लखनऊः प्रदेश की सड़कें गढ्ढा मुक्त करने के सरकार के दावे राजधानी लखनऊ ही में फेल होती नजर आ रही है. जनता की अपील और अप्लीकेशन पर अधिकारियों की लापरवाही भारी दिखाई दे रही है. लखनऊ के गोमतीनगर से खरगापुर रोड की दशा किसी से छिपी नहीं है. स्थानीय लोगों कई बार एलडीए और पीडब्ल्यूडी के ऑफिस पहुंचकर सड़क निर्माण का आग्रह कर चुके हैं, लेकिन अधिकारियों ने इसकी सुध नहीं ली. वहीं जब मामला जिलाधिकारी के पास पहुंचा को उनकी एक फटकार पर अधिकारी दौड़ते हुए मुआयना के लिए मौके पर पहुंच गए.
दरअसल, लखनऊ विकास प्राधिकरण की तरफ से मिशन शक्ति के तहत महिलाओं के विषय पर वेबिनार आयोजित हो रहे हैं. इस दौरान एक महिला ने अपने क्षेत्र की सड़क समस्या को एलडीए वीसी के सामने रखा. जिसके बाद वीसी ने विभाग के अधिकारियों से इसे जल्द ठीक करने का आदेश जारी किया. इसके बाद से महिला स्थानीय लोगों के साथ कभी एलडीए तो कभी पीडब्ल्यूडी के ऑफिस का चक्कर लगाते रहे, लेकिन समस्या के समाधान के लिए कोई प्रगति देखने को नहीं मिली.
एलडीए और पीडब्ल्यूडी की लड़ाई में फंसी सड़क
गोमती नगर विस्तार के खरगापुर के पास की सड़क नाले में तब्दील हो गई है, यहां पर कहा जाये तो सड़क में गढ्ढे नहीं बल्कि गढ्ढे में सड़क दिखाई दे रही है. इसके बावजूद काफी वक्त से न तो एलडीए सुनने को तैयार था और न ही पीडब्लूडी. जिसके बाद महिला ने वीसी एलडीए और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य से की. मामला जिलाधिकारी तक पहुंच गया. जिलाधिकारी ने मीटिंग के दौरान अधिकारियों को फटकार लगाई. जिसके बाद अधिकारी सड़क का मुआयना करने के लिए मौके पर पहुंचे.
एलडीए और पीडब्ल्यूडी की टीम पहुंची मौके पर
शिकायत के बाद दोनों ही विभाग के इंजीनियर गोमती नगर विस्तार के खरगापुर क्षेत्र में पहुंचे और एलडीए के अधिशासी अभियंता जोन -1 पीएस मिश्रा ने तत्काल नालों की सफाई के निर्देश दिए. वहीं पीडब्ल्यूडी के इंजीनियर ने तत्काल क्षतिग्रस्त सड़क को बनवाने का आश्वासन दिया. ऐसे में क्षेत्रवासी इस बात से काफी खुश दिखाई दे रहे हैं कि कम से कम काम शुरू होने की उम्मीद तो बनी और इस बार बारिश में कीचड़ से होकर आने जाने से मुक्ति से मिलेगी.