लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जान से मारने की धमकी देने वाले युवक को कानपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. जानकारी करने पर पता चला कि सिरफिरा अपनी गर्लफ्रेंड के पिता को फंसाना चाहता था. इसके लिए उसने दो दिन पहले अपना ही मोबाइल चोरी किया और फिर उसी मोबाइल फोन से धमकी भरा मैसेज डायल 112 को भेज दिया.
बता दें, रविवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जान से मारने की धमकी (Death threats to CM Yogi Adityanath) दी गई. यह धमकी यूपी 112 के व्हाट्सएप नंबर पर मैसेज भेज कर दी गई थी. धमकी भरा मैसेज मिलते ही यूपी 112 में हड़कंप मच गया. इसके बाद सोमवार को ऑपरेशन कमांडर ने धमकी देने वाले के मोबाइल नम्बर के आधार पर सुशांत गोल्फ सिटी थाने में एफआईआर दर्ज करायी. इसकी जानकारी आलाधिकारियों को भी दी गई. धमकी भरा मैसेज मिलने के बाद पुलिस, प्रशासन और खूफिया विभाग पूरी तरह से अलर्ट हो गया है.
सीएम योगी को जान से मारने की धमकी को लेकर सुशांत गोल्फ सिटी इंस्पेक्टर शैलेन्द्र गिरी ने कहा कि 23 अप्रैल को शाम 8:22 मिनट पर यूपी 112 के व्हाटसएप नम्बर पर सीएम योगी को धमकाने का मैसेज आया. मैसेज में लिखा था कि जल्दी ही योगी को जान से मार दिया जायेगा. इसके साथ ही अभद्र टिप्पणी की गई थी. इसके बाद आपरेशन कमांडर इंस्पेक्टर सहेन्द्र कुमार ने थाने में शिकायती पत्र दिया था. उन्होंने बताया कि धमकी देने वाले को ट्रेस कर लिया गया है. उसे जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा.
वहीं यूपी 112 के इंस्पेक्टर ने धमकी की जानकारी यूपी पुलिस के आलाधिकारियों के साथ ही यूपी एटीएस को भी दी थी. इससे पहले भी यूपी 112 को व्हाट्सएप के द्वारा सीएम योगी आदित्यनाथ को बम से उड़ाने की धमकी मिली थी. धमकी मिलने के बाद यूपी एटीएस, एसटीएफ और साइबर क्राइम की टीम सक्रिय हो गए थे. इसके बाद आरोपी को सरफराज को राजस्थान से गिरफ्तार किया था. यही नहीं हाल ही में राजधानी में रहने वाले हिंदू नेता देवेंद्र तिवारी को उमेश पाल हत्याकांड में फरार शूटर गुड्डू मुस्लिम के नाम से एक पत्र मिला था, जिसमें सीएम योगी आदित्यनाथ को मारने की धमकी दी गई थी.
दरअसल, यूपी में योगी सरकार बनने के बाद से ही जैसे माफिया और अपराधियों पर कार्रवाई हो रही है और अवैध बूचड़खानों को बंद करने के साथ ही गौ तस्करों पर लगाम लगी है, तब से ही सीएम योगी आदित्यनाथ को जान से मारने की धमकी मिल रही हैं. कभी यूपी 112 में कॉल या मैसेज के द्वारा तो कभी पत्र और सोशल मीडिया के माध्यम से. हालांकि हर बार धमकी देने वाले आरोपियों को सुरक्षा एजेंसियां गिरफ्तार करने में कामयाब रही हैं.