लखनऊः राजधानी में चंद्रिका देवी मंदिर के पास स्थित सुधन्वा कुंड में अमावस्या स्नान के दौरान एक युवक की डूबने से मौत हो गई. घटना की जानकारी के बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया.
क्या था पूरा मामला-
- घटना लखनऊ के बख्शी का तालाब थाना क्षेत्र की है.
- रामनगर निवासी राकेश कुमार (32) साथियों के साथ चंद्रिका देवी मंदिर दर्शन करने के लिये आये थे.
- अमावस्या की सुबह होने से पहले सुधन्वा कुंड स्नान करने गए.
- गहरे पानी का अंदाजा न होने से युवक की मौत हो गई.
- युवक के डूब जाने पर उसके साथियों ने शोर मचाया.
- स्थानीय लोगों ने इसकी सुचना पुलिस को दी.
- मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को बाहर निकाला और पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया.
30 जून से अब तक कुंड में डूबने से हो चुकी है तीन लोगों की मौत-
चंद्रिका देवी मंदिर के सुधन्वा कुंड में डूबने से राकेश कुमार की मौत पहली घटना नहीं है. इससे पहले 29 जून की देर रात डूबने से ऐशबाग रहने वाले शुभम की मौत हो गई थी. 30 जून को रिश्तेदारों के साथ स्नान करने के दौरान ग्राम हरधौरपुर निवासी सुधीर कुमार की डूबने से मौत हो गई थी.
कुंड के चारों ओर सुरक्षा के इंतजाम नहीं , पुलिस भी रहती है नदारत-
सुधन्वा कुंड में स्नान करने के लिये रोंक है. लेकिन चारों ओर सुरक्षा के इंतजाम नहीं हैं. जिसके चलते कुंड में स्टंट करने वाले किसी न किसी को अपनी जान से हांथ धोना पड़ता है. रात को कुंड के चारों ओर सुरक्षा का कोई इंतजाम नहीं रहता है. जबकि चंद्रिका देवी मेले की लिये पुलिस चौकी भी है और मेले में पुलिस कर्मियों की ड्यूटी भी लगाई जाती है. पुलिस द्वारा निगरानी न किए जाने से एक माह में डूबने से तीन लोगों की मौत हो चुकी है.
पुलिस की लापरवाही रहती है. सुरक्षा के लिये मेले से कई दिन पहले पर्याप्त फोर्स की मांग की जाती है.
-अखिलेश सिंह, मेला कमेटी अध्यक्ष
पुलिस रात को कुंड के आसपास निगरानी करती है, लेकिन लोग मानते नहीं हैं. धार्मिक स्थल पर लोगों को जबरदस्ती रोंका नहीं जा सकता है.
-अमरनाथ वर्मा, इंस्पेक्टर