लखनऊ: उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने मंगलवार को भारत रत्न मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया के नाम से 1 करोड़ 9 लाख रुपये की लागत से बनने वाले विश्वेश्वरैया भव्य द्वार का शिलान्यास किया. साथ ही लगभग 19 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली मल्टी लेवल पार्किंग का भी शिलान्यास किया. इन परियोजनाओं का निर्माण कार्य राजकीय निर्माण निगम द्वारा कराया जाएगा. इस दौरान मौर्य ने अभियन्ताओं से अपील करते हुए कहा कि वह भारत रत्न मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया के जीवन से सीख और प्रेरणा लेकर देश व प्रदेश के शैक्षिक, सामाजिक व आर्थिक उत्थान में अपना महत्वपूर्ण योगदान प्रदान करें. इसके साथ ही उन्होंने लोक निर्माण विभाग के उत्कृष्ट व उल्लेखनीय कार्य करने वाले अभियन्ताओं व कर्मचारियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया.
प्रशस्ति पत्र पाने वालों में अयोध्या-वाराणसी के चीफ इंजीनियर राकेश राजवंशी, निर्माण निगम के एमडी सत्यप्रकाश सिंघल, मुख्य अभियन्ता अशोक अग्रवाल, अधीक्षण अभियन्ताओं में जितेन्द्र कुमार बांगा, अशोक कनौजिया, इरफान अहमद, राकेश सिंह अधिशासी अभियन्ताओं में संदीप सक्सेना, बच्चू लाल सिंह, पियूष द्विवेदी, सहायक अभियन्ताओं में राजीव कुमार राय अवर अभियन्ताओं में पंकज मौर्या, आरके ओझा के आलावा कर्मचारियों में श्रीमती नीमा पन्त, रेखा केसरवानी, सर्वेश कुमार, आशीष श्रीवास्तव, जीवानन्द, नवीन त्रिपाठी, संजय चैरसिया, निर्मल मिश्रा, ललित सहवाल, विपिन सिंह, अतुल मौर्या व तुलसी राम हैं, जिन्हें कार्यक्रम के दौरान प्रशस्ति पत्र प्रदान किये गये. इस कार्यक्रम से विभिन्न जिलों के अभियन्ता भी वर्चुअल रूप से जुड़े रहे.
इस दौरान उपमुख्यमंत्री ने महानतम वैज्ञानिकों व इंजीनियरों से प्रेरणा व सीख लेने की सलाह दी. वहीं उनके कर्तव्यों व दायित्वों का बोध कराया. विभागीय अधिकारियों में नई उर्जा और नए उत्साह का संचार करते हुए उन्होंने कहा कि वह अपनी प्रतिभा, ज्ञान और दक्षता से कार्य करते हुए पूरे देश में ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी लोक निर्माण विभाग का नाम रोशन करें. मौर्य ने कहा कि सड़कें विकास का आधार हैं, विकास के प्रथम चरण में रोड कनेक्टिविटी होना बहुत महत्वर्पूण है. इस दिशा में वर्तमान सरकार द्वारा बहुत ही उत्साहजनक परिणाम दिए गए हैं.
केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम देश को प्रगति के पथ पर ले जाने का जो विजन देकर गए हैं, उस विजन और सोच के अनुरूप हमें अपने दायित्वों का निर्वहन करना है. इस अवसर पर उन्होंने विभाग की ओर से शुरू की गई डॉ. कलाम गौरव पथ योजना, जय हिन्द वीर पथ योजना, मेजर ध्यानचन्द विजय पथ योजना की चर्चा करते हुयए कहा कि विभाग द्वारा जहां सड़कें बनायी जा रही हैं, वहीं विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान करने वाले लोगों का सम्मान भी किया जा रहा है.
इसे भी पढ़ें- लखनऊ: प्रतीक्षारत आठ आईएएस अफसरों को मिली नई तैनाती