लखऊ: लखनऊ विश्वविद्यालय में डिप्लोमा कोर्स करने वाले छात्र संघ का चुनाव नहीं लड़ सकेंगे. डिप्लोमा लखनऊ यूनिवर्सिटी ने पाठ्यक्रम के संबंध में एक बड़ा बदलाव कर दिया है. डिप्लोमा पाठ्यक्रम के विद्यार्थियों को लाइब्रेरी और लैब की सभी सुविधाएं तो मिलेंगी, लेकिन उन्हें नियमित छात्र नहीं माना जाएगा. पाठ्यक्रम में दाखिला न मिलने के कारण छात्र नेता डिप्लोमा में दाखिले ले लिया करते थे.
लखनऊ विश्वविद्यालय में पिछले वर्षों में 40 से ज्यादा डिप्लोमा कोर्स है. एलयू में कई साल के छात्र संघ चुनाव भी नहीं हो रहे थे, लेकिन चुनाव की आस में काफी विद्यार्थी दाखिला लेते थे. इसे देखते हुए लखनऊ विश्वविद्यालय में डिप्लोमा पाठ्यक्रमों को ऐड करके अन्य प्रणाली पर चलाने की व्यवस्था भी शुरू की. डिप्लोमा पाठ्यक्रम में केवल लखनऊ विश्वविद्यालय के किसी नियमित पाठ्यक्रम में दाखिला लेने वाले विद्यार्थी दाखिला ले सकते थे. ऐड ऑन की श्रेणी में डालने से यह सभी बंद हो गए थे. इस पर ऐडऑन की अनिवार्यता खत्म करने का भी निर्णय लिया गया. इस साल 31 डिप्लोमा पाठ्यक्रम शुरू करने का फैसला लिया गया. इस साल से पाठ्यक्रमों के विद्यार्थी छात्र संघ चुनाव नहीं लड़ सकेंगे.
इससे पूर्व कुलपति ने डिप्लोमा पाठ्यक्रम में सीधे दाखिले पर रोक लगाते हुए उन्हें ऐडऑन के रूप में संचालित किया था. इस साल से अब ऐडऑन की अनिवार्यता समाप्त भी कर दी गई है. लेकिन डिप्लोमा पाठ्यक्रम के विद्यार्थियों को नियमित विद्यार्थी न मानने का नियम भी जोड़ दिया गया है.