लखनऊ: उत्तर प्रदेश के इंजीनियरिंग, मैनेजमेंट, फार्मेसी कॉलेजों में पढ़ने वाली बेटियों को अब फ्री शिक्षा पाने का मौका मिल सकता है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से की गई घोषणा के बाद डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (एकेटीयू) इसको लेकर योजना तैयार कर रहा है. विश्वविद्यालय अपने सभी राजकीय और निजी इंजीनियरिंग समेत अन्य पाठ्यक्रमों के कॉलेजों से सूचनाएं मांगी है.
बता दें 2 अक्टूबर को लोक भवन में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घोषणा की थी ' यदि शासन द्वारा निर्धारित आय सीमा के नीचे जीवन यापन करने वाले किसी परिवार की अधिक से अधिक बच्चियां किसी विद्यालय, महाविद्यालय अथवा संस्थान में अध्ययन कर रही हैं, तो दूसरी बच्ची की ट्यूशन फीस या तो संस्था को प्रोत्साहित करते हुए माफ कराई जाएगी या उसकी प्रतिपूर्ति राज्य सरकार द्वारा की जाएगी. मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से तैयारी शुरू की गई है. विश्वविद्यालय प्रशासन ने बुधवार को आदेश जारी कर तत्काल सूचना उपलब्ध कराने को कहा है.
मुख्यमंत्री की तरफ से की गई इस घोषणा को सिर्फ क्रिकेट ही नहीं बल्कि देश को सभी प्राविधिक शिक्षा संस्थानों और विश्वविद्यालयों में लागू किए जाने का प्रयास किया जा रहा है. प्रदेश में संचालित सभी प्राइमरी, अपर प्राइमरी से लेकर 12वीं तक के निजी स्कूलों में इस व्यवस्था को लागू किया जाएगा.
बता दें कि उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से प्रदेश के सरकारी शिक्षण संस्थानों में पहले ही बालिकाओं के लिए निशुल्क शिक्षा की व्यवस्था कर रखी है. भाग्य लक्ष्मी योजना के तहत बेटी के पैदा होने से लेकर के शादी तक की जिम्मेदारी सरकार ने उठा रखी है. बेटी का जन्म होने पर यूपी सरकार 50,000 रुपये का बांड देती है. यह बांड 21 साल बाद मेच्योर होकर 2 लाख रुपये मिल जाते हैं, जो बेटी के काम आते हैं. जन्म के समय की बेटी की मां को 5100 रुपये अलग से दिए जाते हैं ताकि शुरुआती परवरिश और सेहत का ध्यान रखा जा सके. बेटी के कक्षा 6 में आने पर उसके खाते में 3,000 रुपये डाले जाते हैं. कक्षा 8 में पहुंचने पर 5,000 रुपये का फायदा दिया जाता है. कक्षा 10 में पहुंचने पर बेटी के खाते में 7,000 रुपये डाले जाते हैं. कक्षा 12वीं में आने पर 8,000 रुपये का योगदान सरकार की ओर से दिया जाता है. स्कूली पढ़ाई के दौरान बेटी के नाम अकाउंट में 23 हजार रुपये डाले जाते हैं.