लखनऊ : यूपी के सरकारी अस्पतालों में जल्द ही स्टाफ नर्स व अन्य कर्मचारियों की कमी दूर होगी. जल्द ही अस्पतालों को 17 हजार स्टाफ नर्स व अन्य कर्मचारी मिलेंगे. डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने नेशनल हेल्थ मिशन (एनएचएम) अफसरों को जल्द से जल्द भर्ती प्रक्रिया पूरी करने के निर्देश दिये हैं. वहीं अस्पतालों में अभियान चलाकर स्टाफ नर्स की कमी पूरी की जा रही है. बीते वर्ष संविदा के आधार पर 2942 स्टाफ नर्स की भर्ती की गई. एनएचएम के तहत 17 हजार से अधिक स्टाफ नर्स व अन्य श्रेणी के कर्मचारियों की संविदा के आधार पर भर्ती की प्रक्रिया चल रही है.
जल्द जारी होगा परिणाम : डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि 'रोगियों को बेहतर उपचार मुहैया कराने की दिशा में लगातार कदम उठाये जा रहे हैं. स्टाफ नर्स व अन्य कर्मचारी किसी भी अस्पताल की रीढ़ होती हैं. इस व्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में कदम उठाया जा रहा है. उन्होंने बताया कि एनएचएम के माध्यम से भर्ती प्रक्रिया के तहत परीक्षा हो चुकी है. जल्द ही परीक्षा परिणाम घोषित किया जाएगा. उसके बाद स्टाफ नर्स व कर्मचारियों को अस्पतालों में तैनाती दी जाएगी.'
प्रशिक्षण भी मिलेगा : डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि 'समय-समय पर टेक्निकल स्टाफ को प्रशिक्षण दिलाया जा रहा है. इलाज की बारीकियां सिखाई जा रही हैं. इसका फायदा रोगियों को मिलेगा. आधुनिक इलाज का तौर-तरीका भी सिखाया जा रहा है. यह सतत प्रक्रिया है.'
ये होगा फायदा
- दूर-दराज के अस्पताल में कर्मचारियों की कमी दूर होगी.
- वार्ड में मरीजों की देखभाल और अच्छी हो सकेगी.
- इमरजेंसी सेवाएं बेहतर होंगी.
- आधुनिक जांच शुरू करने में मदद मिलेगी.