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सुरीली अवाज सुन कर न समझें सपनों की हसीना, बैंक खाता खाली होने में नहीं लगेगा समय - साइबर एक्सपर्ट अमित दुबे

गर्लफ्रेंड ने दिल तोड़ दिया या फिर पत्नी से तलाक हो गया. उम्र अधेड़ है या पार्टनर की मौत के बाद अकेले हैं तो सोशल मीडिया में दोस्त बनाने से पहले सावधानी बरतें. क्योंकि सोशल मीडिया पर सक्रिय ठग युवती की सुरीली आवाज में बातें करके आपके बैंक खाते में सेंध (bank account breach) लगा सकते हैं. इसके अलावा कोई वीडियो बनाकर ब्लैकमेल कर लाखों रुपये ऐंठ सकते हैं.

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Published : Nov 10, 2022, 10:24 AM IST

Updated : Nov 10, 2022, 11:17 AM IST

लखनऊ : गर्लफ्रेंड ने दिल तोड़ दिया या फिर पत्नी से तलाक हो गया. उम्र अधेड़ है या पार्टनर की मौत के बाद अकेले हैं तो सोशल मीडिया में दोस्त बनाने से पहले सावधानी बरतें. क्योंकि सोशल मीडिया पर सक्रिय ठग युवती की सुरीली आवाज में बातें करके आपके बैंक खाते में सेंध लगा सकते हैं. इसके अलावा कोई वीडियो बनाकर ब्लैकमेल कर लाखों रुपये ऐंठ सकते हैं. अमूमन सोशल मीडिया पर हर कोई दोस्त की तलाश में रहता है और ये दोस्ती प्यार में भी जल्द बदल जाती है. इस तरह की दोस्ती में जब पैसों की मांग होने लगे तो समझ लीजिए, जिस अवाज के मालिक को आप ड्रीम गर्ल मान बैठे हैं वो असल में ठगों की फौज है. यह आपके जज्बातों का फाएदा उठा कर (taking advantage of emotions) खून पसीने की कमाई लूट ले जाते हैं. हाल ही कई ऐसे मामले सामने आए हैं. सोशल मीडिया में दोस्ती करके और फिर फोन पर बात करने के दौरान कई बार 50 से 55 साल तक के पुरुष लड़कियों के चक्कर में फंसकर अपनी पूंजी गवां चुके हैं.

लखनऊ के गुडंबा इलाके के रहने वाले करने वाले विकास (काल्पनिक नाम) का बीते कुछ महीनों से पत्नी से विवाद चल रहा है. ऐसे में अपनी सुनसान हो चुकी जिन्दगी में बहार लाने के लिए सोशल मीडिया की ओर रुख किया. इंस्टाग्राम पर उन्होंने एक पोस्ट देखी, जिसमें महिलाओं से दोस्ती का ऑफर था. विकास ने उस पर क्लिक किया तो उन्हें एक फोन नंबर मिला और उस नंबर पर कॉल करने पर उनकी एक सुरीली आवाज की मल्लिका से बातचीत होने लगी. विकास ने युवती से मिलने के लिए मैसेज किया तो युवती ने 20 हजार रुपये की डिमांड कर दी. पहली बार उन्होंने पैसे दे दिए. इसके बाद रुपयों की डिमांड बढ़ती गई. विकास को कुछ दिनों में ही पता चल गया कि वो ठगी का शिकार हो चुके हैं.

साइबर क्राइम के बारे में अलर्ट करते विशेषज्ञ और डीसीपी.

गोमतीनगर के एक व्यापारी ड्रीम गर्ल की तलाश में फ्रेंडशिप वेबसाइट (friendship website) से जुड़े सोशल मीडिया में मौजूद पोस्ट तक पहुंच गए. पोस्ट पर दी गई दिशा निदेशों को फॉलो करते हुए एक लिंक क्लिक किया तो वहां उन्हें महिलाओं और युवतियों की तस्वीरें दिखाई दीं. इसके बाद उनके पास कई कॉल आने लगीं. कुछ दिनों तक व्यापारी ने उनसे बात की और अपनी व्यक्तिगत जानकारी उन्हें दे दी. इसके बाद से ही उनसे प्यार के नाम पर पैसों की डिमांड होने लगी. एक लाख रूपये देने के बाद भी जब डिमांड नहीं रुकी तो उन्हें एहसान हो गया कि वो ठगे गए हैं.



लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट की प्रवक्ता डीसीपी अपर्णा रजत कौशिक (Lucknow Police Commissionerate spokesperson DCP Aparna Rajat Kaushik) के मुताबिक कोई भी व्यक्ति अगर आपसे फेसबुक पर या सोशल मीडिया के अन्य अकाउंट में मैसेज भेजता है तो यह जानना जरुरी है कि क्या कभी आप उससे मिले हैं. आप उसी से बात करें जिसे व्यक्तिगत रूप से कभी मिले हों या फिर किसी म्यूचुअल फ्रेंड के द्वारा आपको जानते हैं तभी बात करें. सोशल मीडिया के प्लेटफॉर्म में ऐसे कई एप हैं जिनके जरिए साइबर क्रिमिनल्स लोगों को शिकार बना रहे हैं. ऐसे मामले में फंसने वाले लोग साइबर सेल में शिकायत करते हैं, लेकिन थाने में केस दर्ज कराने से कतराते हैं.


साइबर एक्सपर्ट अमित दुबे (cyber expert amit dubey) कहते हैं कि हर दिन रोज नए-नए टूल्स मार्केट में आते हैं और इस वक्त इंटरनेट पर वॉइस माड्यूलेशन सॉफ़्टवेयर मौजूद है. जिसके जरिये लड़कियों की आवाज में लोग बात करते हैं वो भी सेन्सुएस आवाज में बात की जाती हैं और यह सॉफ़्टवेयर साइबर ठगों का हथियार बन गया है. ये ठग मोबाइल गेम्स, मोबाइल चैट में यह लड़कियों के अवाज में लोगों से बात करके फंसा रहे हैं. ये लोग बात कर पहले भरोसा जीतते हैं और फिर टारगेट करके लूटा जाता है. अमित के मुताबिक ऐसे अपराधियों से बचना चाहिए सोशल मीडिया में किसी से भी अगर दोस्ती करते हैं तो आप यह तय नहीं कर सकते हैं कि असल में जिस से बात कर रहे हैं वह वही है.

यह भी पढ़ें : केस्को फर्स्ट डिवीजन में पास, मध्यांचल और दक्षिणांचल साबित हुए फिसड्डी

लखनऊ : गर्लफ्रेंड ने दिल तोड़ दिया या फिर पत्नी से तलाक हो गया. उम्र अधेड़ है या पार्टनर की मौत के बाद अकेले हैं तो सोशल मीडिया में दोस्त बनाने से पहले सावधानी बरतें. क्योंकि सोशल मीडिया पर सक्रिय ठग युवती की सुरीली आवाज में बातें करके आपके बैंक खाते में सेंध लगा सकते हैं. इसके अलावा कोई वीडियो बनाकर ब्लैकमेल कर लाखों रुपये ऐंठ सकते हैं. अमूमन सोशल मीडिया पर हर कोई दोस्त की तलाश में रहता है और ये दोस्ती प्यार में भी जल्द बदल जाती है. इस तरह की दोस्ती में जब पैसों की मांग होने लगे तो समझ लीजिए, जिस अवाज के मालिक को आप ड्रीम गर्ल मान बैठे हैं वो असल में ठगों की फौज है. यह आपके जज्बातों का फाएदा उठा कर (taking advantage of emotions) खून पसीने की कमाई लूट ले जाते हैं. हाल ही कई ऐसे मामले सामने आए हैं. सोशल मीडिया में दोस्ती करके और फिर फोन पर बात करने के दौरान कई बार 50 से 55 साल तक के पुरुष लड़कियों के चक्कर में फंसकर अपनी पूंजी गवां चुके हैं.

लखनऊ के गुडंबा इलाके के रहने वाले करने वाले विकास (काल्पनिक नाम) का बीते कुछ महीनों से पत्नी से विवाद चल रहा है. ऐसे में अपनी सुनसान हो चुकी जिन्दगी में बहार लाने के लिए सोशल मीडिया की ओर रुख किया. इंस्टाग्राम पर उन्होंने एक पोस्ट देखी, जिसमें महिलाओं से दोस्ती का ऑफर था. विकास ने उस पर क्लिक किया तो उन्हें एक फोन नंबर मिला और उस नंबर पर कॉल करने पर उनकी एक सुरीली आवाज की मल्लिका से बातचीत होने लगी. विकास ने युवती से मिलने के लिए मैसेज किया तो युवती ने 20 हजार रुपये की डिमांड कर दी. पहली बार उन्होंने पैसे दे दिए. इसके बाद रुपयों की डिमांड बढ़ती गई. विकास को कुछ दिनों में ही पता चल गया कि वो ठगी का शिकार हो चुके हैं.

साइबर क्राइम के बारे में अलर्ट करते विशेषज्ञ और डीसीपी.

गोमतीनगर के एक व्यापारी ड्रीम गर्ल की तलाश में फ्रेंडशिप वेबसाइट (friendship website) से जुड़े सोशल मीडिया में मौजूद पोस्ट तक पहुंच गए. पोस्ट पर दी गई दिशा निदेशों को फॉलो करते हुए एक लिंक क्लिक किया तो वहां उन्हें महिलाओं और युवतियों की तस्वीरें दिखाई दीं. इसके बाद उनके पास कई कॉल आने लगीं. कुछ दिनों तक व्यापारी ने उनसे बात की और अपनी व्यक्तिगत जानकारी उन्हें दे दी. इसके बाद से ही उनसे प्यार के नाम पर पैसों की डिमांड होने लगी. एक लाख रूपये देने के बाद भी जब डिमांड नहीं रुकी तो उन्हें एहसान हो गया कि वो ठगे गए हैं.



लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट की प्रवक्ता डीसीपी अपर्णा रजत कौशिक (Lucknow Police Commissionerate spokesperson DCP Aparna Rajat Kaushik) के मुताबिक कोई भी व्यक्ति अगर आपसे फेसबुक पर या सोशल मीडिया के अन्य अकाउंट में मैसेज भेजता है तो यह जानना जरुरी है कि क्या कभी आप उससे मिले हैं. आप उसी से बात करें जिसे व्यक्तिगत रूप से कभी मिले हों या फिर किसी म्यूचुअल फ्रेंड के द्वारा आपको जानते हैं तभी बात करें. सोशल मीडिया के प्लेटफॉर्म में ऐसे कई एप हैं जिनके जरिए साइबर क्रिमिनल्स लोगों को शिकार बना रहे हैं. ऐसे मामले में फंसने वाले लोग साइबर सेल में शिकायत करते हैं, लेकिन थाने में केस दर्ज कराने से कतराते हैं.


साइबर एक्सपर्ट अमित दुबे (cyber expert amit dubey) कहते हैं कि हर दिन रोज नए-नए टूल्स मार्केट में आते हैं और इस वक्त इंटरनेट पर वॉइस माड्यूलेशन सॉफ़्टवेयर मौजूद है. जिसके जरिये लड़कियों की आवाज में लोग बात करते हैं वो भी सेन्सुएस आवाज में बात की जाती हैं और यह सॉफ़्टवेयर साइबर ठगों का हथियार बन गया है. ये ठग मोबाइल गेम्स, मोबाइल चैट में यह लड़कियों के अवाज में लोगों से बात करके फंसा रहे हैं. ये लोग बात कर पहले भरोसा जीतते हैं और फिर टारगेट करके लूटा जाता है. अमित के मुताबिक ऐसे अपराधियों से बचना चाहिए सोशल मीडिया में किसी से भी अगर दोस्ती करते हैं तो आप यह तय नहीं कर सकते हैं कि असल में जिस से बात कर रहे हैं वह वही है.

यह भी पढ़ें : केस्को फर्स्ट डिवीजन में पास, मध्यांचल और दक्षिणांचल साबित हुए फिसड्डी

Last Updated : Nov 10, 2022, 11:17 AM IST
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