कानपुर: छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय में हुई चौथी एआईयू मूट कोर्ट प्रतियोगिता में चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी चैंपियन बनी. जबकि दूसरे स्थान पर लखनऊ यूनिवर्सिटी की टीम रही. रविवार को प्रतियोगिता के समापन समारोह में हाईकोर्ट के न्यायाधीश अब्दुल मोइन बतौर मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने कहा छात्रों में कॉन्फिडेंस (आत्मविश्वास) होना बहुत जरूरी है, लेकिन ओवर कॉन्फिडेंस से व्यक्ति को निराशा हाथ लगती है.
उन्होंने प्रतिभागियों को संबोधित करते कहा कि असफलता भी हमें कुछ न कुछ सिखाती है. असफलता से हमें अपनी कमजोरियों को जानने और उनसे पार पाने का अवसर मिलता है. इस मौके पर जिला जज प्रदीप कुमार सिंह, न्यायाधीश जिला एवं सत्र न्यायालय रमाबाई नगर जय प्रकाश तिवारी, प्रतिकुलपति प्रो.सुधीर कुमार अवस्थी, डीन प्रो. सुधांशु पांड्या, डा.शशिकांत त्रिपाठी ने विजय प्रतिभागियों को ट्रॉफी एवं कैश प्राइज देकर सम्मानित किया.
न्यायपीठ ने सुनाया फैसला: मुकाबले में दोनों ही टीमों ने अपनी–अपनी प्रतिभा का दमदार प्रदर्शन करते हुए तीखी जिरह करते हुए अपना–अपना पक्ष रखा. दो घंटे की तीखी बहस को सुनने के बाद न्यायपीठ ने अपना फैसला सुरक्षित रखते हुए मूट कोर्ट रूम को स्थगित किया गया.
विजयी टीम को मिला 51 हजार रुपये का पुरस्कार: आयोजकों ने बताया, कार्यक्रम के अंत मे प्रतियोगिता के अंतिम परिणामों की घोषणा हुई. इसके लिए सभी अतिथियों को मंच पर आमंत्रित किया गया. चंडीगढ़ विश्वविद्यालय की टीम को प्रतियोगिता के विजेता के रूप में 51 हजार रुपये के साथ ट्रॉफी, सर्टिफिकेट के साथ पुरुस्कृत किया गया. साथ ही लखनऊ विश्वविद्यालय की टीम को प्रतियोगिता के उप-विजेता के रूप में 21 हजार रुपये के साथ ट्रॉफी एवं सर्टिफिकेट से सम्मानित किया गया. इसी तरह प्रतियोगिता के कई अन्य प्रतिभागियों को भी पुरस्कार मिला, जिससे उनके चेहरे खिल गए.
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