लखनऊ: उत्तर प्रदेश में आईटीआई संस्थानों की सीटें भरने के लिए एक नई कवायद शुरू की गई है. सभी संयुक्त निदेशक/प्रधानाचार्य को निर्देश दिए गए हैं कि वह तीसरे चरण की काउंसलिंग की अंतिम तिथि तक आवंटित सीटों के सापेक्ष शत-प्रतिशत प्रवेश कराने का व्यापक प्रचार-प्रसार कराएं व चयनित अभ्यर्थियों जिन्होंने अभी तक प्रवेश नहीं लिया है. उनसे टेलीफोनिक वार्ता कर प्रवेश के लिए प्रेरित करें.
उत्तर प्रदेश में आईटीआई संस्थानों की सीटें भरने के लिए एक नई कवायद शुरू की गई है. सभी संयुक्त निदेशक/प्रधानाचार्य को निर्देश दिए गए हैं कि वह तीसरे चरण की काउंसलिंग की अंतिम तिथि तक आवंटित सीटों के सापेक्ष शत-प्रतिशत प्रवेश कराने का व्यापक प्रचार प्रसार कराएं व चयनित अभ्यर्थियों जिन्होंने अभी तक प्रवेश नहीं लिया है. उनसे टेलीफोनिक वार्ता कर प्रवेश के लिए प्रेरित करें.
राज्य व्यावसायिक प्रशिक्षण परिषद के अधिशासी निदेशक की ओर से यह आदेश जारी किए गए. इसके साथ ही, राज्य व्यावसायिक प्रशिक्षण परिषद की ओर से प्रदेश में चल रहे राजकीय/निजी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में दाखिले के लिए चल रही काउंसलिंग के प्रवेश के लिए अंतिम तिथि बढ़ा दी गई है. सत्र 2021 के तृतीय चरण व राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों का द्वितीय चरण के आवंटन के पश्चात उच्चीकारण के प्रवेश परिणाम से प्रवेश लेने की अंतिम तिथि 13 अक्टूबर निर्धारित थी. इसे पुनरीक्षित कर प्रवेश की अंतिम तिथि 16 अक्टूबर रात्रि 12.00 बजे तक (अवकाश सहित ) निर्धारित की गई है. जानकारों की माने तो, प्रदेश में आईटीआई संस्थानों में दाखिले की स्थिति बेहद खराब है. दो चरणों की काउंसलिंग के बाद भी सीटें नहीं भर पा रही हैं.
प्रदेश में कुल 305 राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान महिला शाखाओं सहित संचालित हैं. जिनकी कुल प्रशिक्षण क्षमता 1,72,352 सीटों की है. प्रशिक्षण संस्थानों की संख्या में अब तक 44 संस्थाओं की वृद्धि हुई है और स्वीकृत सीटों की संख्या में भी 58,942 वृद्धि हुई है. प्रदेश में कुल 2,749 निजी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान हैं, जिनकी कुल प्रशिक्षण क्षमता 6,09,276 सीटों की है. निजी संस्थानों की संख्या में 237 संस्थाओं की वृद्धि हुई है और स्वीकृत सीटों की संख्या में 2,39,168 की वृद्धि हुई है. प्रदेश स्तर पर वर्तमान में एनसीवीटी से मान्यता प्राप्त सीटों की कुल संख्या 1,51,508 है. वर्तमान एनसीवीटी से मान्यता प्राप्त सीटों की संख्या में 98,424 की वृद्धि हुई है.
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