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लखनऊ: चंद्रिका देवी तीर्थ के सुधन्वा कुंड में युवक की डूबने से मौत

उत्तर प्रदेश के लखनऊ में चंद्रिका देवी मंदिर के पास स्थित सुधन्वा कुंड में स्नान के लिए आए युवक की मौत हो गई. मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को बाहर निकाल पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया.

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Published : Aug 2, 2019, 8:15 PM IST

चंद्रिका देवी मंदिर के पास स्थित सुधन्वा कुंड

लखनऊः राजधानी में चंद्रिका देवी मंदिर के पास स्थित सुधन्वा कुंड में अमावस्या स्नान के दौरान एक युवक की डूबने से मौत हो गई. घटना की जानकारी के बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया.

चंद्रिका देवी मंदिर के पास स्थित सुधन्वा कुंड

क्या था पूरा मामला-

  • घटना लखनऊ के बख्शी का तालाब थाना क्षेत्र की है.
  • रामनगर निवासी राकेश कुमार (32) साथियों के साथ चंद्रिका देवी मंदिर दर्शन करने के लिये आये थे.
  • अमावस्या की सुबह होने से पहले सुधन्वा कुंड स्नान करने गए.
  • गहरे पानी का अंदाजा न होने से युवक की मौत हो गई.
  • युवक के डूब जाने पर उसके साथियों ने शोर मचाया.
  • स्थानीय लोगों ने इसकी सुचना पुलिस को दी.
  • मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को बाहर निकाला और पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया.

30 जून से अब तक कुंड में डूबने से हो चुकी है तीन लोगों की मौत-
चंद्रिका देवी मंदिर के सुधन्वा कुंड में डूबने से राकेश कुमार की मौत पहली घटना नहीं है. इससे पहले 29 जून की देर रात डूबने से ऐशबाग रहने वाले शुभम की मौत हो गई थी. 30 जून को रिश्तेदारों के साथ स्नान करने के दौरान ग्राम हरधौरपुर निवासी सुधीर कुमार की डूबने से मौत हो गई थी.

कुंड के चारों ओर सुरक्षा के इंतजाम नहीं , पुलिस भी रहती है नदारत-
सुधन्वा कुंड में स्नान करने के लिये रोंक है. लेकिन चारों ओर सुरक्षा के इंतजाम नहीं हैं. जिसके चलते कुंड में स्टंट करने वाले किसी न किसी को अपनी जान से हांथ धोना पड़ता है. रात को कुंड के चारों ओर सुरक्षा का कोई इंतजाम नहीं रहता है. जबकि चंद्रिका देवी मेले की लिये पुलिस चौकी भी है और मेले में पुलिस कर्मियों की ड्यूटी भी लगाई जाती है. पुलिस द्वारा निगरानी न किए जाने से एक माह में डूबने से तीन लोगों की मौत हो चुकी है.

पुलिस की लापरवाही रहती है. सुरक्षा के लिये मेले से कई दिन पहले पर्याप्त फोर्स की मांग की जाती है.
-अखिलेश सिंह, मेला कमेटी अध्यक्ष


पुलिस रात को कुंड के आसपास निगरानी करती है, लेकिन लोग मानते नहीं हैं. धार्मिक स्थल पर लोगों को जबरदस्ती रोंका नहीं जा सकता है.
-अमरनाथ वर्मा, इंस्पेक्टर

लखनऊः राजधानी में चंद्रिका देवी मंदिर के पास स्थित सुधन्वा कुंड में अमावस्या स्नान के दौरान एक युवक की डूबने से मौत हो गई. घटना की जानकारी के बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया.

चंद्रिका देवी मंदिर के पास स्थित सुधन्वा कुंड

क्या था पूरा मामला-

  • घटना लखनऊ के बख्शी का तालाब थाना क्षेत्र की है.
  • रामनगर निवासी राकेश कुमार (32) साथियों के साथ चंद्रिका देवी मंदिर दर्शन करने के लिये आये थे.
  • अमावस्या की सुबह होने से पहले सुधन्वा कुंड स्नान करने गए.
  • गहरे पानी का अंदाजा न होने से युवक की मौत हो गई.
  • युवक के डूब जाने पर उसके साथियों ने शोर मचाया.
  • स्थानीय लोगों ने इसकी सुचना पुलिस को दी.
  • मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को बाहर निकाला और पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया.

30 जून से अब तक कुंड में डूबने से हो चुकी है तीन लोगों की मौत-
चंद्रिका देवी मंदिर के सुधन्वा कुंड में डूबने से राकेश कुमार की मौत पहली घटना नहीं है. इससे पहले 29 जून की देर रात डूबने से ऐशबाग रहने वाले शुभम की मौत हो गई थी. 30 जून को रिश्तेदारों के साथ स्नान करने के दौरान ग्राम हरधौरपुर निवासी सुधीर कुमार की डूबने से मौत हो गई थी.

कुंड के चारों ओर सुरक्षा के इंतजाम नहीं , पुलिस भी रहती है नदारत-
सुधन्वा कुंड में स्नान करने के लिये रोंक है. लेकिन चारों ओर सुरक्षा के इंतजाम नहीं हैं. जिसके चलते कुंड में स्टंट करने वाले किसी न किसी को अपनी जान से हांथ धोना पड़ता है. रात को कुंड के चारों ओर सुरक्षा का कोई इंतजाम नहीं रहता है. जबकि चंद्रिका देवी मेले की लिये पुलिस चौकी भी है और मेले में पुलिस कर्मियों की ड्यूटी भी लगाई जाती है. पुलिस द्वारा निगरानी न किए जाने से एक माह में डूबने से तीन लोगों की मौत हो चुकी है.

पुलिस की लापरवाही रहती है. सुरक्षा के लिये मेले से कई दिन पहले पर्याप्त फोर्स की मांग की जाती है.
-अखिलेश सिंह, मेला कमेटी अध्यक्ष


पुलिस रात को कुंड के आसपास निगरानी करती है, लेकिन लोग मानते नहीं हैं. धार्मिक स्थल पर लोगों को जबरदस्ती रोंका नहीं जा सकता है.
-अमरनाथ वर्मा, इंस्पेक्टर

Intro:लखनऊ/बख्शी का तालाब :
राजधानी के बख्शी का तालाब क्षेत्र में स्थित पौरणिंक तीर्थ चंद्रिका देवी मंदिर के निकट सुधन्वा कुंड में डूबने से एक युवक की मौत हो गई। मृतक अमावस्या के मेले के लिये आया था रात को कुंड में स्नान करने के दौरान गहरे पानी में समा गया। घटना की जानकारी के बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया लेकिन इस घटना को दोपहर तक छिपाये रखा।
Body:राजधानी लखनऊ के बख्शी का तालाब थाना क्षेत्र में यह घटना देर रात की है। रामनगर के थाना मानक नगर निवासी राकेश कुमार (32) अपने साथियों सचिन और सुरेंद्र निवासी राम नगर गाढा़ भंडार गली के साथ अमावस्या के मेले में चंद्रिका देवी मंदिर दर्शन करने के लिये आये थे।अमावस्या की सुबह होने से पहले देर रात सुधन्वा कुंड में साथियों के साथ स्नान करने लगे और गहरे पानी का अंदाजा न होने से वह गहरे पानी में समा गया। राकेश के डूब जाने पर उसके साथियों ने शोर मचाया जिसके बाद दुकानदारों द्वारा पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस जिसके बाद शव को बाहर निकाला गया। घर वालों को सूचना देने के बाद सुबह होने से पहले ही शव को पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया गया।
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30 जून से अब तक कुंड में डूबने से हो चुकी है तीन लोगों की मौत
तीर्थ चंद्रिका देवी मंदिर के सुधन्वा कुंड में डूबने से राकेश कुमार(32) की मौत कोई पहली घटना नहीं है। इससे पहले 29 जून की देर रात इसी कुंड में डूबने से ऐशबाग के करेहटा पुराना मंदिर के निकट रहने वाले शुभम उर्फ पप्पू (22) की मौत हो गई सुबह कुंड में शव उतराता मिला था। 30 जून की देर रात अपने घर और रिश्तेदारों के साथ कुंड में स्नान करने के दौरान ग्राम हरधौरपुर निवासी समाजकल्याण विभाग के कर्मचारी सुधीर कुमार (28) की डूबने से मौत हो गई थी।
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कुंड के चारों ओर नहीं सुरक्षा के इंतजाम, पुलिस भी रहती है नदारत

पौराणिक तीर्थ चंद्रिका देवी मंदिर के निकट सुधन्वा कुंड में स्नान करने वालों के लिये रोंक है। लेकिन चारों ओर सुरक्षा के इंतजाम नहीं हैं। जिसके चलते कुंड में स्टंट करने वाले किसी न किसी को अपनी जान से हांथ धोना पड़ जाता है। रात को कुंड के चारों ओर सुरक्षा का कोई इंतजाम नहीं रहता है। जबकि चंद्रिका देवी मेले की लिये पुलिस चौकी भी है और मेले में पुलिस कर्मियों की ड्यूटी भी लगाई जाती है। लेकिन रात को कुंड के आसपास मेला कमेटी और पुलिस द्वारा किसी तरह की निगरानी न किये जाने से एक माह में डूबने से तीन लोगों की मौत हो चुकी है। मेला कमेटी के अध्यक्ष अखिलेश सिंह का कहना है पुलिस की लापरवाही रहती है सुरक्षा के लिये मेले से क ई दिन पहले पर्याप्त फोर्स की मांग की जाती है। इंस्पेक्टर अमरनाथ वर्मा ने बताया पुलिस रात को कुंड के आसपास निगरानी करती है लेकिन लोग मानते नहीं हैं। धार्मिक स्थल पर लोगों को जबरदस्ती रोंका नहीं जा सकता है।
Conclusion:राजधानी लखन ऊ के बख्शी का तालाब इलाके के पौराणिंक तीर्थ स्थल चंद्रिका देवी मंदिर के सुधन्वा कुंड में डूबने से लोगों की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। कुंड में लोगों के रात में नहाने पर रोंक होने के बावजूद मेला कमेटी और पुलिस की निगरानी व्यवस्था पर सवाल खड़े हो रहे हैं।

नीरज सिंह राठौर मोबाइल नंबर 9005958677
लखनऊ/बख्शी का तालाब.
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