लखनऊ : उत्तर प्रदेश में साइबर सिक्योरिटी और ट्रैफिक मैनेजमेंट पुलिस के लिए सबसे बड़ी चुनौती है. इससे निपटने के लिए अब ब्रिटेन की पुलिस टेक्नोलॉजी की मदद ली जाएगी. राजधानी स्थित पुलिस मुख्यालय में डीजीपी ने यूके पुलिस टेक्नोलॉजी को ऑपरेशन ट्रेड मिशन डेलीगेट्स के साथ बैठक कर कई अहम मुद्दों पर चर्चा की है.
यूपी पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि 'सोमवार को पुलिस मुख्यालय में डीजीपी डीएस चौहान की अध्यक्षता में यूपी पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों और यूनाइटेड किंगडम पुलिस टेक्नोलॉजी को-ऑपरेशन ट्रेड मिशन डेलीगेट्स के बीच बैठक का आयोजन किया गया. बैठक में साउथ एशिया के डिप्टी ट्रेड कमिश्नर एना शॉटबॉल्ट, यूके के पॉलिसी एवम सिक्योरिटी सलाहकार रॉबर्ट बार्नेस, डीएसई के डिप्टी हेड विभोर सिंह समेत यूके की कई कंपनियों प्रतिनिधि मौजूद रहे, वहीं यूपी पुलिस के ओर से डीजी ट्रेनिंग, एडीजी क्राइम, एडीजी स्थापना, एडीजी दूरसंचार, एडीजी लॉजिस्टिक्स, एडीजी एटीएस, एडीजी कानून व्यवस्था समेत वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे.'
यूपी पुलिस के मुताबिक 'बैठक में साइबर सिक्योरिटी, फोरेंसिक साइंस, क्राइम इन्वेस्टिगेशन, ट्रैफिक मैनेजमेंट, सिक्योरिटी कम्युनिकेशन, प्रिजन एंड सिक्योर एक्सेस मैनेजमेंट, ड्रग्स एंड नारकोटिक्स प्रोहिबिशन और पुलिस ट्रेनिंग जैसे विषयों पर चर्चा हुई. यूके और यूपी पुलिस अधिकारियों ने अपना-अपना प्रेजेंटेशन दिखाया और अनुभव साझा किए.'
इस दौरान डीजीपी डीएस चौहान ने कहा कि 'पुलिस के दैनिक कार्यों में आधुनिक तकनीकों का अधिकाधिक प्रयोग सहित अपराधों के मॉडर्न एज क्राइम, आर्थिक एवं साइबर क्राइम के निस्तारण के लिए पुलिस को तकनीकी रूप से और अधिक सक्षम, सबल व उच्चीकृत करने की जरूरत है.' उन्होंने कहा 'इसलिए यूके और उत्तर प्रदेश पुलिस के बीच इस प्रकार की बैठक का आयोजन किया गया है.'