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आयुष अटेंडेंस एप का डॉक्टरों ने किया विरोध, बोले- एप से डाटा हैक होने का खतरा

आयुष अटेंडेंस एप के खिलाफ डॉक्टरों ने मोर्चा खोल दिया है. उनका कहना है कि एप असुरक्षित है. इससे डाटा हैक होने का खतरा ज्यादा है.

आयुष अटेंडेंस एप
आयुष अटेंडेंस एप
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Published : Feb 26, 2023, 10:41 PM IST

लखनऊ : आयुष विभाग में डाॅक्टरों के लिए आधार प्रमाणित बाॅयोमेट्रिक उपस्थिति के लिए आयुष अटेंडेंस एप का प्रयोग करने के लिए शासन से प्रस्ताव पास हुआ है. इस एप पर आधारित उपस्थिति का आयुष के डाॅक्टरों ने विरोध शुरू कर दिया है. डाॅक्टरों का कहना है कि एप असुरक्षित है. साथ ही थर्ड पार्टी आधारित है. इससे डाॅक्टरों का डाटा लीक होने का खतरा बना रहेगा.

प्रांतीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी चिकित्सा सेवा संघ उप्र. के प्रांतीय अध्यक्ष डाॅ. प्रवीण कुमार राय और प्रांतीय महासचिव डाॅ. जोगेन्द्र सिंह ने संयुक्त रूप से ऑनलाइन बैठक की. बैठक में एप को लेकर विरोध दर्ज किया गया है. शासन स्तर पर भी संघ पत्राचार कर एप को असुरक्षित बताया है. आरोप है कि थर्ड पार्टी एप से फोटो, बैंकिंग, फोटो और अन्य डेटा के हैक होकर लीक होने, दुरुपयोग करने का खतरा बढ़ सकता है. आजकल एप को हैक कर ब्लैकमेलिंग का फ्राॅड भी आए दिन सामने आता है. थर्ड पार्टी एप की बजाए गूगल प्ले स्टोर या किसी सुरक्षित प्लेटफॉर्म का प्रयोग किया जाए. द्वय नेताओं का कहना है कि संघ द्वारा शासन स्तर से अपेक्षित सहयोग किया जाए. आयुष डॉक्टर भी थर्ड पार्टी एप के बजाए दूसरे सुरक्षित प्लेटफॉर्म का स्वागत करेगा.

सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर आयोजित हुआ मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेला
जिले के सभी ग्रामीण और नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों (पीएचसी) पर रविवार को मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेला आयोजित हुआ. आरोग्य मेले में गर्भावस्था एवं प्रसवकालीन सेवाएं, पूर्ण टीकाकरण, बच्चों में डायरिया और निमोनिया के रोकथाम, बचाव और उपचार की जानकारी और सुविधाएं दी जा रही हैं. कुपोषित बच्चों की पहचान और उनके उपचार के लिए समुचित कार्यवाही की जा रही है.

परिवार कल्याण कार्यक्रमों के तहत बास्केट ऑफ च्वाइस के बारें में मेले में आने वाले लोगों को बताया जा रहा है और इच्छुक लाभार्थियों को परिवार नियोजन के साधन भी मुहैया कराए जा रहे हैं. इसके अलावा ओपीडी की सेवाओं के साथ ही फाइलेरिया, दिमागी बुखार, टीबी, मलेरिया, डेंगू, एवं कुष्ठ रोग से सम्बंधित जानकारी, आवश्यक जांच, उपचार और संदर्भन (रेफर) की सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं.

आरोग्य मेले के दौरान स्वास्थ्य केंद्र पर राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना सहित अन्य कार्यक्रमों के स्टॉल लगाए गए. मेले में बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग(आईसीडीएस) ने भी अपना स्टाल लगाया. जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी योगेश रघुवंशी ने बताया कि जिले के स्वास्थ्य केन्द्रों पर आयोजित इस आरोग्य मेले का कुल 4351 लोगों ने लाभ उठाया, जिसमें 1606 पुरुष, 2028 महिलायें और 717 बच्चे शामिल हैं. इस दौरान आयुष्मान भारत योजना के 10 लाभार्थियों का आयुष्मान कार्ड भी बनाया गया. इसके साथ ही 54 लोगों ने कोविड एंटीजन टेस्ट कराया, सभी निगेटिव आए.

यह भी पढ़ें- Baghpat Crime News: बागपत का 25 हजार का इनामी बदमाश लखनऊ से गिरफ्तार

लखनऊ : आयुष विभाग में डाॅक्टरों के लिए आधार प्रमाणित बाॅयोमेट्रिक उपस्थिति के लिए आयुष अटेंडेंस एप का प्रयोग करने के लिए शासन से प्रस्ताव पास हुआ है. इस एप पर आधारित उपस्थिति का आयुष के डाॅक्टरों ने विरोध शुरू कर दिया है. डाॅक्टरों का कहना है कि एप असुरक्षित है. साथ ही थर्ड पार्टी आधारित है. इससे डाॅक्टरों का डाटा लीक होने का खतरा बना रहेगा.

प्रांतीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी चिकित्सा सेवा संघ उप्र. के प्रांतीय अध्यक्ष डाॅ. प्रवीण कुमार राय और प्रांतीय महासचिव डाॅ. जोगेन्द्र सिंह ने संयुक्त रूप से ऑनलाइन बैठक की. बैठक में एप को लेकर विरोध दर्ज किया गया है. शासन स्तर पर भी संघ पत्राचार कर एप को असुरक्षित बताया है. आरोप है कि थर्ड पार्टी एप से फोटो, बैंकिंग, फोटो और अन्य डेटा के हैक होकर लीक होने, दुरुपयोग करने का खतरा बढ़ सकता है. आजकल एप को हैक कर ब्लैकमेलिंग का फ्राॅड भी आए दिन सामने आता है. थर्ड पार्टी एप की बजाए गूगल प्ले स्टोर या किसी सुरक्षित प्लेटफॉर्म का प्रयोग किया जाए. द्वय नेताओं का कहना है कि संघ द्वारा शासन स्तर से अपेक्षित सहयोग किया जाए. आयुष डॉक्टर भी थर्ड पार्टी एप के बजाए दूसरे सुरक्षित प्लेटफॉर्म का स्वागत करेगा.

सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर आयोजित हुआ मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेला
जिले के सभी ग्रामीण और नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों (पीएचसी) पर रविवार को मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेला आयोजित हुआ. आरोग्य मेले में गर्भावस्था एवं प्रसवकालीन सेवाएं, पूर्ण टीकाकरण, बच्चों में डायरिया और निमोनिया के रोकथाम, बचाव और उपचार की जानकारी और सुविधाएं दी जा रही हैं. कुपोषित बच्चों की पहचान और उनके उपचार के लिए समुचित कार्यवाही की जा रही है.

परिवार कल्याण कार्यक्रमों के तहत बास्केट ऑफ च्वाइस के बारें में मेले में आने वाले लोगों को बताया जा रहा है और इच्छुक लाभार्थियों को परिवार नियोजन के साधन भी मुहैया कराए जा रहे हैं. इसके अलावा ओपीडी की सेवाओं के साथ ही फाइलेरिया, दिमागी बुखार, टीबी, मलेरिया, डेंगू, एवं कुष्ठ रोग से सम्बंधित जानकारी, आवश्यक जांच, उपचार और संदर्भन (रेफर) की सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं.

आरोग्य मेले के दौरान स्वास्थ्य केंद्र पर राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना सहित अन्य कार्यक्रमों के स्टॉल लगाए गए. मेले में बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग(आईसीडीएस) ने भी अपना स्टाल लगाया. जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी योगेश रघुवंशी ने बताया कि जिले के स्वास्थ्य केन्द्रों पर आयोजित इस आरोग्य मेले का कुल 4351 लोगों ने लाभ उठाया, जिसमें 1606 पुरुष, 2028 महिलायें और 717 बच्चे शामिल हैं. इस दौरान आयुष्मान भारत योजना के 10 लाभार्थियों का आयुष्मान कार्ड भी बनाया गया. इसके साथ ही 54 लोगों ने कोविड एंटीजन टेस्ट कराया, सभी निगेटिव आए.

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