लखनऊ: साइबर क्राइम का दायरा बहुत बड़ा है. इसके रडार पर कभी कोई कंपनी होती है, कभी कोई देश, तो कभी महिलाएं. महिलाओं को टारगेट करना साइबर क्राइम अपराधियों के लिये बहुत आसान होता है. कभी किसी महिला की फोटो से छेड़खानी की जाती है, तो कभी उसे मैसेज भेजकर परेशान किया जाता है. बावजूद इसके सोशल साइट का इस्तेमाल करते समय महिलाएं सुरक्षा मानकों को नज़रअंदाज़ करती हैं.
श्रम मंत्री की सांसद बेटी का अकाउंट हैक
बीते 9 मई 2021 को प्रदेश सरकार के श्रम मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या की बेटी और बदायूं से भाजपा सांसद संघमित्रा मौर्या की फेसबुक आईडी साइबर अपराधियों ने हैक कर उनके नाम से दूसरी फर्जी आईडी बनाई. इसके बाद आपत्तिजनक पोस्ट डालनी शुरू कर दी. जानकारी होने पर सांसद ने गौतमपल्ली थाने में मुकदमा दर्ज कराया. प्रभारी निरीक्षक गौतमपल्ली अनूप सिंह के मुताबिक, साइबर अपराधियों ने सांसद की फर्जी आईडी बना आपत्तिजनक पोस्ट कर सांसद की प्रतिष्ठा धूमिल करने की कोशिश की. साइबर क्राइम सेल की टीम फेसबुक आईडी के आइपी एड्रेस के आधार पर हैकर पता लगाने की कोशिश कर रही है.
फेसबुक पर फेक आईडी बना अश्लील फोटो अपलोड करने से महिला परेशान
लखनऊ की सुशांत गोल्फ सिटी की रहने वाली 35 वर्षीया सायरा बानो (बदला हुआ नाम) का फेसबुक खाता हैक कर लिया गया. हैकरों ने दोस्तों-रिश्तेदारों को मैसेज करना शुरू कर दिया. वह कहती हैं, कुछ फैमिली प्रॉब्लम्स की वजह से मैं काफ़ी दिनों से एफबी खाता चेक नहीं कर रही हूं. क़रीब 15 दिन बाद जब मैंने लॉगिन किया, तो मेरे एक कॉलेज फ्रेंड के अजीब से मैसेज ने मेरे होश उड़ा दिए. उन मैसेज को देखकर लग रहा था कि मेरी उससे लंबी बातचीत हुई है, जब मैंने उसे बताया कि मैंने उससे बात नहीं की, तो वो मानने को तैयार ही नहीं हुआ और उसने मुझे पूरा चैट भेजा जिसमें किसी ने मेरे नाम से बात की थी. वो चैट इतनी अश्लील थी कि देखकर मेरे पैरों तले ज़मीन खिसक गई. मैंने सपने में भी नहीं सोचा था कि सोशल मीडिया पर मेरे साथ ऐसा कुछ हो सकता है. इस वाक़ये के बाद मैं बहुत परेशान और डिप्रेस्ड हो गई. मैंने अब अपना फेसबुक अकाउंट भी बन्द कर दिया और खुद को हर तरह के सोशल मीडिया से दूरी बना ली है. हालांकि, सायरा ने थाने में सूचना दी, लेकिन समाज के डर से मुकदमा पंजीकृत नहीं कराया.
कैसे रहें सुरक्षित
एक निजी बैंक अधिकारी व इंटरनेट एक्सपर्ट अनुराग शर्मा का कहना है कि डोमेन नाम या ईमेल एड्रेस में स्पेलिंग की गलतियों पर ध्यान दें. साइबर क्रिमिनल आम तौर पर उस तरह का ईमेल यूज करते हैं जो नामी कंपनियों का हो, बस वे उसमें थोडा सा हेर-फेर कर देते हैं, जिससे कि वह वास्तविक लगे. किसी भी ऐसे लिंक पर क्लिक करने से पहले दो बार सोचें. अगर कोई संदिग्ध ईमेल दिखे तो उस पर क्लिक ना करें. साइबर क्रिमिनल्स आम तौर पर आपको सुरक्षा के खतरे की धमकी देते हैं. ऐसे झांसे में ना आयें. स्थिति पर अपना दिमाग लगायें और उसकी पुलिस में शिकायत करें.
महिलाओं को टारगेट करने वाले साइबर क्राइम
- ईमेल भेजकर उत्पीड़ित करना. इसमें बदमाशी, धोखा और धमकी देना शामिल है. ऐसा अक्सर फर्ज़ी आईडी से किया जाता है.
- साइबर स्टॉकिंग नए तरह का अपराध है. स्टॉकिंग का मतलब होता है छिपकर पीछा करना. साइबर स्टॉकिंग में विक्टिम (पीड़ित) को मैसेज भेजकर, चैट रूम में प्रवेश करके और सारे ईमेल भेजकर उसे परेशान किया जाता है.
- फेसबुक पर अश्लील फोटो अपलोड करने, अश्लील मैग्ज़ीन, वेबसाइट आदि बनाकर महिलाओं को मेल करना.
- ईमेल स्पूफिंग- किसी दूसरे व्यक्ति के ईमेल का इस्तेमाल करते हुए गलत उद्देश्य से दूसरों को ईमेल भेजना इसके तहत आता है. इस तरह के ईमेल के ज़रिए अक्सर पुरुष अपनी अश्लील फोटो महिलाओं को भेजते हैं, उनकी सुंदरता की तारीफ करते हैं. उन्हें डेट पर चलने के लिए कहते हैं, यहां तक कि उनसे सर्विस चार्ज भी पूछते हैं.
- एमएमएस और चैट के माध्यम से अश्लील संदेश भेजे जाते हैं, जिसमें कई बार पीड़ित महिला का चेहरा किसी अर्शली ड्रेस की महिला की फोटो पर होता है, तो कभी न्यूड फोटो पर उनका चेहरा रहता है.