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पहले चरण में 18 लाख हेल्थ वर्कर्स को लगेगी कोविड वैक्सीन

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Published : Jan 8, 2021, 2:50 PM IST

यूपी में 11 जनवरी को कोविड वैक्सीनेशन को लेकर ड्राई रन होगा. फाइनल ड्राई रन के बाद प्रदेश में वैक्सीनेशन का काम किया जाएगा. उत्तर प्रदेश में कोविड वैक्सीनेशन को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं.

सांकेतिक चित्र.
सांकेतिक चित्र.

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में 11 जनवरी को कोविड वैक्सीनेशन को लेकर ड्राई रन होगा. फाइनल ड्राई रन के बाद उत्तर प्रदेश में वैक्सीनेशन का काम किया जाएगा. उत्तर प्रदेश में कोविड वैक्सीनेशन को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं. स्वास्थ्य महानिदेशक देवेंद्र सिंह नेगी ने बताया कि प्रथम चरण में उत्तर प्रदेश के 18 लाख हेल्थ वर्कर्स को कोविड-19 वैक्सीन लगाई जाएगी. विभाग की ओर से पूरे उत्तर प्रदेश में हेल्थ वर्कर्स की लिस्ट तैयार की गई है. इस लिस्ट के आधार पर प्रथम चरण में वैक्सीनेशन किया जाएगा.

1500 से अधिक सेंटरों पर होगा वैक्सीनेशन

उत्तर प्रदेश में कोरोना वैक्सीनेशन के लिए 1500 से अधिक कोविड-19 वैक्सीनेशन सेंटर बनाए गए हैं. जहां पर विभिन्न सत्र की मदद से वैक्सीनेशन किया जाएगा. पहले चरण में स्वास्थ्य कर्मचारियों को टीका लगाया जाएगा.


वोटर लिस्ट की मदद से होगा वैक्सीनेशन

उत्तर प्रदेश में वैक्सीनेशन को लेकर सरकार सक्रिय नजर आ रही है. केंद्र सरकार की गाइडलाइन के तहत तीन चरण में वैक्सीनेशन कार्य को पूरा करना है. पहले चरण में स्वास्थ्य कर्मचारियों का टीकाकरण किया जाएगा. दूसरे चरण में फ्रंटलाइन वर्कर जैसे पुलिस, नगर निगम के कर्मचारी को टीकाकरण किया जाएगा. तीसरे चरण में 50 वर्ष से अधिक उम्र के लोग और 50 वर्ष से कम उम्र के लोगों का टीकाकरण किया जाना है. तीसरे चरण के वैक्सीनेशन के लिए लाभार्थियों को चिह्नित करने के लिए चुनाव आयोग से मदद ली जा रही है. वोटर लिस्ट की मदद से 50 वर्ष से अधिक के व्यक्तियों का चयन कर वैक्सीनेशन किया जाएगा.

तीसरे चरण में चुनाव की तर्ज पर होगा टीकाकरण

पहले और दूसरे चरण के बाद तीसरे चरण में वैक्सीनेशन के कार्य को करना चुनौतीपूर्ण बना हुआ है. तीसरे चरण में बड़ी संख्या में लोगों को टीका लगाना है. लिहाजा यह टीकाकरण पहले और दूसरे चरण के लिए बनाए गए वैक्सीनेशन सेंटर पर संभव नहीं है. तीसरे चरण का वैक्सीनेशन चुनाव की तर्ज पर बूथ बनाकर किया जाएगा. तीसरे चरण के वैक्सीनेशन के लिए सबसे बड़ी चुनौती 50 वर्ष की आयु से कम अस्वस्थ व्यक्तियों के संदर्भ में डाटा जुटाना है. विभाग के पास 50 वर्ष की आयु से कम बीमार व्यक्तियों के संदर्भ में कोई डाटा प्राप्त करने का सिस्टम नहीं है. ऐसे में इन लोगों को चिह्नित करना विभाग के लिए सामने चुनौती बना हुआ है.

फाइनल ड्राई रन में 15 लोगों का होगा वैक्सीनेशन

फाइनल ड्राई रन के लिए राजधानी में तैयारियां पूरी हो गई हैं. इस बार ड्राई रन में परिवर्तन करते हुए वैक्सीनेशन सेंटर पर सिर्फ 15 लोगों का वैक्सीनेशन किया जाएगा. इससे पहले वैक्सीनेशन सेंटर पर 25 लोगों पर ड्राई रन किया जा रहा था.

वैक्सीनेशन के लिए 61 केंद्रों पर बनाए गए 180 बूथ

राजधानी में वैक्सीनेशन के कार्य को प्रभावी तरीके से लागू करने के लिए 61 वैक्सीनेशन केंद्रों पर 180 वैक्सीनेशन बूथ बनाए गए हैं. अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार हर बूथ पर 100 स्वास्थ्य कर्मचारियों को टीका लगाया जाएगा. इस हिसाब से राजधानी में प्रतिदिन 1800 स्वास्थ्य कर्मचारियों को टीका लगाया जाएगा. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के तहत अब ग्रामीण क्षेत्रों में वैक्सीनेशन सेंटर नहीं बनाया जाएगा. वहीं, वैक्सीनेशन के दौरान आपातकाल सुविधा उपलब्ध कराने के लिए विभिन्न सेंटरों पर 244 बेड रिजर्व रखे जाएंगे.

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में 11 जनवरी को कोविड वैक्सीनेशन को लेकर ड्राई रन होगा. फाइनल ड्राई रन के बाद उत्तर प्रदेश में वैक्सीनेशन का काम किया जाएगा. उत्तर प्रदेश में कोविड वैक्सीनेशन को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं. स्वास्थ्य महानिदेशक देवेंद्र सिंह नेगी ने बताया कि प्रथम चरण में उत्तर प्रदेश के 18 लाख हेल्थ वर्कर्स को कोविड-19 वैक्सीन लगाई जाएगी. विभाग की ओर से पूरे उत्तर प्रदेश में हेल्थ वर्कर्स की लिस्ट तैयार की गई है. इस लिस्ट के आधार पर प्रथम चरण में वैक्सीनेशन किया जाएगा.

1500 से अधिक सेंटरों पर होगा वैक्सीनेशन

उत्तर प्रदेश में कोरोना वैक्सीनेशन के लिए 1500 से अधिक कोविड-19 वैक्सीनेशन सेंटर बनाए गए हैं. जहां पर विभिन्न सत्र की मदद से वैक्सीनेशन किया जाएगा. पहले चरण में स्वास्थ्य कर्मचारियों को टीका लगाया जाएगा.


वोटर लिस्ट की मदद से होगा वैक्सीनेशन

उत्तर प्रदेश में वैक्सीनेशन को लेकर सरकार सक्रिय नजर आ रही है. केंद्र सरकार की गाइडलाइन के तहत तीन चरण में वैक्सीनेशन कार्य को पूरा करना है. पहले चरण में स्वास्थ्य कर्मचारियों का टीकाकरण किया जाएगा. दूसरे चरण में फ्रंटलाइन वर्कर जैसे पुलिस, नगर निगम के कर्मचारी को टीकाकरण किया जाएगा. तीसरे चरण में 50 वर्ष से अधिक उम्र के लोग और 50 वर्ष से कम उम्र के लोगों का टीकाकरण किया जाना है. तीसरे चरण के वैक्सीनेशन के लिए लाभार्थियों को चिह्नित करने के लिए चुनाव आयोग से मदद ली जा रही है. वोटर लिस्ट की मदद से 50 वर्ष से अधिक के व्यक्तियों का चयन कर वैक्सीनेशन किया जाएगा.

तीसरे चरण में चुनाव की तर्ज पर होगा टीकाकरण

पहले और दूसरे चरण के बाद तीसरे चरण में वैक्सीनेशन के कार्य को करना चुनौतीपूर्ण बना हुआ है. तीसरे चरण में बड़ी संख्या में लोगों को टीका लगाना है. लिहाजा यह टीकाकरण पहले और दूसरे चरण के लिए बनाए गए वैक्सीनेशन सेंटर पर संभव नहीं है. तीसरे चरण का वैक्सीनेशन चुनाव की तर्ज पर बूथ बनाकर किया जाएगा. तीसरे चरण के वैक्सीनेशन के लिए सबसे बड़ी चुनौती 50 वर्ष की आयु से कम अस्वस्थ व्यक्तियों के संदर्भ में डाटा जुटाना है. विभाग के पास 50 वर्ष की आयु से कम बीमार व्यक्तियों के संदर्भ में कोई डाटा प्राप्त करने का सिस्टम नहीं है. ऐसे में इन लोगों को चिह्नित करना विभाग के लिए सामने चुनौती बना हुआ है.

फाइनल ड्राई रन में 15 लोगों का होगा वैक्सीनेशन

फाइनल ड्राई रन के लिए राजधानी में तैयारियां पूरी हो गई हैं. इस बार ड्राई रन में परिवर्तन करते हुए वैक्सीनेशन सेंटर पर सिर्फ 15 लोगों का वैक्सीनेशन किया जाएगा. इससे पहले वैक्सीनेशन सेंटर पर 25 लोगों पर ड्राई रन किया जा रहा था.

वैक्सीनेशन के लिए 61 केंद्रों पर बनाए गए 180 बूथ

राजधानी में वैक्सीनेशन के कार्य को प्रभावी तरीके से लागू करने के लिए 61 वैक्सीनेशन केंद्रों पर 180 वैक्सीनेशन बूथ बनाए गए हैं. अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार हर बूथ पर 100 स्वास्थ्य कर्मचारियों को टीका लगाया जाएगा. इस हिसाब से राजधानी में प्रतिदिन 1800 स्वास्थ्य कर्मचारियों को टीका लगाया जाएगा. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के तहत अब ग्रामीण क्षेत्रों में वैक्सीनेशन सेंटर नहीं बनाया जाएगा. वहीं, वैक्सीनेशन के दौरान आपातकाल सुविधा उपलब्ध कराने के लिए विभिन्न सेंटरों पर 244 बेड रिजर्व रखे जाएंगे.

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