नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद उन्नाव रेप पीड़िता और उसके वकील को एयर एंबुलेंस के जरिए दिल्ली के एम्स में शिफ्ट कर दिया गया. एम्स में दोनों का इलाज जारी है. ऐसे में जहां वकील कोमा में है, वहीं पीड़िता की हालत गंभीर बनी हुई हैं.
पीड़िता को एम्स ट्रॉमा सेंटर में एडमिट किया गया है और उसे लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया है. पीड़िता को बीपी कंट्रोल की दवाई भी लगातार दी जा रही है, वहीं उसका हेल्थ बुलेटिन भी जारी किया जा रहा है.
महिला आयोग ने पीड़िता की मां से की मुलाकात
इसी बीच दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने उन्नाव रेप पीड़िता की मां से मुलाकात की. आयोग ने उन्हें हर संभव मदद दिए जाने का आश्वासन दिया.
स्वाति मालीवाल ने की खास बातचीत
इस पूरे मामले पर दिल्ली महिला आयोग शुरू से ही पुरजोर तरीके से आवाज उठा रहा है. बातचीत के दौरान स्वाति मालीवाल ने हमें बताया कि परिवार लगातार इस मामले में न्याय की मांग कर रहा है. वहीं दूसरी ओर पीड़िता और उसका वकील जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहा है.
'वकील की हालत है गंभीर'
ईटीवी भारत को स्वाति मालीवाल ने बताया कि जो काम यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के एक इशारे पर हो सकता था. उसके लिए सुप्रीम कोर्ट को इंवॉल्व होना पड़ा. लगातार मांग के बाद सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया. जिसके बाद आखिरकार पीड़िता और उसके वकील को एयरलिफ्ट कर दिल्ली लाया गया. हालांकि, इसी बीच 8 दिन की देरी से पीड़िता और उसके वकील की हालत गंभीर हो गई.
योगी को इस्तीफा दे देना चाहिए
महिला आयोग की अध्यक्ष मालीवाल ने कहा कि दुख की बात है कि पीड़िता को निमोनिया हो गया है. उसका वकील भी कोमा में है. यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से पिछले कई दिनों से गुजारिश की जा रही थी. लेकिन, उन्होंने पीड़िता से मिलने तक की जहमत नहीं उठाई. ऐसे में बिना किसी देरी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सीएम पद से तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए.
आरोपी अभी भी विधायक पद पर बरकरार
दिल्ली महिला आयोग ने इस मामले पर गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि इतना सब होने के बाद भी जो आरोपी विधायक है. वह अभी भी विधायक बना हुआ है जो बेहद ही चिंताजनक है. इसके अलावा पीड़िता के परिवार पर भी कई झूठे आरोप लगाए गए हैं और उनको लगातार परेशान किया जा रहा है. जो कहीं ना कहीं यूपी सरकार की नाकामी दिखाता है.