लखनऊ: राजधानी लखनऊ में प्याज और आलू की कीमतें आसमान छू रही हैं. प्याज और आलू की कीमतों पर लगाम लगाने के लिए जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने संबंधित विभागों की संयुक्त टीम बनाकर प्याज और आलू की कीमतों पर लगाम लगाने के निर्देश जारी किए हैं.
एडीएम ईस्ट विश्व भूषण मिश्रा ने बताया कि प्याज और आलू को लेकर स्पष्ट कानून नहीं है. आवश्यक वस्तुओं से इन दोनों सब्जियों को बाहर रखा गया है. ऐसे में सीधे तौर पर इसके अवैध भंडारण पर कार्रवाई करने के नियम नहीं हैं. इसके चलते अधिकारी चाहते हुए भी कार्रवाई नहीं कर पा रहे हैं. ऐसे में जिला प्रशासन के अधिकारियों के सामने नए कानून मजबूरी बने हुए हैं.
बता दें कि नए नियमों के तहत प्याज और आलू को आवश्यक वस्तु अधिनियम से बाहर रखा गया है. ऐसे में आलू और प्याज के अवैध भंडारण पर न ही लगाम लग पा रही थी और न ही प्रशासनिक की ओर से ऐसा करने वालों पर कार्रवाई की जा रही थी. अब लखनऊ जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने आलू और प्याज की जमाखोरी करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं.
डीएम अभिषेक प्रकाश के निर्देशों के बाद जमाखोरों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए कृषि, उद्यान, मंडी परिषद सहित अन्य विभागों के साथ समन्वय स्थापित कर संयुक्त टीमों का गठन किया जाएगा. यह संयुक्त टीमें आलू और प्याज की जमाखोरी पर रोक लगाने और कीमतों को नियंत्रित करने के लिए काम करेंगी. विभिन्न विभागों की संयुक्त टीम यह भी निर्धारित करेंगी कि फुटकर मंडियों में प्याज और आलू की कीमतें सामान्य बनी रहें.
बता दें कि कानूनों में संशोधन के बाद आवश्यक वस्तु की श्रेणी में आलू और प्याज न आने से इनके भंडारण को गैरकानूनी नहीं माना गया है. ऐसे में जब तक आलू और प्याज को आवश्यक वस्तु की श्रेणी में शामिल नहीं किया जाता, तब तक इसके भंडारण को लेकर सीधे तौर पर जिला प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं कर सकता. कार्रवाई करने के अधिकार न होने को लेकर बीते लंबे समय से प्याज आलू की कालाबाजारी को लेकर कार्रवाई नहीं हो पा रही थी. बीते दिनों मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्याज और आलू की कीमतों को लेकर निर्देश जारी किए थे, जिसके बाद लखनऊ के जिलाधिकारी ने सभी विभाग की संयुक्त टीम का गठन किया है, जिससे कि बाजार में आलू और प्याज की कीमतों को नियंत्रित किया जा सके.