लखनऊ : दुश्मन देश में सर्जिकल स्ट्राइक करना हो या अपने देश में कोई स्पेशल ऑपरेशन, स्पेशल फोर्सेज हो या फिर सेना के जवान दुनिया की कोई भी सेटेलाइट ड्रोन या कोई भी कैमरा उनको अपने सर्विलांस पर नहीं ले सकेगा. भारतीय सेना के लिए अनुसंधान कर के नित नए रक्षा उत्पाद बनाने वाली एजेंसी डीआरडीओ ने ऐसी पोशाक बनाई है जो जवानों को ना केवल कैमरे की पकड़ से बचाएगी, बल्कि वह दुश्मनों की नजर में भी नहीं आएंगे. ऐसी ही पोशाक का प्रदर्शन ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के रक्षा अनुसंधान संबंधित पवेलियन में किया गया है. एमएसपीसीई सूट डीआरडीओ ने विकसित किया है.
डीआरडीओ के विशेषज्ञ अब्बास ने बताया कि 'किसी भी कैमरे से इस सूट का सर्विलांस नहीं हो सकेगा. सेटेलाइट औऱ ड्रोन भी इसको नहीं पकड़ कर सकेगा. न्यूक्लियर औऱ केमिकल अटैक से बचने के लिए सूट भी तैयार किया है. यहां तक कि इस सूट में जवानों को किसी तरह की दिक्कत का भी सामना नहीं करना पड़ेगा. वे आराम से इसमें आ जा सकेंगे. यही नहीं डीआरडीओ ने एक और सूट का निर्माण किया है. जो जवानों को केमिकल और परमाणु हमले से बचाएगा.' गौरतलब है कि आजकल पाकिस्तान के बड़े नेता आए दिन भारत पर परमाणु हमले की धमकी देते रहते हैं. वैसे तो यह धमकी गीदड़ भभकी ही है. फिर भी रक्षा मंत्रालय इस को हल्के में नहीं लेता. जवानों की सुरक्षा के लिए विशेष इंतजाम लगातार किए जा रहे हैं.
डीआरडीओ ब्रह्मोस मिसाइल विशेषज्ञ ने बताया कि 'यह मिसाइल 300 किमी दूरी पर लक्ष्य भेद सकती है. इसकी रफ़्तार ध्वनि की रफ्तार तीन गुनी है. जनवरी 2024 तक लखनऊ मे फैक्ट्री ऑपरेशनल हो जाएगी.
आकर्षण का केंद्र बनीं गोमती में जगमगाती नावें : जी-20 शिखर सम्मेलन और ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के दृष्टिगत शहर भर में कराए गए विकास व सौंदर्यीकरण के कार्यों के बीच लखनऊ विकास प्राधिकरण द्वारा गोमती रिवर फ्रंट की भी साज-सज्जा की गई है. इस क्रम में एलडीए ने रंग-बिरंगे फूलों और जगमगाती लाइटों से सजी 18 नावों को गोमती नदी में उतारा है. रात के समय नदी में विचरती ये नावें जगमगाते दीये के समान लगती हैं. समतामूलक चौक से गांधी सेतु हुए 1090 की ओर जाने वाले राहगीरों के लिए इसका नजारा देखते ही बन रहा है. लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष डॉ. इन्द्रमणि त्रिपाठी ने बताया कि 'प्राधिकरण द्वारा शहर के सभी प्रमुख चौराहों, मार्गों एवं स्थानों पर सौंदर्यीकरण के विभिन्न आकर्षक कार्य कराए गए हैं. इस क्रम में गोमती रिवर फ्रंट की साज-सज्जा करने के साथ यहां नदी में चलने वाली नावों को भी सजाया गया है. शहर में आने वाले आगंतुकों को इसका नज़ारा बेहद मनोरम लगेगा.