लखनऊ: डिप्टी सीएम बृजेश पाठक (Deputy CM Brijesh Pathak) लापरवाह डॉक्टर-कर्मचारियों पर लगातार कार्रवाई कर रहे हैं. शुक्रवार को डिप्टी सीएम ने केजीएमयू के क्वीनमेरी अस्पताल में जच्चा बच्चा की मौत के मामले की जांच के आदेश (Deaths in Queen Mary Hospital Lucknow) दिए हैं. विभाग प्रशासन को तीन दिन के भीतर जांच पूरी करनी है.
श्रावस्ती भिनगा निवासी गर्भवती आरती (25) प्रसव पीड़ा हुई. परिवरीजन गर्भवती को लेकर अस्पताल पहुंचे. यहां डॉक्टर ने आरती की तबीयत गंभीर बताई. उन्हें केजीएमयू रेफर कर दिया. बीते सोमवार रात करीब आठ बजे परिजनों ने गर्भवती को क्वीनमेरी में भर्ती किया. जांच में हीमोग्लोबिन का स्तर चार मिला.
बीते मंगलवार देर रात जच्चा बच्चा की मौत हो गई. डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने गर्भवती की मौत के मामले को जांच के आदेश दिए हैं. उन्होंने कहा है कि इलाज में यदि किसी भी तरह की लापरवाही पाई गई तो संबंधित डॉक्टर-कर्मचारी पर कठोर कार्रवाई की जाएगी.
वायरल वीडियो की जांच के आदेश: संभल जिला चिकित्सालय में डॉक्टर ने मरीज को थप्पड़ मारा इसका वीडियो वायरल हुआ यह प्रकरण बेहद शर्मनाक है. डिप्टी सीएम ने कहा कि मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ अनूप अग्रवाल स्वयं मामले जांच कर रहे हैं. एक सप्ताह में जॉंच आख्या प्रेषित करें. मरीज से रात किसी भी तरह की आवश्यकता की घटना बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
शामली में हॉस्पिटल किया गया सील: शामली में सील हॉस्पिटल बिना किसी अनुमति के चलाए जाने के साथ ही फर्जी तरीके से अल्ट्रासाउंड सेंटर चलने की शिकायत पर डिप्टी सीएम ने कहा है कि बिन्दुवार जॉंच एसीएमओ को मौके पर भेज कर कराये साथ ही एक सप्ताह में रिपोर्ट के आधार पर दोषियों पर कार्रवाई किया जाए. कार्रवाई की रिपोर्ट एक सप्ताह के अन्दर उपलब्ध करायें. विभागीय अधिकारियों व कर्मचारियों की भी संलिप्तता की जांच करायी जाएगी.
लापरवाही पर रिपोर्ट तलब: देवरिया के महर्षि देवरहा बाबा स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय में लापरवाही के चलते प्रसूता की मृत्यु होने संबंधी आरोप के प्रकरण का संज्ञान लेते हुए डिप्टी सीएम ने प्रधानाचार्य द्वारा प्रकरण की जांच के लिए एक कमेटी गठित कर दी गयी है. पूरे मामले की जांच कर जांच आख्या एक सप्ताह में भेजने के लिए कहा गया है. मामले में मुख्य चिकित्साधिकारी, देवरिया से भी आख्या मांगी गयी है. दोनों जांच आख्या प्राप्त होने के बाद प्रकरण में समीक्षा कर न्यायोचित कार्रवाई की जाएगी. किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा.