लखनऊ : उत्तर प्रदेश में ब्राह्मण कोटे से राजनीति करने के लिए खुद को सर्वमान्य नेता बनाने की कोशिश में उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक जुटे हुए हैं. जिसके लिए उन्हें पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेई का सहारा मिल रहा है. अटल बिहारी बाजपेई फाउंडेशन के जरिए वे लगातार आयोजन करा रहे हैं अब इस फाउंडेशन को और बड़ा रूप देने की तैयारी कर रहे हैं. जिसमें एक मासिक पत्रिका, एक वेबसाइट एक कार्यालय और यहां तक कि उनके 100 वीं जयंती के मौके पर महोत्सव तक के आयोजन की बात की जा रही है. बहुजन समाज पार्टी में रहते हुए बृजेश पाठक ने ब्राह्मण भाईचारा कमेटी के जरिए जातिवादी सियासत में कदम रखा था. अब जबकि भारतीय जनता पार्टी के पास उत्तर प्रदेश में कोई बड़ा भ्रमण चेहरा नहीं है तो बतौर उपमुख्यमंत्री ब्राह्मण कोटे से खुद को मजबूत दावेदार के तौर पर पेश करना चाह रहे हैं.
अटल बिहारी बाजपेई फाउंडेशन के जरिए बृजेश पाठक लगातार पूर्व प्रधानमंत्री की पुण्यतिथि और जयंती के मौके पर बड़ा आयोजन कराते रहे हैं. जिसके लिए चौक स्थित अटल बिहारी वाजपेई कन्वेंशन सेंटर के सभागार को केंद्र बनाया जाता है. 16 अगस्त को पूर्व प्रधानमंत्री की पुण्यतिथि के मौके पर उनकी आदमकद प्रतिमा के अनावरण के साथ एक नाटक का मंचन किया जाएगा. इस मौके पर देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को आमंत्रित किया जा रहा है. पूरे शहर की बड़ी-बड़ी संस्थाओं को जोड़कर एक भव्य आयोजन का स्वरूप दिया जा रहा है. माना जा रहा है कि इसके पीछे की सबसे बड़ी राजनीतिक मंशा ब्रजेश पाठक को ब्राह्मण नेता के तौर पर स्थापित करने की है.
ब्रजेश पाठक खुद बताते हैं कि आने वाले दिनों में अटल बिहारी बाजपेई फाउंडेशन को और बड़ा रूप दिया जाएगा. इस फाउंडेशन की अपनी एक वेबसाइट होगी. एक नया कार्यालय बनाया जाएगा उसके साथ में एक लाइब्रेरी होगी. अटल बिहारी वाजपेई की 100 जयंती अगले साल मनाई जानी है. ऐसे में अटल महोत्सव मनाए जाने की भी तैयारी की जा रही है. इन सारी बातों को कहकर पाठक कहीं ना कहीं अपने लिए ब्राह्मण नेता का एक नया रास्ता खोलते हुए नजर आ रहे हैं.
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