लखनऊः स्वास्थ्य विभाग द्वारा ऐलान किया गया था कि लखनऊ अन्य विभाग भी डेंगू के प्रकोप को रोकने के प्रयास में हाथ बटाएंगे. लेकिन सबसे ज्यादा सरकारी दफ्तरों में डेंगू के लारवा पाया गया है. इससे साबित होता है कि स्वास्थ्य विभाग के साथ अन्य विभाग डेंगू के प्रकोप को रोकने के लिए कितना काम कर रहे हैं.
आपको बता दें कि स्वास्थ्य विभाग के साथ अन्य विभाग भी डेंगू के लारवा से निपटने के लिए कंधे से कंधा मिलाकर खड़े होने की बात कही गई थी. इसके तहत कई अस्पतालों में मच्छर विरोधी अभियान चलाया गया. लेकिन अस्पतालों में लगातार लारवा मिल रहे हैं. लार्वा मिलने के बाद अस्पतालों को चेतावनी भरा नोटिस भी जारी किया गया. लेकिन इसके बाद भी अस्पताल और अन्य विभाग अपनी लापरवाही से बाज नहीं आ रहे हैं.
लखनऊ में कहां मिले लारवा
जब स्वास्थ विभाग ने डेंगू के विरुद्ध अभियान शुरू किया तो सबसे पहले केजीएमयू के टीबी और रेडियोलॉजी विभाग में लगे कूलर और आसपास के इलाकों में डेंगू के लार्वा पाए गए थे. वहीं लोहिया अस्पताल और संस्थान में भी लारवा के लक्षण पाए गए थे. एक बार इन को फिर से सीएमओ की तरफ से नोटिस थमाया गया था. इसी के साथ-साथ पुलिस थानों से लेकर के एसएसपी दफ्तर तक यह अभियान पहुंचा तो वहां भी डेंगू के लारवा मिले.
अस्पतालों मे बढ़ रही डेंगू के मरीजों की संख्या
2019 में अब तक डेंगू के मरीजों का आंकड़ा 100 के पार पहुंच चुका है. लेकिन राहत की बात यह है कि अभी तक डेंगू की वजह से किसी भी मरीज की मौत नहीं हुई है. लखनऊ के जिला अस्पताल में बना डेंगू वार्ड में मरीजों से फुल है और रोजाना कई मरीज बुखार कि शिकायत लेकर अस्पताल पहुंच रहे हैं
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उत्तर प्रदेश सरकार के सहयोग से हम लगातार डेंगू के खिलाफ लड़ रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग के साथ और विभाग भी हांथ बंटा रहे हैं. कुछ जगह डेंगू के लारवा पाए गए हैं उन पर कार्रवाई की जा रही है और नोटिस भी भेजी गई है. हम इस समस्या से अवश्य निजात पा जाएंगे अभी तक शहर में इस डेंगू से किसी की मृत्यु नहीं हुई है.
-डॉ. नरेंद्र अग्रवाल, मुख्य चिकित्सा अधिकारी