लखनऊ: राजधानी में इन दिनों डेंगू तेजी से फैल रहा है. आम जनता के साथ लखनऊ थानों में तैनात सिपाही और दरोगा भी इन दिनों डेंगू की चपेट में आ गए हैं.
बता दें कि डेंगू इन दिनों लोगों की परेशानी का सबब बन गया है. बचाव को लेकर तैयारियां फेल नजर आ रहीं हैं. राजधानी लखनऊ में हर दिन करीब 15 से अधिक डेंगू के मरीज आ रहे हैं. निगम की तरफ से मच्छर के प्रजनन को लेकर संदिग्ध घरों को चिन्हित कर नोटिस भेजने के साथ ही फॉगिंग कराने के दावे भी किए जा रहे हैं. इसके बावजूद डेंगू मरीजों के आंकड़ों में कमी नहीं आई है. बता दें कि बीते बुधवार को 27 घरों को नोटिस जारी किया गया था.
लखनऊ पुलिस भी डेंगू की चपेट में
लखनऊ की आम जनता के साथ लखनऊ पुलिस भी डेंगू के चपेट में आ गई है. अलग-अलग थानों में साफ-सफाई व फॉगिंग न होने से थाने में तैनात कई पुलिसकर्मी डेंगू के शिकार हो गए हैं.
हुसैनगंज थाने के चार सिपाहियों को डेंगू हुआ है. इसमें बृजेंद्र, अमित सैनी, माधवी चौहान व अंजली श्रीवास्तव को डेंगू हो गया है. वहीं, इन चारों पुलिस सिपाहियों का इलाज चल रहा है. इन सभी के प्लेटलेट्स कम होकर 20 हजार तक पहुंच गई हैं जो कि बेहद कम माना जाता है.
वहीं, दूसरी तरफ हसनगंज में तैनात कर्मचारी शंभू को भी डेंगू हो गया है. साथ ही अलीगंज व मडियांव थाने के अंतर्गत करीब एक दर्जन से अधिक पुलिसकर्मी सर्दी-जुकाम व बुखार से पीड़ित हैं. पुलिस कर्मचारियों का कहना है कि नगर निगम की तरफ से थानों में फॉगिंग नहीं हुई है. न ही दवाओं का छिड़काव किया गया है. इसकी वजह से यहां डेंगू फैलने लगा है.
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वहीं, नगर आयुक्त अजय द्विवेदी ने थानों में दवाओं के छिड़काव व फागिंग को लेकर कहा कि मामला संज्ञान में आया है. स्वास्थ्य विभाग व नगर निगम की टीम की तरफ से आपस में सामंजस्य बैठाकर सभी थानों को चिह्नित किया जाएगा. फागिंग के साथ दवाओं का छिड़काव कराया जाएगा. उन्होंने कहा कि समाज के हित में काम कर रहे पुलिसकर्मी डेंगू जैसी बीमारियों से प्रभावित न हों, इसके लिए हम प्रयासरत हैं.
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