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डेंगू के मरीजों से हॉस्पिटल के बेड फुल, श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल में सर्जरी बंद

Dengue effect in Lucknow : लखनऊ समेत पूरे उत्तरप्रदेश में डेंगू के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. हालत यह है कि सरकारी हो या प्राइवेट सभी हॉस्पिटल में डेंगू के मरीजों की लाइन लगी है. इसका असर उन मरीजों पर भी पड़ा है, जिनका आने वाले दिनों में ऑपरेशन या सर्जरी होने वाली थी. डेंगू मरीजों की बढ़ती तादाद के कारण लखनऊ के डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल में सर्जरी रोक दी गई है. (Surgery stopped in Civil Hospital)

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Published : Nov 8, 2022, 5:22 PM IST

लखनऊ : राजधानी के अस्पतालों में भी डेंगू के मरीजों संख्या बढ़ गई है. इसका असर अब अन्य बीमारी से परेशान लोगों पर भी पड़ने लगा है. डेंगू के मरीजों की बढ़ती तादाद के कारण हजरतगंज के डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल में सभी तरह की सर्जरी बंद (Surgery stopped at Dr. Shyama Prasad Mukherjee Civil Hospital) कर दी गई है. लखनऊ के सिविल अस्पताल में रोजाना छोटी-बड़ी 30 से अधिक सर्जरी होती है. सिविल अस्पताल के सीएमएस डॉ. आरपी सिंह ने बताया कि डेंगू के बढ़ते मरीजों के कारण अस्पताल में बेड नहीं खाली है, इसलिए अस्पताल प्रशासन ने सर्जरी को बंद करने का फैसला किया है.

सिविल अस्पताल के सीएमएस डॉ. आरपी सिंह ने बताया कि अस्पताल में डेंगू, मलेरिया, टाइफाइड जैसी बीमारियों से पीड़ित मरीजों की संख्या काफी ज्यादा बढ़ गई है. इन मरीजों को तत्काल प्रभाव से भर्ती भी किया जा रहा है. ऐसे में सर्जरी पर रोक लगाई गई है. इस समय डेंगू से पीड़ित मरीजों की संख्या काफी ज्यादा बढ़ रही हैं इसलिए कुछ बैठकर खाली होना भी बेहद जरूरी है. सिविल अस्पताल में 400 बेड हैं मगर जिस तेजी से डेंगू के मरीज बढ़ रहे हैं, उससे बेड की समस्या उत्पन्न हो सकती है.

Dengue effect in Lucknow
लखनऊ के सिविल हॉस्पिटल की ओपीडी में भी डेंगू, मलेरिया, टाइफाइड जैसी बीमारियों से पीड़ित मरीजों की लाइन लगी रहती है.


अस्पताल आकर वापस लौट रहे मरीज : सभी प्रकार के ऑपरेशन बंद होने के कारण डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल से 100 से अधिक मरीजों को मायूस लौटना पड़ रहा है. चिनहट से पथरी का ऑपरेशन कराने के लिए सिविल अस्पताल पहुंची जानकी देवी ने बताया कि मंगलवार को जब सिविल अस्पताल के सर्जरी विभाग में वह पहुंची तो उन्हें दवा देकर लौटा दिया गया है. कर्मचारियों ने उन्हें बताया कि इस समय ऑपरेशन नहीं हो रहा है. दर्द से छुटकारा के लिए कुछ इंजेक्शन और दवाएं दी हैं .

इमरजेंसी में मिलेगा इलाज : सीएमएस डॉ. आरपी सिंह ने बताया कि अगर मरीज को बहुत ज्यादा इमरजेंसी है तभी उसका ऑपरेशन इस समय हो सकता है. उन्होंने बताया कि अगर इमरजेंसी में कोई मरीज अस्पताल की इमरजेंसी में भर्ती होता है तो मरीज को निश्चित तौर पर इलाज मिलेगा और उसका ऑपरेशन भी किया जाएगा. फिलहाल के लिए इमरजेंसी के अलावा ऑपरेशन को पूरी तरह से बंद किया गया (Surgery stopped in Civil Hospital) है.

सिविल अस्पताल में पथरी के ऑपरेशन के लिए बाराबंकी से आए राकेश ने बताया कि उन्हें गोल ब्लैडर स्टोन के ऑपरेशन के लिए 5 नवंबर की डेट दी गई थी. जब 5 नवंबर को वह डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल पहुंचे तो बताया गया कि इस समय ऑपरेशन की तिथि और आगे बढ़ा दी गई है. फिलहाल दवा का कोर्स चल रहा है. दवाई से आराम है हालांकि कभी-कभी दर्द से हालत खराब हो जाती है. डॉक्टर ने कहा कि जैसे ही डेंगू के मरीज थोड़ी कम होंगे उस समय पर ऑपरेशन शुरू कर दिया जाएंगे. इस बार 29 नवंबर की तारीख ऑपरेशन के लिए दी गई है.

पढ़ें : लखनऊ में फूड पॉइजनिंग से 8 साल के बच्चे की मौत, कई अन्य बीमार

लखनऊ : राजधानी के अस्पतालों में भी डेंगू के मरीजों संख्या बढ़ गई है. इसका असर अब अन्य बीमारी से परेशान लोगों पर भी पड़ने लगा है. डेंगू के मरीजों की बढ़ती तादाद के कारण हजरतगंज के डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल में सभी तरह की सर्जरी बंद (Surgery stopped at Dr. Shyama Prasad Mukherjee Civil Hospital) कर दी गई है. लखनऊ के सिविल अस्पताल में रोजाना छोटी-बड़ी 30 से अधिक सर्जरी होती है. सिविल अस्पताल के सीएमएस डॉ. आरपी सिंह ने बताया कि डेंगू के बढ़ते मरीजों के कारण अस्पताल में बेड नहीं खाली है, इसलिए अस्पताल प्रशासन ने सर्जरी को बंद करने का फैसला किया है.

सिविल अस्पताल के सीएमएस डॉ. आरपी सिंह ने बताया कि अस्पताल में डेंगू, मलेरिया, टाइफाइड जैसी बीमारियों से पीड़ित मरीजों की संख्या काफी ज्यादा बढ़ गई है. इन मरीजों को तत्काल प्रभाव से भर्ती भी किया जा रहा है. ऐसे में सर्जरी पर रोक लगाई गई है. इस समय डेंगू से पीड़ित मरीजों की संख्या काफी ज्यादा बढ़ रही हैं इसलिए कुछ बैठकर खाली होना भी बेहद जरूरी है. सिविल अस्पताल में 400 बेड हैं मगर जिस तेजी से डेंगू के मरीज बढ़ रहे हैं, उससे बेड की समस्या उत्पन्न हो सकती है.

Dengue effect in Lucknow
लखनऊ के सिविल हॉस्पिटल की ओपीडी में भी डेंगू, मलेरिया, टाइफाइड जैसी बीमारियों से पीड़ित मरीजों की लाइन लगी रहती है.


अस्पताल आकर वापस लौट रहे मरीज : सभी प्रकार के ऑपरेशन बंद होने के कारण डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल से 100 से अधिक मरीजों को मायूस लौटना पड़ रहा है. चिनहट से पथरी का ऑपरेशन कराने के लिए सिविल अस्पताल पहुंची जानकी देवी ने बताया कि मंगलवार को जब सिविल अस्पताल के सर्जरी विभाग में वह पहुंची तो उन्हें दवा देकर लौटा दिया गया है. कर्मचारियों ने उन्हें बताया कि इस समय ऑपरेशन नहीं हो रहा है. दर्द से छुटकारा के लिए कुछ इंजेक्शन और दवाएं दी हैं .

इमरजेंसी में मिलेगा इलाज : सीएमएस डॉ. आरपी सिंह ने बताया कि अगर मरीज को बहुत ज्यादा इमरजेंसी है तभी उसका ऑपरेशन इस समय हो सकता है. उन्होंने बताया कि अगर इमरजेंसी में कोई मरीज अस्पताल की इमरजेंसी में भर्ती होता है तो मरीज को निश्चित तौर पर इलाज मिलेगा और उसका ऑपरेशन भी किया जाएगा. फिलहाल के लिए इमरजेंसी के अलावा ऑपरेशन को पूरी तरह से बंद किया गया (Surgery stopped in Civil Hospital) है.

सिविल अस्पताल में पथरी के ऑपरेशन के लिए बाराबंकी से आए राकेश ने बताया कि उन्हें गोल ब्लैडर स्टोन के ऑपरेशन के लिए 5 नवंबर की डेट दी गई थी. जब 5 नवंबर को वह डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल पहुंचे तो बताया गया कि इस समय ऑपरेशन की तिथि और आगे बढ़ा दी गई है. फिलहाल दवा का कोर्स चल रहा है. दवाई से आराम है हालांकि कभी-कभी दर्द से हालत खराब हो जाती है. डॉक्टर ने कहा कि जैसे ही डेंगू के मरीज थोड़ी कम होंगे उस समय पर ऑपरेशन शुरू कर दिया जाएंगे. इस बार 29 नवंबर की तारीख ऑपरेशन के लिए दी गई है.

पढ़ें : लखनऊ में फूड पॉइजनिंग से 8 साल के बच्चे की मौत, कई अन्य बीमार

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