ETV Bharat / state

National Digital Health Mission : ई-हॉस्पिटल में तब्दील होंगे यूपी के अस्पताल, Online होंगी मरीजों की डिटेल्स - डिजिटल हेल्थ मिशन

Digital Health Mission के तहत यूपी में अस्पतालों का होगा डिजिटाइजेशन. ई-हॉस्पिटल में तब्दील होंगे सभी अस्पताल. डिजिटाइजेशन के बाद Online होगा मरीजों के इलाज का डिटेल. healthcare service देने वाले संस्थानों तक आसान होगी मरीजों की पहुंच.

ऑनलाइन होगी मरीजों की डिटेल्स
ऑनलाइन होगी मरीजों की डिटेल्स
author img

By

Published : Nov 26, 2021, 3:00 PM IST

Updated : Nov 26, 2021, 3:13 PM IST

लखनऊः उत्तर प्रदेश के अस्पतालों का वर्षों पुराना काम का ढर्रा अब बदलेगा. जहां योगी आदित्यनाथ सरकार जिला अस्पताल से लेकर सीएचसी तक को डिजिटल हेल्थ मिशन (Digital Health Mission) के तहत ई-हॉस्पिटल में तब्दील करने जा रही है.

अस्पतालों के डिजिटाइजेशन (Digitization) से जहां मरीजों के इलाज-जांच की पूरी डिटेल ऑनलाइन उपलब्ध होगी, वहीं हेल्थकेयर सर्विस देने वाले संस्थानों तक मरीज की पहुंच भी आसान होगी.

Hospital
Hospital

ऑनलाइन मौजूद रहेगा मरीज का पूरा डिटेल्स

मरीज को कौन सी बीमारी है और उसका कहां और क्या इलाज हुआ, यह सब ऑनलाइन मौजूद रहेगा. यह कवायद पूरी करने के लिए यूपी सरकार ने हेल्थ सिस्टम का डिजिटाइजेशन (Digitization) शुरू कर दिया है.

सबसे पहले सरकारी अस्पतालों, मेडिकल कॉलेजों को केंद्र सरकार के एप 'मेरा अस्पताल' पर कनेक्ट किया जा रहा है. इस एप पर मरीज को खुद को दिखाने के लिए अपने नजदीक के अस्पताल को सर्च कर सकेगा. साथ ही गूगल मैप की सेटिंग पर भी एप मौजूद है. ऐसे में एप पर ही अस्पताल का लोकेशन और रुट भी ट्रेस हो जाएगा.

डीजी हेल्थ डॉक्टर वेद व्रत सिंह ने बताया कि अभी 31 अस्पताल ई-हॉस्पिटल सुविधा (e-hospital facility) से लैस हैं. जल्द ही सभी अस्पतालों व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) को भी ई-हॉस्पिटल (e-hospital) बनाया जाएगा.

यूपी में स्वास्थ्य विभाग के अस्पतालों में 175 के करीब जिला व संयुक्त अस्पताल हैं. इसके अलावा 3604 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) हैं. प्रत्येक पीएचसी पर अभी चार बेड हैं. इसी तरह प्रदेश में 856 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (community health center-CHC) हैं. प्रत्येक सीएचसी में 30 बेड हैं. इसके अलावा जिला व संयुक्त अस्पताल 80 से 750 बेड तक के हैं.

पीएम डिजिटल हेल्थ मिशन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त को लाल किले से इस योजना की घोषणा व 27 सितंबर को पीएम डिजिटल हेल्थ मिशन लांच किया था. इसके तहत देश के सभी लोगों को एक यूनीक आईडी कार्ड (unique ID card) दिया जाएगा.

इसमें उनके स्वास्थ्य से जुड़ी सारी जानकारी होगी. ऐसे में मरीज देश के किसी भी शहर या अस्पताल में इलाज के लिए जाएंगे तो उन्हें कोई जांच रिपोर्ट या पर्चा नहीं ले जाना होगा उनकी सारी जानकारी डॉक्टर हेल्थ आईडी से ऑनलाइन देख सकेंगे.


यह भी पढ़ें- आंदोलन के एक साल पूरे होने पर क्या बोले किसान, सुनिए...

अभी यह सुविधा अंडमान-निकोबार, चंडीगढ़, दादर नागर हवेली, दमनदीव, लद्दाख और लक्षद्वीप में दी जा रही है. अब पूरे देश में इसे शुरू किया जा रहा है. इस मिशन का लक्ष्य हर शख्स का हेल्थ आईडी बनाना व हेल्थकेयर सर्विस देने वाले संस्थानों तक उसकी पहुंच को आसान बनाना है.


ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

लखनऊः उत्तर प्रदेश के अस्पतालों का वर्षों पुराना काम का ढर्रा अब बदलेगा. जहां योगी आदित्यनाथ सरकार जिला अस्पताल से लेकर सीएचसी तक को डिजिटल हेल्थ मिशन (Digital Health Mission) के तहत ई-हॉस्पिटल में तब्दील करने जा रही है.

अस्पतालों के डिजिटाइजेशन (Digitization) से जहां मरीजों के इलाज-जांच की पूरी डिटेल ऑनलाइन उपलब्ध होगी, वहीं हेल्थकेयर सर्विस देने वाले संस्थानों तक मरीज की पहुंच भी आसान होगी.

Hospital
Hospital

ऑनलाइन मौजूद रहेगा मरीज का पूरा डिटेल्स

मरीज को कौन सी बीमारी है और उसका कहां और क्या इलाज हुआ, यह सब ऑनलाइन मौजूद रहेगा. यह कवायद पूरी करने के लिए यूपी सरकार ने हेल्थ सिस्टम का डिजिटाइजेशन (Digitization) शुरू कर दिया है.

सबसे पहले सरकारी अस्पतालों, मेडिकल कॉलेजों को केंद्र सरकार के एप 'मेरा अस्पताल' पर कनेक्ट किया जा रहा है. इस एप पर मरीज को खुद को दिखाने के लिए अपने नजदीक के अस्पताल को सर्च कर सकेगा. साथ ही गूगल मैप की सेटिंग पर भी एप मौजूद है. ऐसे में एप पर ही अस्पताल का लोकेशन और रुट भी ट्रेस हो जाएगा.

डीजी हेल्थ डॉक्टर वेद व्रत सिंह ने बताया कि अभी 31 अस्पताल ई-हॉस्पिटल सुविधा (e-hospital facility) से लैस हैं. जल्द ही सभी अस्पतालों व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) को भी ई-हॉस्पिटल (e-hospital) बनाया जाएगा.

यूपी में स्वास्थ्य विभाग के अस्पतालों में 175 के करीब जिला व संयुक्त अस्पताल हैं. इसके अलावा 3604 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) हैं. प्रत्येक पीएचसी पर अभी चार बेड हैं. इसी तरह प्रदेश में 856 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (community health center-CHC) हैं. प्रत्येक सीएचसी में 30 बेड हैं. इसके अलावा जिला व संयुक्त अस्पताल 80 से 750 बेड तक के हैं.

पीएम डिजिटल हेल्थ मिशन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त को लाल किले से इस योजना की घोषणा व 27 सितंबर को पीएम डिजिटल हेल्थ मिशन लांच किया था. इसके तहत देश के सभी लोगों को एक यूनीक आईडी कार्ड (unique ID card) दिया जाएगा.

इसमें उनके स्वास्थ्य से जुड़ी सारी जानकारी होगी. ऐसे में मरीज देश के किसी भी शहर या अस्पताल में इलाज के लिए जाएंगे तो उन्हें कोई जांच रिपोर्ट या पर्चा नहीं ले जाना होगा उनकी सारी जानकारी डॉक्टर हेल्थ आईडी से ऑनलाइन देख सकेंगे.


यह भी पढ़ें- आंदोलन के एक साल पूरे होने पर क्या बोले किसान, सुनिए...

अभी यह सुविधा अंडमान-निकोबार, चंडीगढ़, दादर नागर हवेली, दमनदीव, लद्दाख और लक्षद्वीप में दी जा रही है. अब पूरे देश में इसे शुरू किया जा रहा है. इस मिशन का लक्ष्य हर शख्स का हेल्थ आईडी बनाना व हेल्थकेयर सर्विस देने वाले संस्थानों तक उसकी पहुंच को आसान बनाना है.


ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

Last Updated : Nov 26, 2021, 3:13 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.