लखनऊ : स्वास्थ्य विभाग की महानिदेशक डॉ. दीपा त्यागी ने बुधवार को राजाजीपुरम स्थित रानी लक्ष्मीबाई अस्पताल में छापेमारी की. नेत्र परीक्षण अधिकारी (ऑप्टोमेट्रिस्ट) के कमरे का जायजा लिया. मरीजों से जांच व इलाज से संबंधी बातचीत की. उधर, ऑप्टोमेट्रिस्ट को नोटिस देकर जवाब-तलब किया गया.
सुबह करीब 10 बजे महानिदेशक रानी लक्ष्मीबाई अस्पताल पहुंचीं. महानिदेशक के पहुंचने से अस्पताल में खलबली मच गई. सबसे पहले नेत्र परीक्षण अधिकारी के कमरे में दाखिल हुईं. वहां मरीजों की काफी भीड़ थी. सबसे पहले उन्होंने मरीजों से जानकारी हासिल की. चश्मे के बारे में जानकारी ली. फिर इलाज व जांच की जानकारी ली. अस्पताल में किसी भी प्रकार का शुल्क आदि के बारे में भी जानकारी. इसके बाद महानिदेशक ने ओपीडी देखी. हड्डी रोग विभाग में दो ओपीडी कक्ष थे. एक में डॉक्टर मौजूद थे. मरीजों को देख रहे थे, जबकि दूसरे कमरे में बाहर से सिटकिनी लगी थी. इस पर उन्होंने नाराजगी जाहिर की.
महानिदेशक ने रानी लक्ष्मीबाई अस्पताल का जायजा लिया. महानिदेशक ने दवा काउंटर का हाल लिया. उसके बाद महानिदेशक ने अस्पताल की साफ-सफाई का हाल लिया. सीएमएस डॉ. संगीता टंडन को अस्पताल की व्यवस्था को दुरुस्त रखने के निर्देश दिए. उन्होंने साफ कहा कि 'मरीजों को इलाज मुहैया कराने में किसी भी प्रकार की अड़चन नहीं आनी चाहिए. मरीजों को किसी भी प्रकार की दिक्कत नहीं होनी चाहिए. महानिदेशक ने बताया कि ऑप्टोमेट्रिस्ट से नोटिस देकर जवाब-तलब किया गया है. बाहरी चश्मा दुकानदार ओपीडी में कैसे दाखिल हुए. इस पर जवाब मांगा गया है.'