लखनऊ: प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) ने यूपी में हुए 100 करोड़ के छात्रवृत्ति घोटाले (100 crore scholarship scam) में आरोपी कॉलेज प्रबंधकों की 12 करोड़ की संपत्ति रविवार को जब्त की. इसमें मुख्य आरोपी सैय्यद इशरत हुसैन उर्फ लकी जाफरी के हाइजिया एजुकेशन समूह (Hygieia Education Group) की सात अचल संपत्तियां शामिल हैं.
ईडी ने हाइजिया एजुकेशन समूह के अलावा, एसएस इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट के प्रबंधक प्रवीण सिंह चौहान, फर्रुखाबाद के एजुकेशनल एंड सोशल वेलफेयर ट्रस्ट के प्रबंधक ओपी गुप्ता और अन्य कॉलेजों के 38 बैंक खातों में जमा करीब डेढ़ करोड़ रुपये एजेंसी ने जब्त किये हैं. जिन बैंक खातों में जमा डेढ़ करोड़ रुपये जब्त किए गए है, उनमें इंडियन बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, एचडीएफसी, बैंक ऑफ इंडिया और केनरा बैंक के खाते शामिल हैं.
इन्हीं खातों में दिव्यांगों, एससी एसटी और अल्पसंख्यकों की छात्रवृत्ति की हड़पी गई रकम को जमा किया गया था. इतना ही नहीं आरोपी संचालक इस रकम से संपत्तियां खरीदते थे. दरअसल, ईडी ने हाल ही में छात्रवृत्ति घोटाले में कोर्ट में पहली चार्जशीट दाखिल की थी. इसमें करीब सौ करोड़ रुपये का घोटाला होने की बात कही गई थी. इसमें हाइजिया समूह के संचालक लकी जाफरी को इस घोटाले का मास्टरमाइंड बताया गया था.
दिव्यांगों, अल्पसंख्यकों और दलित छात्रों को मिलने वाली छात्रवृत्ति का गबन करने के आरोप में हजरतगंज कोतवाली में एसएस इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट मामपुर के चेयरमैन प्रवीण चौहान, एजुकेशन सोसाइटी एंड हाइजिया के वाइस प्रेसीडेंट इजहार हुसैन जाफरी, अली अब्बास जाफरी, सईद इशरत हुसैन जाफरी, हाइजिया कॉलेज ऑफ फार्मेसी के रवि प्रकाश गुप्ता और ग्रुप से जुड़े अन्य अधिकारी-कर्मचारी, लखनऊ इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड एजुकेशन के संचालक, डॉ. ओमप्रकाश ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन फर्रुखाबाद के चेयरमैन गुप्ता के खिलाफ केस दर्ज हुआ था.
इनके अलावा डॉ. भीमराव अंबेडकर फाउंडेशन एंड जीविका कॉलेज ऑफ फार्मेसी हरदोई के सेक्रेटरी राम गोपाल, आरपीपी इंटर कॉलेज हरदोई की प्रबंधक पूनम वर्मा, ज्ञानवती इंटर कॉलेज हरदोई के विवेक कुमार पटेल, उच्चतर माध्यमिक विद्यालय गौसगंज कछौना हरदोई के विवेक कुमार जगदीश प्रसाद वर्मा, फिनो पेमेंट बैंक के एरिया मैनेजर सचिन दुबे, एजेंट मो. साहिल अजीज, अमित कुमार मौर्य, तनवीर अहमद और जितेंद्र सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई थी. इसके बाद ईडी ने भी इस मामले की जांच शुरू की थी. (crime news up)
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