लखनऊ: कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर का कहर लगातार जारी है. कोरोना की जंग में जुटी यूपी पुलिस के सामने चुनौतियां कम नहीं है. हाल ही में आने वाले त्योहारों जैसे ईद, बड़ा मंगल और अन्य प्रमुख मौकों पर पुलिस के सामने कोविड प्रोटोकॉल का अनुपालन कराने की चुनौती भी हैं. पुलिस ने अपनी तैयारियों को लेकर कमर कस ली है. एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार की मानें तो ईद-उल-फितर और जुम्मे की नमाज की निगरानी ड्रोन कैमरे से की जाएगी. त्योहारों के लिए ऐसी सुरक्षा व्यवस्था की गई है कि परिंदा भी पर नहीं मार सकता.
क्या कहा एडीजी प्रशांत कुमार ने?
एडीजी प्रशांत कुमार ने कहा कि सभी धर्मगुरुओं से वार्ता कर कोविड प्रोटोकॉल का अनुपालन सुनिश्चित कराने का प्रयास किया जा रहा है. धर्मगुरुओं का सहयोग भी पुलिस को मिल रहा है. उन्होंने बताया कि सभी प्रमुख स्थानों पर वीडियोग्राफी कराई जाएगी. ड्रोन कैमरों के जरिए भी नियमों की अनदेखी करने वालों पर नजर रखी जाएगी. सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन न करने और नियमों को तोड़ने वालों के विरुद्ध कार्रवाई होगी. प्रदेश में 51 हजार से अधिक कंटेनमेंट जोन में नियमों का सख्ती से अनुपालन कराया जा रहा है. इसके लिए 37 हजार से अधिक पुलिसकर्मी मुस्तैद किए गए हैं.
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हाथ मिलाने की बजाय,बोलकर दे ईद की मुबारकबाद- पुलिस कमिश्नर
पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर की ओर से जारी गाइडलाइन में कहा गया है कि गले व हाथ मिलाने की बजाय इस बार बोलकर ईद की मुबारकबाद दें. यदि कहीं जमात में नमाज हो रही है तो लाइन का गैप रखें और एक पंक्ति में नमाजी एक-एक मीटर की दूरी पर खड़े हों.
दारुल उलूम ने जारी किया फतवा
इन सब के बीच इस्लामी तालीम के मरकज दारुल उलूम ने कोरोना संक्रमण के मद्देनजर अहम फतवा जारी किया है. मुफ्ती हजरात ने मस्जिद या दूसरी जगह पर इमाम सहित 3 या 5 लोगों के साथ ईद-उल-फितर की नमाज अदा करने की अपील की है. उन्होंने कहा कि मजबूरी में ईद की नमाज माफ है.