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एकेटीयू के दीक्षांत समारोह में ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी के जरिए जारी होंगी डिग्रियां - दीक्षांत समारोह

डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय का 20वां दीक्षांत समारोह शनिवार 26 नवंबर को होगा. इसमें नए तकनीक का पालन करते हुए स्नातक विद्यार्थियों को डिजिटल डिग्रियां दी जाएंगी. यह डिग्रियां ब्लॉकचेन तकनीकी के माध्यम से प्रदान की जाएंगी.

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Published : Nov 24, 2022, 11:04 PM IST

लखनऊः डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (Dr. APJ Abdul Kalam Technical University) का 20वां दीक्षांत समारोह शनिवार 26 नवंबर को होगा. इसमें नए तकनीक का पालन करते हुए स्नातक विद्यार्थियों को डिजिटल डिग्री दी जाएगी. यह डिग्री ब्लॉकचेन तकनीकी के माध्यम से प्रदान की जाएगी. एकेटीयू उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा तकनीकी विश्वविद्यालय है. एकेटीयू अपने विश्व दीक्षांत समारोह में इस बार 48 हजार से अधिक डिग्रियां बीटेक सहित अन्य कोर्सों के छात्रों को देगा.

इस तकनीक को आईआईटी कानपुर में विकसित किया गया है. इसको आईआईटी इनक्यूबेटेड स्टार्टअप ट्रेंशियल द्वारा बनाया गया है. इस तनकीकी को पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आईआईटी कानपुर के 54 वें दीक्षांत समारोह में लॉन्च किया गया था. वर्तमान में इसका उपयोग देश भर में कई सरकारों, शैक्षणिक और निजी संगठनों द्वारा किया जा रहा है. इसमें इग्नू, एनआईटी राउरकेला और आईआईटी इंदौर आदि शामिल हैं.

डिजिटल डिग्रियां पद्मश्री प्रो. मनिंद्र अग्रवाल और प्रो. संदीप शुक्ला के नेतृत्व में नेशनल ब्लॉकचैन प्रोजेक्ट के तहत ट्रेंशियल द्वारा किए गए अधिक महत्वपूर्ण पहल और विकास का एक हिस्सा हैं. आईआईटी कानपुर के गतिशील अनुसंधान और विकास पारिस्थितिकी तंत्र के तहत ट्रेंडिशनल के रूप में जन्म लेने वाला विचार, अब डिजिटल सुरक्षा को परेशानी मुक्त और निर्बाध प्रक्रिया बनाने के लिए कई तरीकों से विस्तार कर रहा है. इसका उपयोग कर अब एकेटीयू अपने विद्यार्थियों को डिजिटल डिग्री प्रदान करने जा रहा है.

लखनऊः डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (Dr. APJ Abdul Kalam Technical University) का 20वां दीक्षांत समारोह शनिवार 26 नवंबर को होगा. इसमें नए तकनीक का पालन करते हुए स्नातक विद्यार्थियों को डिजिटल डिग्री दी जाएगी. यह डिग्री ब्लॉकचेन तकनीकी के माध्यम से प्रदान की जाएगी. एकेटीयू उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा तकनीकी विश्वविद्यालय है. एकेटीयू अपने विश्व दीक्षांत समारोह में इस बार 48 हजार से अधिक डिग्रियां बीटेक सहित अन्य कोर्सों के छात्रों को देगा.

इस तकनीक को आईआईटी कानपुर में विकसित किया गया है. इसको आईआईटी इनक्यूबेटेड स्टार्टअप ट्रेंशियल द्वारा बनाया गया है. इस तनकीकी को पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आईआईटी कानपुर के 54 वें दीक्षांत समारोह में लॉन्च किया गया था. वर्तमान में इसका उपयोग देश भर में कई सरकारों, शैक्षणिक और निजी संगठनों द्वारा किया जा रहा है. इसमें इग्नू, एनआईटी राउरकेला और आईआईटी इंदौर आदि शामिल हैं.

डिजिटल डिग्रियां पद्मश्री प्रो. मनिंद्र अग्रवाल और प्रो. संदीप शुक्ला के नेतृत्व में नेशनल ब्लॉकचैन प्रोजेक्ट के तहत ट्रेंशियल द्वारा किए गए अधिक महत्वपूर्ण पहल और विकास का एक हिस्सा हैं. आईआईटी कानपुर के गतिशील अनुसंधान और विकास पारिस्थितिकी तंत्र के तहत ट्रेंडिशनल के रूप में जन्म लेने वाला विचार, अब डिजिटल सुरक्षा को परेशानी मुक्त और निर्बाध प्रक्रिया बनाने के लिए कई तरीकों से विस्तार कर रहा है. इसका उपयोग कर अब एकेटीयू अपने विद्यार्थियों को डिजिटल डिग्री प्रदान करने जा रहा है.

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