ETV Bharat / state

महिलाओं से 'दोस्ती' में बरतें ये सावधानी, नहीं तो हनी ट्रैप का हो जाएंगे शिकार - साइबर जालसाजी की घटना

राजधानी लखनऊ में इन दिनों हनी ट्रैप गिरोह( honey trap) सक्रिय नजर आ रहा है. इस गिरोह में ज्यादातर युवतियां शामिल हैं ,जो लोगों को सोशल मीडिया के माध्यम से अपने जाल में फंसाकर उनसे पैसे की मांग करती हैं. इस तरह के गिरोह से बचने के लिए एसीपी साइबर सेल(Cyber cell) विवेक रंजन राय ने विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी है.

महिलाओं से 'दोस्ती' में बरतें ये सावधानीमहिलाओं से 'दोस्ती' में बरतें ये सावधानी
महिलाओं से 'दोस्ती' में बरतें ये सावधानी
author img

By

Published : Feb 14, 2021, 11:06 AM IST

लखनऊ: राजधानी में साइबर जालसाजों का एक अड्डा बनता जा रहा है. बीते 1 साल के भीतर डिजिटल लेनदेन जिस तेजी से बढ़ा है, उसी तेजी से साइबर अपराध के मामले भी बढ़े हैं. साइबर थाने में दर्ज हो रहे ज्यादातर मामलों में आर्थिक फ्रॉड के मामले सबसे ज्यादा हैं, वहीं अब राजधानी में भोले भाले और पैसे वाले लोगों को महिलाएं अपने हुस्न के जाल में फंसा कर ब्लैकमेल कर रही हैं. इस तरह का मामला दिसंबर माह में सामने आया था. जब एक डॉक्टर हनी ट्रैप का शिकार हुआ था और फिरौती में तीस लाख रुपये की रकम मांगी गई थी. पुलिस ने गैंग की एक महिला सदस्य को गिरफ्तार किया था .लेकिन अभी भी राजस्थान से संचालित होने वाले इन महिला जालसाजों का गैंग सक्रिय है. यह महिलाएं फेसबुक और इंस्टाग्राम के माध्यम से फ्रेंड रिक्वेस्ट भेज कर लोगों से दोस्ती करती हैं फिर उनसे वीडियो और सेक्स चैटिंग के माध्यम से उन्हें फंसा कर ब्लैकमेल करती हैं. इस तरह के मामलों में ज्यादातर लोग शिकायत करने के लिए सामने नहीं आते हैं, लेकिन साइबर सेल इस गैंग के पीछे लगा हुआ है.

जानकारी देते एसीपी साइबर सेल
राजधानी में सक्रिय है हनी ट्रैप महिलाओं का गैंग
राजधानी लखनऊ में राजस्थान से संचालित महिलाओं का एक गैंग सक्रिय है. इस गैंग में कई युवतियां शामिल हैं. यह महिलाएं पैसे वाले लोगों को अपना शिकार बनाती हैं .खासतौर से इनके निशाने पर वह लोग भी शामिल होते हैं जो प्राइवेट कंपनियों में काम करते हैं और अविवाहित हैं. हनी ट्रैप के माध्यम से यह अपने शिकार को फंसा कर फिर उनसे ब्लैकमेल करके पैसा वसूलती हैं. दिसंबर माह में राजधानी का एक डेंटल सर्जन डॉक्टर भी इनका शिकार हुआ था.
कैसे बनाती हैं अपना शिकार
हनी ट्रैप गिरोह की युवतियां फेसबुक पर कई नामों से प्रोफाइल बनाकर रखती हैं फिर लोगों की प्रोफाइल को देखकर उनसे दोस्ती करती हैं, जिसके बाद नंबर के आदान-प्रदान के बाद बातचीत शुरू हो जाती है. ज्यादातर लोग इनके झांसे में आ जाते हैं. यह कुछ ही समय में वीडियो चैटिंग और सेक्स चैटिंग करने लगती है, जिसके चलते यह अपने शिकार को एक निश्चित समय में कुछ क्लिपिंग रिकॉर्ड करके फिर उनसे ब्लैकमेल करना शुरू कर देती हैं. यह छोटी-छोटी किस्तों में कई बार पैसे लेती हैं. इस तरह के गिरोह के पीछे लखनऊ का साइबर क्राइम सेल लगा हुआ है.एसीपी साइबर क्राइम सेल विवेक रंजन राय ने बताया कि इन महिलाओं का शिकार होने के बाद ज्यादातर लोग शिकायत करने के लिए नहीं आते हैं. क्योंकि उन्हें बदनामी का डर होता है. इसी का फायदा उठाकर इस गिरोह की महिलाएं उनसे पैसा वसूलती हैं.
कैसे बचे हनी ट्रैप गैंग से
राजधानी लखनऊ में राजस्थान, मध्य प्रदेश से संचालित होने वाले महिलाओं का गिरोह सक्रिय है .इस तरह के गिरोह से बचने के लिए एसीपी साइबर सेल विवेक रंजन राय ने विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी है.

  • किसी भी महिला से दोस्ती करने से पहले उसकी प्रोफाइल और उसके फ्रेंड सर्किल को देखें.
  • महिला से दोस्ती करने से पहले उसकी प्रोफाइल को देखकर यह पता लगाएं कि कितना पुराना प्रोफाइल है.
  • अपनी फेसबुक और इंस्टाग्राम प्रोफाइल को हमेशा लॉक करके रखें.
  • किसी महिला से दोस्ती करने के बाद उसके व्यवहार और उसके इरादे को समझने की कोशिश करें.
  • अनजान महिला से वीडियो कॉल करने से बचें.
  • किसी से वीडियो कॉल पर बात करते हुए अपने पर्सनल डाटा और अंतरंग बातें करने से बचे, हो सकता है आप महिला के द्वारा शिकार बनाए जा रहे हो.
  • किसी महिला की फेसबुक रिक्वेस्ट को स्वीकार करने से पहले उसकी टाइमलाइन को भी देखें.

लखनऊ: राजधानी में साइबर जालसाजों का एक अड्डा बनता जा रहा है. बीते 1 साल के भीतर डिजिटल लेनदेन जिस तेजी से बढ़ा है, उसी तेजी से साइबर अपराध के मामले भी बढ़े हैं. साइबर थाने में दर्ज हो रहे ज्यादातर मामलों में आर्थिक फ्रॉड के मामले सबसे ज्यादा हैं, वहीं अब राजधानी में भोले भाले और पैसे वाले लोगों को महिलाएं अपने हुस्न के जाल में फंसा कर ब्लैकमेल कर रही हैं. इस तरह का मामला दिसंबर माह में सामने आया था. जब एक डॉक्टर हनी ट्रैप का शिकार हुआ था और फिरौती में तीस लाख रुपये की रकम मांगी गई थी. पुलिस ने गैंग की एक महिला सदस्य को गिरफ्तार किया था .लेकिन अभी भी राजस्थान से संचालित होने वाले इन महिला जालसाजों का गैंग सक्रिय है. यह महिलाएं फेसबुक और इंस्टाग्राम के माध्यम से फ्रेंड रिक्वेस्ट भेज कर लोगों से दोस्ती करती हैं फिर उनसे वीडियो और सेक्स चैटिंग के माध्यम से उन्हें फंसा कर ब्लैकमेल करती हैं. इस तरह के मामलों में ज्यादातर लोग शिकायत करने के लिए सामने नहीं आते हैं, लेकिन साइबर सेल इस गैंग के पीछे लगा हुआ है.

जानकारी देते एसीपी साइबर सेल
राजधानी में सक्रिय है हनी ट्रैप महिलाओं का गैंग
राजधानी लखनऊ में राजस्थान से संचालित महिलाओं का एक गैंग सक्रिय है. इस गैंग में कई युवतियां शामिल हैं. यह महिलाएं पैसे वाले लोगों को अपना शिकार बनाती हैं .खासतौर से इनके निशाने पर वह लोग भी शामिल होते हैं जो प्राइवेट कंपनियों में काम करते हैं और अविवाहित हैं. हनी ट्रैप के माध्यम से यह अपने शिकार को फंसा कर फिर उनसे ब्लैकमेल करके पैसा वसूलती हैं. दिसंबर माह में राजधानी का एक डेंटल सर्जन डॉक्टर भी इनका शिकार हुआ था.
कैसे बनाती हैं अपना शिकार
हनी ट्रैप गिरोह की युवतियां फेसबुक पर कई नामों से प्रोफाइल बनाकर रखती हैं फिर लोगों की प्रोफाइल को देखकर उनसे दोस्ती करती हैं, जिसके बाद नंबर के आदान-प्रदान के बाद बातचीत शुरू हो जाती है. ज्यादातर लोग इनके झांसे में आ जाते हैं. यह कुछ ही समय में वीडियो चैटिंग और सेक्स चैटिंग करने लगती है, जिसके चलते यह अपने शिकार को एक निश्चित समय में कुछ क्लिपिंग रिकॉर्ड करके फिर उनसे ब्लैकमेल करना शुरू कर देती हैं. यह छोटी-छोटी किस्तों में कई बार पैसे लेती हैं. इस तरह के गिरोह के पीछे लखनऊ का साइबर क्राइम सेल लगा हुआ है.एसीपी साइबर क्राइम सेल विवेक रंजन राय ने बताया कि इन महिलाओं का शिकार होने के बाद ज्यादातर लोग शिकायत करने के लिए नहीं आते हैं. क्योंकि उन्हें बदनामी का डर होता है. इसी का फायदा उठाकर इस गिरोह की महिलाएं उनसे पैसा वसूलती हैं.
कैसे बचे हनी ट्रैप गैंग से
राजधानी लखनऊ में राजस्थान, मध्य प्रदेश से संचालित होने वाले महिलाओं का गिरोह सक्रिय है .इस तरह के गिरोह से बचने के लिए एसीपी साइबर सेल विवेक रंजन राय ने विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी है.

  • किसी भी महिला से दोस्ती करने से पहले उसकी प्रोफाइल और उसके फ्रेंड सर्किल को देखें.
  • महिला से दोस्ती करने से पहले उसकी प्रोफाइल को देखकर यह पता लगाएं कि कितना पुराना प्रोफाइल है.
  • अपनी फेसबुक और इंस्टाग्राम प्रोफाइल को हमेशा लॉक करके रखें.
  • किसी महिला से दोस्ती करने के बाद उसके व्यवहार और उसके इरादे को समझने की कोशिश करें.
  • अनजान महिला से वीडियो कॉल करने से बचें.
  • किसी से वीडियो कॉल पर बात करते हुए अपने पर्सनल डाटा और अंतरंग बातें करने से बचे, हो सकता है आप महिला के द्वारा शिकार बनाए जा रहे हो.
  • किसी महिला की फेसबुक रिक्वेस्ट को स्वीकार करने से पहले उसकी टाइमलाइन को भी देखें.
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.