराहनीय प्रयासों के लिए नामित कर्मचारियों को सम्मानित भी किया गया.
विद्युत के अभाव में किसी भी प्रकार की गतिविधि का संचालन असंभव है. इसलिए यह आवश्यक है कि विद्युत की उपयोगिता और महत्त्व को ध्यान में रखते हुए इसकी सुरक्षा और उपयोग की दिशा में हम सभी जागरूक रहें.
-संजय त्रिपाठी, प्रबंधक, रेलवे मंडल, लखनऊ