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लॉकडाउन: आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा सिविल डिफेंस - lucknow lockdwon civil defense

उत्तर प्रदेश में लाॅकडाउन के दौरान सिविल डिफेंस के जवान महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं. मौजूदा समय में लगातार आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति कराने में इनका अहम योगदान है.

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जानकारी देते सिविल डिफेंस के डिप्टी कंट्रोलर जयराम तोमर
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Published : May 10, 2020, 8:23 PM IST

लखनऊः डेढ़ महीने से लागू देशव्यापी लॉकडाउन में जिला प्रशासन अलर्ट है. जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश की ओर से गठित टीम आवश्यक वस्तुओं की लगातार आपूर्ति कर रही है. ऐसे में सिविल डिफेंस भी अपना योगदान दे रहा है. लाॅकडाउन के दौरान सिविल डिफेंस की सक्रियता सहित तमाम मुद्दों पर ईटीवी भारत ने सिविल डिफेंस के डिप्टी कंट्रोलर जयराम तोमर से खास बातचीत की.

जानकारी देते सिविल डिफेंस के डिप्टी कंट्रोलर जयराम तोमर

हर मोर्चे पर डटे हैं सिविल डिफेंस के जवान
सिविल डिफेंस के डिप्टी कंट्रोलर जयराम तोमर ने कहा, जब से लॉकडाउन लागू हुआ है उसी दिन से सिविल डिफेंस के जवान मुस्तैदी से डटे हुए हैं. हर मोर्चे पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं. जवान तीन शिफ्ट में लगातार काम कर रहे हैं.

1961 वॉर्डन कर रहे काम
जयराम तोमर ने कहा राजधानी लखनऊ में सिविल डिफेंस के करीब 1961 वॉर्डन काम कर रहे हैं. यह जनता के बीच से ही चुने जाते हैं और जनता की सेवा के लिए ही काम करते हैं. संकट के समय में सिविल डिफेंस के जवान अपनी जान की परवाह न करते हुए लोगों की मदद कर रहे हैं.

सोशल डिस्टेंसिंग का करा रहे पालन
डिप्टी कंट्रोलर ने बताया कि संकट के इस समय में सिविल डिफेंस के वॉर्डन स्वयं लॉकडाउन की गाइडलाइंस का पालन कर रहे हैं. वहीं ये लोग प्रदेश की जनता को भी इसका पालन करने की सलाह दे रहे हैं. इनका मुख्य काम राशन की दुकानों पर आसानी से राशन उपलब्ध कराना है. कोई समस्या हो तो उसका समाधान करना है.

1962 में हुई थी स्थापना
सिविल डिफेंस की स्थापना चीन युद्ध के समय 1962 में की गई थी. इसका मुख्य उद्देश्य युद्ध के समय नागरिकों की रक्षा करना था. 2009 में भारत सरकार ने नागरिक सुरक्षा अधिनियम में संशोधन करते हुए कहा कि सिविल डिफेंस आपदाओं में भी सहयोग करेगी. मौजूदा समय में 15 जिलों में सिविल डिफेंस की 17 नगर इकाइयां काम कर रही हैं.

लखनऊः डेढ़ महीने से लागू देशव्यापी लॉकडाउन में जिला प्रशासन अलर्ट है. जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश की ओर से गठित टीम आवश्यक वस्तुओं की लगातार आपूर्ति कर रही है. ऐसे में सिविल डिफेंस भी अपना योगदान दे रहा है. लाॅकडाउन के दौरान सिविल डिफेंस की सक्रियता सहित तमाम मुद्दों पर ईटीवी भारत ने सिविल डिफेंस के डिप्टी कंट्रोलर जयराम तोमर से खास बातचीत की.

जानकारी देते सिविल डिफेंस के डिप्टी कंट्रोलर जयराम तोमर

हर मोर्चे पर डटे हैं सिविल डिफेंस के जवान
सिविल डिफेंस के डिप्टी कंट्रोलर जयराम तोमर ने कहा, जब से लॉकडाउन लागू हुआ है उसी दिन से सिविल डिफेंस के जवान मुस्तैदी से डटे हुए हैं. हर मोर्चे पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं. जवान तीन शिफ्ट में लगातार काम कर रहे हैं.

1961 वॉर्डन कर रहे काम
जयराम तोमर ने कहा राजधानी लखनऊ में सिविल डिफेंस के करीब 1961 वॉर्डन काम कर रहे हैं. यह जनता के बीच से ही चुने जाते हैं और जनता की सेवा के लिए ही काम करते हैं. संकट के समय में सिविल डिफेंस के जवान अपनी जान की परवाह न करते हुए लोगों की मदद कर रहे हैं.

सोशल डिस्टेंसिंग का करा रहे पालन
डिप्टी कंट्रोलर ने बताया कि संकट के इस समय में सिविल डिफेंस के वॉर्डन स्वयं लॉकडाउन की गाइडलाइंस का पालन कर रहे हैं. वहीं ये लोग प्रदेश की जनता को भी इसका पालन करने की सलाह दे रहे हैं. इनका मुख्य काम राशन की दुकानों पर आसानी से राशन उपलब्ध कराना है. कोई समस्या हो तो उसका समाधान करना है.

1962 में हुई थी स्थापना
सिविल डिफेंस की स्थापना चीन युद्ध के समय 1962 में की गई थी. इसका मुख्य उद्देश्य युद्ध के समय नागरिकों की रक्षा करना था. 2009 में भारत सरकार ने नागरिक सुरक्षा अधिनियम में संशोधन करते हुए कहा कि सिविल डिफेंस आपदाओं में भी सहयोग करेगी. मौजूदा समय में 15 जिलों में सिविल डिफेंस की 17 नगर इकाइयां काम कर रही हैं.

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