नई दिल्ली/लखनऊ: प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए डॉ. आचार्य संतोष खंडूरी ने बताया कि हरिद्वार में 27 फरवरी से महाकुंभ मेला शुरू हो रहा है, जो लगभग 2 महीने चलकर 27 अप्रैल को समाप्त होगा. 11 मार्च, 12 अप्रैल, 14 अप्रैल और 27 अप्रैल को शाही स्नान होगा. मेले को लेकर उत्तराखंड सरकार की तरफ से जोर-शोर से तैयारी चल रही है. हर की पौड़ी सहित सभी घाटों की मरम्मत कर दी गई है.
श्रद्धालुओं को रहने-खाने के बेहतर इंतजाम
इसके अलावा सड़कों को ठीक किया गया है. फ्लाईओवर बनकर तैयार है, साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है. श्रद्धालुओं को रहने-खाने के लिए भी उत्तराखंड सरकार के लिए बेहतर इंतजाम किए गए हैं.
महाकुंभ में 200 से अधिक घाट बनाए गए
कोरोना के मद्देनजर इस महाकुंभ में 200 से अधिक घाट बनाए गए हैं. एक श्रद्धालु को सिर्फ तीन बार डुबकी लगाने की इजाजत होगी. महाकुंभ में आने वालों का डिटेल लिया जाएगा. कोविड प्रोटोकॉल का पालन किया जाएगा. कोरोना को देखते हुए लोगों की जरूरी स्वास्थ्य जांच की जाएगी.
आचार्य ने बताया कि कोरोना की वजह से महाकुंभ में श्रद्धालुओं की संख्या पर असर पड़ेगा. महाकुंभ में रोजाना दो से ढाई करोड़ श्रद्धालु आते हैं. लेकिन हरिद्वार में होने वाले महाकुंभ में एक करोड़ श्रद्धालु के रोजाना आने की उम्मीद है.