लखनऊ: राजधानी में कोविड-19 वैक्सीन को लेकर शनिवार (2 जनवरी) को ड्राई रन किया जा रहा है. राजधानी लखनऊ के सहारा हॉस्पिटल सहित 6 जगहों पर कोविड-19 वैक्सीनेशन सेंटर बनाए गए हैं. जहां पर यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि वैक्सीन को अनुमति मिलने के बाद किस तरह से वैक्सीनेशन का काम किया जाएगा.
कोविड-19 वैक्सीन की दी जाएगी दो डोज
ड्राई रन के दौरान वैक्सीनेशन की प्रक्रिया का पालन किया जा रहा है. वैक्सीनेशन के लिए एक प्रक्रिया निर्धारित की गई है, जिसके तहत वैक्सीनेशन का काम किया जाएगा. कोविड-19 का टीका दो बार में लगेगा. पहला टीका लगने के 28 दिनों बाद टीके की दूसरी खुराक दी जाएगी. इसके लिए बाकायदा लाभार्थी को एक वैक्सीन कार्ड दिया जाएगा. पहली डोज देने पर कार्ड पर डोज की तारीख नोट की जाएगी. 28 दिन बाद दूसरी डोज उसी कार्ड पर नोट निर्धारित डेट पर दी जाएगी.
सबसे पहले होगा सत्यापन
कोरोना वायरस वैक्सीनेशन के दौरान सबसे पहले कोविड-19 सेंटर पर पहुंचने वाले लाभार्थियों का सत्यापन किया जाएगा. यह सत्यापन कोविड-19 टीम में मौजूद वैक्सीनेशन ऑफिसर द्वारा किया जाएगा. सत्यापन का कार्य पूरा होने के बाद लाभार्थी को वेटिंग हॉल में भेजा जाएगा, जहां पर लाभार्थी अपनी बारी का इंतजार करेंगे. लाभार्थी के पहचान पत्र व अन्य दस्तावेजों की जांच की जाएगी. दस्तावेजों की जांच के बाद लाभार्थी को टीका लगवाने के लिए वैक्सीनेशन एरिया में भेजा जाएगा.
वैक्सीनेशन एरिया में पहुंचने के बाद लाभार्थी के दस्तावेजों की जांच की जाएगी. इसके बाद यह सुनिश्चित किया जाएगा कि लाभार्थी वैक्सीनेशन के लिए पूरी तरह से फिट है या नहीं. उसके बाद ही वैक्सीनेशन की पहली डोज दी जाएगी. डोज देने के तुरंत बाद कोविड-19 वैक्सीनेशन को लेकर बनाए गए पोर्टल पर लाभार्थी का डाटा अपडेट किया जाएगा.
ऑब्जरवेशन रूम में 30 मिनट तक रुकना होगा
वैक्सीनेशन के बाद लाभार्थी को ऑब्जर्वेशन रूम में भेजा जाएगा. ऑब्जर्वेशन रूम में लाभार्थी को आधे घंटे तक रखा जाएगा और यह देखा जाएगा कि उसके शरीर पर वैक्सीन का कोई साइड इफेक्ट तो नहीं पड़ रहा. वैक्सीनेशन के बाद अगर कोई साइड इफेक्ट पड़ेगा, तो तत्काल उसे चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी. इसके लिए अस्पताल में अलग से व्यवस्था की गई है.