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फिल्मी कहानी से कम नहीं रूबी हत्याकांड, आज तक नहीं मिल सकी लाश, जानिए पूरा मामला - Sardhana police station in Meerut

उत्तर प्रदेश के मेरठ में लखनऊ की रहने वाली महिला गायब हो जाती है. महिला के पिता अपने दामाद के खिलाफ थाने में रिपोर्ट दर्ज कराते हैं कि उनकी बेटी रूबी (Ruby massacre in Meerut) को उसके ससुरालवालों ने गायब कर दिया है. पुलिस जांच व आरोपी पति से पूछताछ करती है, बावजूद इसके आज तक महिला की लाश बरामद नहीं हो सकी.

दीपक निराला अपनी पत्नी रूबी के साथ
दीपक निराला अपनी पत्नी रूबी के साथ
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Published : Oct 26, 2022, 5:06 PM IST

लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मेरठ में लखनऊ की रहने वाली महिला गायब हो जाती है. महिला के पिता अपने दामाद के खिलाफ थाने में रिपोर्ट दर्ज कराते हैं कि उनकी बेटी रूबी (Ruby massacre in Meerut) को उसके ससुरालवालों ने गायब कर दिया है. पुलिस जांच करती है और पति को हिरासत में लेकर पूछताछ करती है तो शुरू होती है आरोपी पति की लिखी हुई स्क्रिप्ट की कहानी और पुलिस वाले उसी में घूमते रह जाते हैं. हालात यह हुए कि पति के यह मानने के बाद भी कि उसने पत्नी की हत्या कर दी है, इसके बावजूद पुलिस उसके खिलाफ एक भी सबूत इकट्ठा नहीं कर सकी. मेरठ की यह वारदात किसी फिल्म की कहानी से कम नहीं है.

5 सितंबर 2021 को मेरठ के सरधना थाने (Sardhana police station in Meerut) में लखनऊ के रहने वाले राम चंद्र ने एक तहरीर दी थी. उन्होंने बताया था कि उनकी बेटी रूबी पिछ्ले कई दिनों से गायब है. उन्हें शक है कि उनके दामाद व रूबी के पति दीपक निराला जो कि पेशे से कवि हैं, ने गायब कर दिया है. सरधना पुलिस ने मामले की गम्भीरता को देखते हुए जांच शुरू की और दीपक के घर जाकर रूबी की तलाश शुरू की, लेकिन उसके घर पर ताला बंद था. पुलिस आठ दिनों तक खाक छानती रही, लेकिन न ही रूबी का कोई पता मिला और न ही दीपक निराला ही हाथ लगा. आखिरकार 13 सितंबर 2021 को दीपक निराला सरधना थाना पहुंचता है और सरेंडर कर देता है. पुलिस और रूबी के परिवार को अब यह लग गया था कि कम से कम अब असल हकीकत सामने आ जाएगी, लेकिन उन्हें क्या पता था कि दीपक ने जो स्क्रिप्ट लिख रखी है उसे सुनकर बड़े से बड़े फिल्म डायरेक्टर चक्कर खा जायेंगे.

दीपक के घर फोरेंसिक की टीम जांच करती हुई
दीपक के घर फोरेंसिक की टीम जांच करती हुई




13 सितंबर 2021 को मेरठ के सरधना थाने में दीपक निराला पूरी तैयारी से सरेंडर करने पहुंचा था. तत्कालीन मेरठ पुलिस कप्तान प्रभाकर चौधरी ने दीपक से पूछताछ करने के लिए डिप्टी एसपी रैंक के अधिकारी को कहा. जिसके बाद रूबी के विषय में पूछताछ शुरू की गई. हर कोई जानना चाहता था कि आखिरकार रूबी है कहां? दीपक ने पहले से ही सवाल का जवाब देते हुए कहा कि 'रूबी बीमार थी और 28 अगस्त को उसकी मौत हो गई थी, जिसका अन्तिम संस्कार ऋषिकेश में उसी ने किया है'. उसकी यह बात सुनकर हर कोई हैरान था, क्योंकि रूबी की बीमारी और उसकी मौत की जानकारी न ही दीपक के घरवालों को थी और ना ही ससुरालवालों को. जबकि दीपक ने अपने घरवालों को तो यह बता रखा था कि रूबी का अपने मायके लखनऊ जाने का मन था, तो वह वहां चली गई. ऐसे में पुलिसकर्मियों ने उससे और सख्ती से पूछताछ शुरू की.

पुलिस हिरासत में दीपक निराला
पुलिस हिरासत में दीपक निराला

दीपक की स्क्रिप्ट को कागज दे रहे थे मजबूती : दीपक निराला बेखौफ़ होकर थाने में बैठा था. पुलिसकर्मी व रूबी के घरवाले यह जानने को बेकरार थे कि आखिरकार रूबी के साथ हुआ क्या था? रूबी की बीमारी से मौत की बात पर पुलिस को शक हुआ तो दीपक पर सख्ती की गई. जिस पर दीपक ने इंस्पेक्टर से अपना मोबाइल मांगा और उसने एक स्क्रीनशॉट दिखाया, जिसमें मुख्यमंत्री पोर्टल पर उसने रूबी की मौत की जानकारी दी थी. उसने बताया कि उसकी पत्नी की मौत के बाद उसने इसकी जानकारी सीएम पोर्टल में अपलोड कर दी थी. यही नहीं उसने ऋषिकेश के होटल का बिल समेत कई सबूत पेश किए जो यह साबित कर रहे थे कि वह ऋषिकेश गया था. बावजूद पुलिस को दीपक की बात पर भरोसा नहीं हुआ और उसकी पूछताछ में सख्ती की गई. पुलिस की सख्ती को देख दीपक ने चिल्लाते हुए कहा कि उसने अपनी पत्नी की हत्याकर दी और उसकी लाश के टुकड़े-टुकड़े कर गंगनहर में फेंक दिया है. यह सुनते ही पुलिसकर्मी गंगनहर से लेकर भल्सौना पुल तक गोताखोरों के जरिये लाश ढूंढते रहे, लेकिन लाख कोशिशों के बाद भी रूबी की लाश नहीं मिल सकी. अब पुलिस के पास हत्यारा तो था, लेकिन ना ही लाश थी और न ही सबूत.

गंगनहर में लाश ढूंढते समय पुलिस गाड़ी में दीपक
गंगनहर में लाश ढूंढते समय पुलिस गाड़ी में दीपक




पुलिस की एक टीम वापस थाने आती है और दीपक निराला से फिर पूछती है कि रूबी कहां है? दीपक कहता है कि जब आप हमारी बात मान ही नहीं रहे हैं तो गंगनहर वाली बात तो ऐसे ही कह दी थी. पूछताछ कर रही टीम अब परेशान होने लगी थी. मीडिया का दबाव और रूबी के पिता की बेबसी से घिरी सरधना पुलिस दीपक के साथ उनके परिवार वालों पर सख्ती करती है. ऐसे में एक बार फिर दीपक कहता है कि उसने रूबी की लाश को अपने ही घर में दफना दिया है. यह सुनते ही एक टीम मजदूरों को लेकर दीपक निराला के घर पहुंचती है और पहले उसके बेडरुम में खुदाई शुरू करती है, जब कुछ हासिल नहीं होता है तो घर के दूसरे कोनों में भी खुदाई की जाती है. तमाम कोशिशों के बाद भी जब रूबी की लाश नहीं मिलती है तो मायूस पुलिस वापस थाने आ जाती है. दीपक कहता है कि जब वह अपनी पत्नी का दाह संस्कार ऋषिकेश में कर चुका है तो उसकी लाश कहां से लाऊं. वह कहता है कि उसकी मौत बीमारी से ही हुई है. तमाम कोशिशों के बाद भी जब पुलिस को रूबी की लाश नहीं मिली तो दीपक को दहेज हत्या के मामले में जेल भेज दिया गया. हालांकि आज तक रूबी की लाश को पुलिस नहीं ढूंढ़ पाई है.

यह भी पढ़ें : पांच साल में दलहन उत्पादन में आत्मनिर्भर बनेगा उत्तर प्रदेश, सरकार ने तय किया लक्ष्य

पुलिस की थ्योरी के मुताबिक, दीपक ने बयान में बताया था कि दीपक व रूबी के बीच 20 लाख रुपए को लेकर अनबन चल रही थी. इस बात पर दोनों के बीच 22 अगस्त 2021 को झगड़ा हुआ था, जिसके बाद दीपक ने रूबी से चाय बनाने के लिए कहा, लेकिन उसने मना कर दिया. इस बात से नाराज होकर दीपक ने रूबी के सिर में कांच का गिलास मार दिया और वह बेहोश हो गई. जिसके बाद दीपक ने धारदार छूरी से रूबी के शरीर के दो टुकडे़ कर दिए थे और फिर गंगनहर में फेंक आया था. घटना की अगली सुबह 23 अगस्त को दीपक अपने दोस्तों के साथ घूमने के लिए हरिद्वार, ऋषिकेश और मंसूरी चला गया था.

यह भी पढ़ें : मायावती ने कहा, बीजेपी और कांग्रेस सरकारों ने तालीम व मदरसों का अपमान किया

लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मेरठ में लखनऊ की रहने वाली महिला गायब हो जाती है. महिला के पिता अपने दामाद के खिलाफ थाने में रिपोर्ट दर्ज कराते हैं कि उनकी बेटी रूबी (Ruby massacre in Meerut) को उसके ससुरालवालों ने गायब कर दिया है. पुलिस जांच करती है और पति को हिरासत में लेकर पूछताछ करती है तो शुरू होती है आरोपी पति की लिखी हुई स्क्रिप्ट की कहानी और पुलिस वाले उसी में घूमते रह जाते हैं. हालात यह हुए कि पति के यह मानने के बाद भी कि उसने पत्नी की हत्या कर दी है, इसके बावजूद पुलिस उसके खिलाफ एक भी सबूत इकट्ठा नहीं कर सकी. मेरठ की यह वारदात किसी फिल्म की कहानी से कम नहीं है.

5 सितंबर 2021 को मेरठ के सरधना थाने (Sardhana police station in Meerut) में लखनऊ के रहने वाले राम चंद्र ने एक तहरीर दी थी. उन्होंने बताया था कि उनकी बेटी रूबी पिछ्ले कई दिनों से गायब है. उन्हें शक है कि उनके दामाद व रूबी के पति दीपक निराला जो कि पेशे से कवि हैं, ने गायब कर दिया है. सरधना पुलिस ने मामले की गम्भीरता को देखते हुए जांच शुरू की और दीपक के घर जाकर रूबी की तलाश शुरू की, लेकिन उसके घर पर ताला बंद था. पुलिस आठ दिनों तक खाक छानती रही, लेकिन न ही रूबी का कोई पता मिला और न ही दीपक निराला ही हाथ लगा. आखिरकार 13 सितंबर 2021 को दीपक निराला सरधना थाना पहुंचता है और सरेंडर कर देता है. पुलिस और रूबी के परिवार को अब यह लग गया था कि कम से कम अब असल हकीकत सामने आ जाएगी, लेकिन उन्हें क्या पता था कि दीपक ने जो स्क्रिप्ट लिख रखी है उसे सुनकर बड़े से बड़े फिल्म डायरेक्टर चक्कर खा जायेंगे.

दीपक के घर फोरेंसिक की टीम जांच करती हुई
दीपक के घर फोरेंसिक की टीम जांच करती हुई




13 सितंबर 2021 को मेरठ के सरधना थाने में दीपक निराला पूरी तैयारी से सरेंडर करने पहुंचा था. तत्कालीन मेरठ पुलिस कप्तान प्रभाकर चौधरी ने दीपक से पूछताछ करने के लिए डिप्टी एसपी रैंक के अधिकारी को कहा. जिसके बाद रूबी के विषय में पूछताछ शुरू की गई. हर कोई जानना चाहता था कि आखिरकार रूबी है कहां? दीपक ने पहले से ही सवाल का जवाब देते हुए कहा कि 'रूबी बीमार थी और 28 अगस्त को उसकी मौत हो गई थी, जिसका अन्तिम संस्कार ऋषिकेश में उसी ने किया है'. उसकी यह बात सुनकर हर कोई हैरान था, क्योंकि रूबी की बीमारी और उसकी मौत की जानकारी न ही दीपक के घरवालों को थी और ना ही ससुरालवालों को. जबकि दीपक ने अपने घरवालों को तो यह बता रखा था कि रूबी का अपने मायके लखनऊ जाने का मन था, तो वह वहां चली गई. ऐसे में पुलिसकर्मियों ने उससे और सख्ती से पूछताछ शुरू की.

पुलिस हिरासत में दीपक निराला
पुलिस हिरासत में दीपक निराला

दीपक की स्क्रिप्ट को कागज दे रहे थे मजबूती : दीपक निराला बेखौफ़ होकर थाने में बैठा था. पुलिसकर्मी व रूबी के घरवाले यह जानने को बेकरार थे कि आखिरकार रूबी के साथ हुआ क्या था? रूबी की बीमारी से मौत की बात पर पुलिस को शक हुआ तो दीपक पर सख्ती की गई. जिस पर दीपक ने इंस्पेक्टर से अपना मोबाइल मांगा और उसने एक स्क्रीनशॉट दिखाया, जिसमें मुख्यमंत्री पोर्टल पर उसने रूबी की मौत की जानकारी दी थी. उसने बताया कि उसकी पत्नी की मौत के बाद उसने इसकी जानकारी सीएम पोर्टल में अपलोड कर दी थी. यही नहीं उसने ऋषिकेश के होटल का बिल समेत कई सबूत पेश किए जो यह साबित कर रहे थे कि वह ऋषिकेश गया था. बावजूद पुलिस को दीपक की बात पर भरोसा नहीं हुआ और उसकी पूछताछ में सख्ती की गई. पुलिस की सख्ती को देख दीपक ने चिल्लाते हुए कहा कि उसने अपनी पत्नी की हत्याकर दी और उसकी लाश के टुकड़े-टुकड़े कर गंगनहर में फेंक दिया है. यह सुनते ही पुलिसकर्मी गंगनहर से लेकर भल्सौना पुल तक गोताखोरों के जरिये लाश ढूंढते रहे, लेकिन लाख कोशिशों के बाद भी रूबी की लाश नहीं मिल सकी. अब पुलिस के पास हत्यारा तो था, लेकिन ना ही लाश थी और न ही सबूत.

गंगनहर में लाश ढूंढते समय पुलिस गाड़ी में दीपक
गंगनहर में लाश ढूंढते समय पुलिस गाड़ी में दीपक




पुलिस की एक टीम वापस थाने आती है और दीपक निराला से फिर पूछती है कि रूबी कहां है? दीपक कहता है कि जब आप हमारी बात मान ही नहीं रहे हैं तो गंगनहर वाली बात तो ऐसे ही कह दी थी. पूछताछ कर रही टीम अब परेशान होने लगी थी. मीडिया का दबाव और रूबी के पिता की बेबसी से घिरी सरधना पुलिस दीपक के साथ उनके परिवार वालों पर सख्ती करती है. ऐसे में एक बार फिर दीपक कहता है कि उसने रूबी की लाश को अपने ही घर में दफना दिया है. यह सुनते ही एक टीम मजदूरों को लेकर दीपक निराला के घर पहुंचती है और पहले उसके बेडरुम में खुदाई शुरू करती है, जब कुछ हासिल नहीं होता है तो घर के दूसरे कोनों में भी खुदाई की जाती है. तमाम कोशिशों के बाद भी जब रूबी की लाश नहीं मिलती है तो मायूस पुलिस वापस थाने आ जाती है. दीपक कहता है कि जब वह अपनी पत्नी का दाह संस्कार ऋषिकेश में कर चुका है तो उसकी लाश कहां से लाऊं. वह कहता है कि उसकी मौत बीमारी से ही हुई है. तमाम कोशिशों के बाद भी जब पुलिस को रूबी की लाश नहीं मिली तो दीपक को दहेज हत्या के मामले में जेल भेज दिया गया. हालांकि आज तक रूबी की लाश को पुलिस नहीं ढूंढ़ पाई है.

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पुलिस की थ्योरी के मुताबिक, दीपक ने बयान में बताया था कि दीपक व रूबी के बीच 20 लाख रुपए को लेकर अनबन चल रही थी. इस बात पर दोनों के बीच 22 अगस्त 2021 को झगड़ा हुआ था, जिसके बाद दीपक ने रूबी से चाय बनाने के लिए कहा, लेकिन उसने मना कर दिया. इस बात से नाराज होकर दीपक ने रूबी के सिर में कांच का गिलास मार दिया और वह बेहोश हो गई. जिसके बाद दीपक ने धारदार छूरी से रूबी के शरीर के दो टुकडे़ कर दिए थे और फिर गंगनहर में फेंक आया था. घटना की अगली सुबह 23 अगस्त को दीपक अपने दोस्तों के साथ घूमने के लिए हरिद्वार, ऋषिकेश और मंसूरी चला गया था.

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