लखनऊः डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य जागेश्वर होते हुए गंगोलीहाट पाताल भुनेश्वर गुफा के दर्शन करने पहुंचे. यहां उन्होंने पाताल भुनेश्वर की पूजा की और शिवलिंग पर जलाभिषेक किया. उन्होंने गुफा के बारे में पंडित नीलम भंडारी से विस्तृत जानकारी ली और तमाम प्राकृतिक बहारों को देखकर भाव विभोर हो गए.
उप मुख्यमंत्री ने बताया कि ये जो गुफा है वह प्राकृतिक रूप से बनी हुई है जो हम शास्त्रों में पढ़ते थे आज हमने साक्षात देखा है. इस क्षेत्र में आकर बहुत अच्छा लगा. क्षेत्र वाकई बहुत ही सुंदर है. देवभूमि धार्मिक पर्यटन के लिए प्रसिद्ध है यहां पर जो सुविधाएं नहीं मिल रही हैं इसके लिए सरकार को कोशिश करनी चाहिए.
पाताल भुनेश्वर क्षेत्र में हल्का भोजन करने के बाद डिप्टी सीएम जागेश्वर धाम के लिए वापस चले गए जहां उनका रात्रि विश्राम भी है. केशव प्रसाद कल लखनऊ रवाना होंगे.
पाताल भुनेश्वर के बारे में
पाताल भुवनेश्वर अल्मोड़ा से शेराघाट होते हुए 160 किलोमीटर की दूरी तय कर पहाड़ी वादियों के बीच बसे गंगोलीहाट में स्थित है. पाताल भुवनेश्वर देवदार के घने जंगलों के बीच अनेक भूमिगत गुफाओं का संग्रह है. जिसमें से एक बड़ी गुफा के अंदर शंकरजी का मंदिर है. यह संपूर्ण परिसर 2007 से भारतीय पुरातत्व विभाग द्वारा अपने कब्जे में लिया गया है.
कलियुग का रहस्य छुपा है इस गुफा में
इस गुफा में चारों युगों के प्रतीक रूप में चार पत्थर स्थापित हैं. इनमें से एक पत्थर जिसे कलियुग का प्रतीक माना जाता है, वह धीरे-धीरे ऊपर उठ रहा है. ऐसा माना जाता है कि जिस दिन यह कलियुग का प्रतीक पत्थर दीवार से टकरा जायेगा उस दिन कलियुग का अंत हो जाएगा.