लखनऊ: उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य (Deputy CM Keshav Prasad Maurya) ने अपने मथुरा वाले ट्वीट (Tweet) पर कायम रहते हुए सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) पर हमला बोला है.
उन्होंने पूछा है कि अखिलेश यादव बताएं कि क्या वे नहीं चाहते कि कृष्ण जन्मभूमि पर मंदिर बने. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि यह मुद्दा चुनाव का नहीं है.
गौरतलब है कि उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने बुधवार को ट्वीट कर कहा था कि अयोध्या और काशी में भव्य मंदिर का निर्माण चल रहा है और अब मथुरा की बारी है.
केशव प्रसाद मौर्य के इस ट्वीट के बाद सियासी हलकों में सरगर्मियां बढ़ गई थी. माना जा रहा था कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 (UP Assembly Election 2022) के लिए केशव प्रसाद मौर्य एक नया चुनावी एजेंडा सेट कर रहे हैं, जिसमें अयोध्या और काशी के साथ ही अब मथुरा की भी बात की जा रही है.
अखिलेश यादव और मायावती ने भाजपा की इस राजनीति पर सवाल उठाए हैं. उधर, भारतीय जनता पार्टी केशव प्रसाद मौर्य के इस बयान के समर्थन में खड़ी है और कह रही है कि मथुरा के विकास और श्री कृष्ण जन्मभूमि के जीर्णोद्धार से किसको क्या हर्ज हो सकता है.
ये भी पढ़ेंः अयोध्या काशी जारी है, अब मथुरा की बारी है : केशव प्रसाद मौर्य
वहीं, अखिल भारतीय संत समिति के महामंत्री स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ने कहा था कि अखिल भारतीय संत समिति और विश्व हिंदू परिषद के मूल प्रस्ताव में अयोध्या, मथुरा और काशी शामिल रही है.
उन्होंने डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को सही ठहराया. साथ ही कहा कि डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने जो भी कहा है उसमें कुछ नया नहीं है. उन्होंने कार्यकर्ताओं के मन में बरसों से दबी टीस के बारे में कहा है. इससे किसी को क्या हर्ज हो सकता है.
ये भी पढ़ेंः Parliament Winter Session 2021: राज्यसभा और लोकसभा की कार्यवाही जारी
इस बयान को लेकर गुरुवार को डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य की ओर से नया वीडियो जारी किया गया. इसमें उन्होंने कहा है कि मथुरा का विकास तो होना ही चाहिए. भव्य मंदिर का निर्माण किया जाना चाहिए. उन्होंने अखिलेश यादव से सवाल पूछा कि क्या वे नहीं चाहते हैं कि मथुरा में मंदिर निर्माण किया जाए.
फिलहाल डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के मथुरा वाले बयान को लेकर सियासी हलकों में सरगर्मी तेज हो गई है. यूपी के आगामी चुनाव के मद्देनजर इस बयान को लेकर विरोध और समर्थन का दौर जारी है.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप