लखनऊः राज्य सरकार गांव-गांव में जल संचयन, जल संरक्षण और हरियाली लाने के काम तेजी से करा रही है. उसकी योजना इन कामों से ग्रामीणों को रोजगार के ढेरों अवसर भी उपलब्ध कराना है. इसके लिए ग्राम्य विकास विभाग की महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना और मनरेगा के तहत गांवों में नहरों का निर्माण, तालाबों का गहरीकरण और मनरेगा पशु बाड़ा निर्माण के कार्य तेजी से पूरा कराये जा रहे हैं.
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य का कहना है कि प्रदेश में दूसरे पारी में फिर से सत्ता संभालने वाली योगी सरकार ने 100 दिनों में मनरेगा के तहत 6 सौ तालाबों की सूरत बदलने की कार्य योजना बनाई है. इसको समय पर पूरा कराने की कवायद तेज कर दी गई है. महोबा और प्रतापगढ़ में तालाबों के गहरीकरण और पुनरोद्धार के कार्य किये जाने हैं. सरकार ने ग्राम विकास विभाग को 1 साल में योजना से 15,463 तालाबों के गहरीकरण और पुनरोद्धार कराने का भी लक्ष्य दिया है. तालाबों के गहरीकरण योजना में श्रमिकों और ग्रामीणों को बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर मिलेंगे और उनकी आर्थिक स्थिति भी बेहतर बनेगी.
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की इस योजना से जल के उपयोग और संरक्षम के श्रोत तालाबों को नया जीवन तो मिलेगी ही, पशु-पक्षियों को पीने के लिए पानी भी उपलब्ध होगा. गांव में हरियाली के साथ भूजल स्त्रोत बनाये रखने में भी तालाब सहायक बनेंगे. सरकार का प्रयास गांव-गांव में संचालित कल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से प्रत्येक ग्रामीम को रोजगार उपलब्ध कराकर उनको मजबूत बनाना भी है.
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गौरतलब है कि सरकार ने पिछले 5 सालों में 92,576 तालाबों के निर्माण और जीणोद्धार का काम कराया है. श्रावस्ती के विकास खंड गिलौला की ग्राम पंचायत कोट मुबारकपुर और जिला जौनपुर में सामुदायिक तालाबों के निर्माण से काफी बदलाव आया है.