लखनऊ: राजधानी में साइबर जालसाजों का एक अड्डा बनता जा रहा है. बीते 1 साल के भीतर डिजिटल लेनदेन जिस तेजी से बढ़ा है, उसी तेजी से साइबर अपराध के मामले भी बढ़े हैं. साइबर थाने में दर्ज हो रहे ज्यादातर मामलों में आर्थिक फ्रॉड के मामले सबसे ज्यादा हैं, वहीं अब राजधानी में भोले भाले और पैसे वाले लोगों को महिलाएं अपने हुस्न के जाल में फंसा कर ब्लैकमेल कर रही हैं. इस तरह का मामला दिसंबर माह में सामने आया था. जब एक डॉक्टर हनी ट्रैप का शिकार हुआ था और फिरौती में तीस लाख रुपये की रकम मांगी गई थी. पुलिस ने गैंग की एक महिला सदस्य को गिरफ्तार किया था .लेकिन अभी भी राजस्थान से संचालित होने वाले इन महिला जालसाजों का गैंग सक्रिय है. यह महिलाएं फेसबुक और इंस्टाग्राम के माध्यम से फ्रेंड रिक्वेस्ट भेज कर लोगों से दोस्ती करती हैं फिर उनसे वीडियो और सेक्स चैटिंग के माध्यम से उन्हें फंसा कर ब्लैकमेल करती हैं. इस तरह के मामलों में ज्यादातर लोग शिकायत करने के लिए सामने नहीं आते हैं, लेकिन साइबर सेल इस गैंग के पीछे लगा हुआ है.
- किसी भी महिला से दोस्ती करने से पहले उसकी प्रोफाइल और उसके फ्रेंड सर्किल को देखें.
- महिला से दोस्ती करने से पहले उसकी प्रोफाइल को देखकर यह पता लगाएं कि कितना पुराना प्रोफाइल है.
- अपनी फेसबुक और इंस्टाग्राम प्रोफाइल को हमेशा लॉक करके रखें.
- किसी महिला से दोस्ती करने के बाद उसके व्यवहार और उसके इरादे को समझने की कोशिश करें.
- अनजान महिला से वीडियो कॉल करने से बचें.
- किसी से वीडियो कॉल पर बात करते हुए अपने पर्सनल डाटा और अंतरंग बातें करने से बचे, हो सकता है आप महिला के द्वारा शिकार बनाए जा रहे हो.
- किसी महिला की फेसबुक रिक्वेस्ट को स्वीकार करने से पहले उसकी टाइमलाइन को भी देखें.