लखनऊ: राजधानी के इटौंजा थाना क्षेत्र में सगे भाइयों के बीच हो रहे झगड़े के दौरान बीच बचाव करने गये किसान की पुलिस ने पिटाई कर दी. इस पिटाई में किसान की मौत हो गयी. पुलिस आरोपों को बेबुनियाद बता रही है.
बीच बचाव करने वाले किसान की मौत
राजधानी लखनऊ के इटौंजा थाना क्षेत्र शिवपुरी के मजरा भीखमपुर गांव में 24 जून को सगे भाई संतोष और खुशीराम के बीच जमीन के बंटवारे को लेकर कहासुनी के दौरान मारपीट होने लगी. यह देख पड़ोस में रहने वाला किसान गोविन्द लोधी (46) बीच बचाव करने लगा. इसी दौरान गोविन्द को भी चोट लग गई. गांव के सुनील कुमार ने मारपीट की सूचना पुलिस को दी गई.
सूचना के बाद पहुंची पुलिस ने झगड़ा करने वाले संतोष, नरेश, आलोक और दो अन्य लोगों के साथ बीच बचाव करने वाले किसान गोविन्द को मारते-पीटते थाने ले गई. पुलिस ने बीच-बचाव करने वाले गोविंद पर शांति भंग करने का आरोप लगाकर चालान कर दिया.
थाने में किसान को पुलिस वालों ने पीटा
मृतक किसान गोविंद की मां लक्ष्मी देवी ने बताया थाने में पुलिस ने उनके लड़के को मारा पीटा. घर वापस आने पर गोविंद ने थाने की पूरी घटना बताई. गोविंद के मुंह से रात में खून आने लगा, तब उसके परिवार वालों ने उसे एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया. हालत गंभीर होने पर उसे केके अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां पर उसकी मौत हो गई.
पुलिस ने अपना पल्ला झाड़ा
मृतक के परिवार में पत्नी जनाका, तीन लड़के मोहित, आशीष, अनुज और दो बेटियां लक्ष्मी और आसका हैं. वहीं एसपी ग्रामीण आदित्य लांग्हे के मीडिया इंचार्ज द्वारा जारी प्रेस नोट में पुलिस द्वारा मारपीट की घटना से इनकार किया गया है. इस घटना के बाद से मृतक के घर कोहराम मच गया है.