लखनऊ : डेंगू और वायरल बुखार के मरीज बढ़ते ही इम्युनिटी बढ़ाने वाले (Dengue Patients) फलों की मांग तेज हो गई है. बुखार के उपचार में प्लेटलेट्स काउंट बढ़ाने के लिए लोग कीवी खाना पसंद कर रहे हैं, जिसकी वजह से कीवी के दाम दोगुने हो गए हैं. वहीं, नारियल पानी और पपीता की कीमतों ने भी छलांग लगाई है. 20 वाली कीवी 40 और 50 वाला नारियल 80 रुपये में बिक रहा है. इस समय बुखार के मरीज बढ़ने के कारण कीवी और नारियल पानी की मांग बढ़ गई है. बाजारों में भी यह फल पहले की अपेक्षा खूब दिख रहे हैं.
फल विक्रेता श्याम नारायण ने बताया कि 'कीवी के दाम दोगुने बढ़ गए हैं. करीब 10 दिन पहले तक कीवी के दाम 20 रुपये से लेकर 40 रुपये प्रति पीस तक थे, जो इस समय 40 से 70 रुपये प्रति पीस हो गए हैं. पपीता के दाम भी डेढ़ गुना तक बढ़ गए हैं.' पुरनिया के पास नारियल का ठेला लगाने वाले आशीष पांडेय ने बताया कि 'दो सप्ताह (Dengue Patients) पहले तक वह एक बोरा नारियल बेचते थे, लेकिन इस समय मांग बढ़ने से दो बोरा से अधिक नारियल बिक रहे हैं. 50 रुपये में बिकने वाला नारियल अब 80 में बिक रहा है.' कल्याणपुर स्थिति पतंजलि स्टोर के संचालक चंद्रप्रकाश बाजपेयी ने बताया कि 'इम्यूनिटी बढ़ाने वाले प्रॉडक्ट्स की मांग 20 फीसदी तक बढ़ी है, जिसमें गिलोय और पपीता जूस मुख्य है.'
कहां कितने बेड आरक्षित | |
अस्पताल | बेड |
सिविल | 24 |
बलरामपुर | 12 |
लोकबंधु | 10 |
राम सागर मिश्र | 10 |
रानी लक्ष्मीबाई | 10 |
मरीजों की गिर रही प्लेटलेट्स : सिविल अस्पताल के सीएमएस डॉ. राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि 'अस्पताल में डेंगू पीड़ित मरीजों के लिए अलग से वार्ड बनाया गया है. हालांकि इस समय मौसम में परिवर्तन होने से डेंगू के साथ वायरल बुखार के मरीज अधिक हैं.' वहीं, बलरामपुर अस्पताल के सीएमएस डॉ. अतुल मेहरोत्रा ने बताया कि 'बुखार में प्लेटलेट्स गिरना सामान्य बात है. किसी भी मरीज को घबराना नहीं चाहिए. खुद से दवा लेने के बजाय चिकत्सक को दिखाकर दवा लेना बेहतर है. प्लेटलेट्स में लगातार गिरावट होने पर जांच जरूर कराएं. मच्छर जनित बीमारियों से बचने के लिए सोते समय मच्छरदानी का इस्तेमाल सबसे बेहतर उपाय है. सरकारी अस्पतालों के अलावा निजी अस्पतालों में भी बुखार से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ी है.'
डेंगू के लक्षण |
-तेज बुखार |
-ठंड लगना |
-जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द |
-आंखों के पीछे दर्द |
-थकान |
- ऐंठन |
- त्वचा के लाल चकत्ते |
- मतली और उल्टी |
- नाक से खून आना |
- मसूड़ों से खून आना |