लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार के उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव के आरोपों का जवाब दिया है. उन्होंने कहा कि एनपीआर और सीएए का विरोध करने वाले समाजवादी पार्टी के नेता संविधान विरोधी हैं. लोकतंत्र विरोधी हैं. उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी के विधानसभा में नेता उपद्रवियों को संविधान रक्षक सम्मान देने की बात कर रहे हैं, उन्हें पेंशन देंगे. यह सपा के डीएनए में है. उन्होंने आतंकवादियों को भी सम्मान किया था. यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि सपा के नेता रोहिंग्या और बांग्लादेशियों को भी नागरिकता देने की बात कर रहे हैं.
झूठ बोल रहे हैं अखिलेश यादव
दिनेश शर्मा ने अखिलेश यादव के गोरखपुर में पिछले 12 महीने में 1000 बच्चों की मौत वाले बयान पर कहा कि अखिलेश यादव झूठ बोल रहे हैं. उन्हें आंकड़ा नहीं पता है. उन्हें आरोप लगाने से पहले मीडिया के सामने बच्चों की सूची भी उपलब्ध करानी चाहिए थी. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में हमारी सरकार ने जैपनीज इंसेफेलाइटिस जैसी बीमारी से लड़ने के लिए बड़े स्तर पर काम किया है और अब वह दिन नहीं है जो उनकी सरकार में थे.
विपक्षी दलों में होड़ लगी है कि कौन किससे आगे निकलेगा. कौन कितनी गाली और कितने अमर्यादित शब्दों का प्रयोग भारतीय जनता पार्टी, भगवा और उनकी विचारधारा के प्रति कर सकेगा. आज समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने अपने वक्तव्य में ऐसी कई बातों का उल्लेख किया है. कल तो समाजवादी पार्टी के विधानसभा में नेता उनसे भी आगे निकल गए. उन्होंने उपद्रवियों को पेंशन और पुरस्कार देने की बात की है.
यह दुर्भाग्यपूर्ण है. पहले कभी भारतवर्ष में इस प्रकार की चीजें नहीं हुई. संसद में कानून बनने के बाद सभी ने उसका अनुपालन किया और राष्ट्रहित में, राष्ट्र रक्षा में, राष्ट्र के सम्मान में सभी दल दलों की दीवार तोड़कर खड़े हुए. लेकिन उत्तर प्रदेश ऐसा पहला राज्य देश का ही नहीं बल्कि दुनिया का बनेगा जहां उपद्रवियों को, दंगाइयों को पुरस्कार देने की बात की जा रही है.
उपलब्धियां भी गिनाईं
हमारा 28 प्रतिशत एक्सपोर्ट बढ़ा है. इसके साथ डेढ़ लाख करोड़ के ऊपर के हम न केवल एवं असाइन करके हम धरातल पर ले आएं हैं, बल्कि नोएडा में इलेक्ट्रॉनिक की फैक्ट्रियां चलती हुई दिखाई देंगी. तमाम चीनी मिलें चल रही हैं जो कभी बंद थीं. दर्जनों मेडिकल कॉलेज बनाए जा रहे हैं.
वन डिस्ट्रिक वन प्रोडक्ट के हिसाब से हम जिले में छोटे छोटे रोजगार पैदा करने की तरफ तेजी के साथ आगे बढ़े हैं. हमने बड़ी योजनाएं चाहे वो बुन्देलखंड एक्सप्रेसवे हो या गंगा एक्सप्रेस हो. तमाम बड़ी योजनाएं बन रही है. हमने लखनऊ आउटररिंग रोड जो कई सौ करोड़ का बन रहा होता है तो कहीं गोरखपुर लिंक रोड बन रहा होता है.
चारों तरफ हमने विकास की अवधारणा में अप्रत्यक्ष रोजगार पैदा किए हैं. हमने सरकारी पुलिस की भर्तियों को भी पारदर्शिता के साथ भर्ती किया है. हमने माध्यमिक शिक्षा में अध्यापकों की भर्ती की है. बेसिक शिक्षा में भी भर्ती अंतिम चरण पर कई हजार लोगों की भर्ती अंतिम चरण पर है. हमारी सरकार ने रोजगार के सृजन की दृष्टि से हमने बेहतर काम किया है.