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लखनऊ: कैसरबाग बस अड्डे पर दुकानें खोलने की मांग - कोरोना वायरस

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में शनिवार को कैसरबाग बस स्टेशन पर रोडवेज के चालकों और कंडक्टरों ने नाराजगी जाहिर करते हुए रोडवेज प्रशासन से चाय और खाने की दुकान खुलवाने की मांग की.

कैसरबाग बस अड्डा
कैसरबाग बस अड्डा
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Published : Jul 18, 2020, 5:10 PM IST

लखनऊ : शनिवार को कैसरबाग बस स्टेशन पर ड्राइवर कंडक्टरों ने नाराजगी जाहिर करते हुए रोडवेज प्रशासन से चाय और खाने की दुकानें खुलवाने की मांग की. दरअसल कोविड-19 के बढ़ते मामलों के चलते प्रदेश सरकार अब हर शुक्रवार रात 10 बजे से सोमवार सुबह पांच बजे तक लॉकडाउन कर रही है. लॉकडाउन में सिर्फ आवश्यक सेवाओं को ही खोला गया है. इनमें रोडवेज बस भी शामिल हैं. लॉकडाउन में रोडवेज बसें तो चल रही हैं, लेकिन इस दौरान दुकानें बंद होने से चालक-परिचालकों को बस स्टेशन पर खाना तो दूर, चाय भी मिलना मुश्किल हो गयी है. इसी को लेकर ड्राइवर और कंडक्टरों ने नाराजगी जाहिर करते हुए दुकानें खोलने की मांग की है.

कैसरबाग बस स्टेशन पर सुबह और दोपहर जब रोडवेज ड्राइवर और कंडक्टर पहुंचे, तो यहां पर खाने के साथ ही चाय की दुकानें बंद मिलीं. दुकानें बंद होने से प्यास लगने पर उन्हें पानी भी नहीं मिल पाया. इसी को लेकर चालक-परिचालकों ने विरोध जताते हुए रोडवेज प्रशासन से चाय की दुकानें खुलवाने की मांग की. रोडवेज चालकों का आरोप है रोडवेज के अधिकारियों को सिर्फ इनकम से मतलब है. चालक-परिचालकों की सुविधाओं से उनका कोई लेना देना नहीं है. अब लॉकडाउन में जब यात्री आ ही नहीं रहे हैं, तो लोड फैक्टर कैसे आएगा. लेकिन ड्यूटी कराई जा रही है और चाय-पानी तक की व्यवस्था बस स्टेशन पर नहीं है.

इस बारे में लखनऊ रोडवेज के क्षेत्रीय प्रबंधक पल्लव कुमार बोस ने बताया कि चालक-परिचालकों की सुविधा के लिए ही कैसरबाग बस स्टैंड के कैफेटेरिया, अमूल, चाय के स्टॉल और चारबाग बस स्टैंड की कैंटीन, रेवड़ी, पराग और आलमबाग बस स्टेशन के मसाला स्पाइस फूड स्टॉल को खोले जाने की अनुमति जिलाधिकारी से मांगी गई थी. जिलाधिकारी को अवगत कराया गया था कि बस स्टेशन पर बस पकड़ने के लिए यात्री भी आएंगे. ऐसे में स्टॉल खोलने से उन्हें सुविधा मिलेगी. इसके बाद जिला प्रशासन की तरफ से शर्तों के साथ अनुमति प्रदान की गई. जिसमें स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण की तरफ से जारी सभी दिशानिर्देशों का पालन किए जाने, व्यवसायिक प्रतिष्ठान खोले जाने से पूर्व सभी कर्मचारियों को मास्क एवं सैनिटाइजर और थर्मल स्क्रीनिंग के साथ ही सुरक्षा से संबंधित सभी व्यवस्थाएं करने को कहा गया. इन सभी का ख्याल रखते हुए बस स्टेशन पर चाय की दुकानें और कैंटीन खुली रखी गई हैं.

वहीं उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के एमडी राजशेखर ने चालक-परिचालकों की शिकायत पर कहा कि उनकी सुविधा का ख्याल रखा जा रहा है. नियमों का पालन करते हुए बस स्टेशन पर खान-पान और चाय की दुकान खोली गई हैं. अगर अब भी कोई दिक्कत है, तो उसे भी दूर कराने का प्रयास किया जा रहा है.

लखनऊ : शनिवार को कैसरबाग बस स्टेशन पर ड्राइवर कंडक्टरों ने नाराजगी जाहिर करते हुए रोडवेज प्रशासन से चाय और खाने की दुकानें खुलवाने की मांग की. दरअसल कोविड-19 के बढ़ते मामलों के चलते प्रदेश सरकार अब हर शुक्रवार रात 10 बजे से सोमवार सुबह पांच बजे तक लॉकडाउन कर रही है. लॉकडाउन में सिर्फ आवश्यक सेवाओं को ही खोला गया है. इनमें रोडवेज बस भी शामिल हैं. लॉकडाउन में रोडवेज बसें तो चल रही हैं, लेकिन इस दौरान दुकानें बंद होने से चालक-परिचालकों को बस स्टेशन पर खाना तो दूर, चाय भी मिलना मुश्किल हो गयी है. इसी को लेकर ड्राइवर और कंडक्टरों ने नाराजगी जाहिर करते हुए दुकानें खोलने की मांग की है.

कैसरबाग बस स्टेशन पर सुबह और दोपहर जब रोडवेज ड्राइवर और कंडक्टर पहुंचे, तो यहां पर खाने के साथ ही चाय की दुकानें बंद मिलीं. दुकानें बंद होने से प्यास लगने पर उन्हें पानी भी नहीं मिल पाया. इसी को लेकर चालक-परिचालकों ने विरोध जताते हुए रोडवेज प्रशासन से चाय की दुकानें खुलवाने की मांग की. रोडवेज चालकों का आरोप है रोडवेज के अधिकारियों को सिर्फ इनकम से मतलब है. चालक-परिचालकों की सुविधाओं से उनका कोई लेना देना नहीं है. अब लॉकडाउन में जब यात्री आ ही नहीं रहे हैं, तो लोड फैक्टर कैसे आएगा. लेकिन ड्यूटी कराई जा रही है और चाय-पानी तक की व्यवस्था बस स्टेशन पर नहीं है.

इस बारे में लखनऊ रोडवेज के क्षेत्रीय प्रबंधक पल्लव कुमार बोस ने बताया कि चालक-परिचालकों की सुविधा के लिए ही कैसरबाग बस स्टैंड के कैफेटेरिया, अमूल, चाय के स्टॉल और चारबाग बस स्टैंड की कैंटीन, रेवड़ी, पराग और आलमबाग बस स्टेशन के मसाला स्पाइस फूड स्टॉल को खोले जाने की अनुमति जिलाधिकारी से मांगी गई थी. जिलाधिकारी को अवगत कराया गया था कि बस स्टेशन पर बस पकड़ने के लिए यात्री भी आएंगे. ऐसे में स्टॉल खोलने से उन्हें सुविधा मिलेगी. इसके बाद जिला प्रशासन की तरफ से शर्तों के साथ अनुमति प्रदान की गई. जिसमें स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण की तरफ से जारी सभी दिशानिर्देशों का पालन किए जाने, व्यवसायिक प्रतिष्ठान खोले जाने से पूर्व सभी कर्मचारियों को मास्क एवं सैनिटाइजर और थर्मल स्क्रीनिंग के साथ ही सुरक्षा से संबंधित सभी व्यवस्थाएं करने को कहा गया. इन सभी का ख्याल रखते हुए बस स्टेशन पर चाय की दुकानें और कैंटीन खुली रखी गई हैं.

वहीं उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के एमडी राजशेखर ने चालक-परिचालकों की शिकायत पर कहा कि उनकी सुविधा का ख्याल रखा जा रहा है. नियमों का पालन करते हुए बस स्टेशन पर खान-पान और चाय की दुकान खोली गई हैं. अगर अब भी कोई दिक्कत है, तो उसे भी दूर कराने का प्रयास किया जा रहा है.

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