लखनऊ: उत्तर प्रदेश की आपातकालीन सेवा डायल 112 से इन दिनों कई तरह की मदद पहुंचाई जा रही है. वहीं सरकार की डायल 112 सेवा की सफलता से प्रेरित होकर महाराष्ट्र पुलिस भी इसी सेवा की तर्ज पर अपने यहां भी शुरुआत करने की तैयारी में है. वहीं इस साल डायल 112 की मदद से बड़ी संख्या में गुमशुदा महिलाओं को तलाशा गया है. डायल 112 पूरे प्रदेश में 300 महिला पीआरवी संचालित कर रही है. जनवरी से 23 नवम्बर तक डायल 112 यूपी ने 7132 गुमशुदा, रास्ता भटकी महिलाओं को उनके परिजनों तक पहुंचाने का कार्य किया है.
गुमशुदा महिलाओं के लिए वरदान साबित हो रही है डायल 112 सेवा
प्रदेश सरकार की आपातकालीन सेवा डायल 112 ने गुमशुदा महिलाओं को खोजने में बड़ी सफलता हासिल की है. यह सेवा उन परिवारों के लिए वरदान साबित हो रही है, जिनकी महिलाएं गुमशुदा हो चुकी थी. डायल 112 यूपी ने जुलाई में 729, सितम्बर में 787 और अक्टूबर में 770 महिलाओं को उनके परिजनों या रिश्तेदारों से मिलवाने का काम किया. 1 नवम्बर से 23 नवम्बर तक 523 महिलाओं तक सहायता पहुंचाई गई है. जनवरी, फरवरी और मार्च महीने में मदद पहुंचाने का ये आंकड़ा 1947 रहा.
लॉकडाउन में महिलाओं की मददगार रही डायल 112
लॉक डाउन के दौरान गुमशुदगी की शिकायतें भी खूब दर्ज हुई. लॉकडाउन के दौरान जब लोग घरों से कम ही निकल रहे थे. उस दौरान महिलाओं के गुमशुदा होने या रास्ता भटकने की शिकायतें भी 112 के पास आई. अप्रैल में गुमशुदगी की 485, मई में 584 और जून में 602 मामले डायल 112 के पास आए. जिनको को खोज कर उनके परिवारों से मिलाया गया.
खोई महिला को 24 किलोमीटर दूर परिजनों तक पहुंचाया
डायल 112 को शिकायत मिली की एक महिला जो श्रावस्ती की रहने वाली है वह भटक गई है. महिला का घर भिनगा थाना क्षेत्र में है. इस शिकायत के बाद डायल 112 की पुलिस तलाश में जुट गई. कुछ देर में पीआरवी 2495 पर तैनात महिला पुलिस कर्मी लक्ष्मी देवी और मोनी शर्मा अपने कमांडर सर्वजीत के साथ मौके पर पहुंची. महिला पुलिस कर्मियों ने भटकी महिला से जानकारी हासिल की, तो पता चला कि वो अपने मायके जा रही थी और रास्ता भटक गई है. महिला ने बताया कि उसके पास रुपये भी नहीं हैं. पीआरवी कर्मियों ने महिला की समस्या को देखते हुए 24 किलोमीटर दूर उसके मायके बनकटवा गांव तक पहुंचाया.