लखनऊः प्रदेश में कोविड टेस्टिंग क्षमता बढ़ाने के लिए चिकित्सा शिक्षा विभाग ने बड़ी पहल की है. अब मेडिकल कॉलेजों और चिकित्सा संस्थानों में तिगुने से अधिक मरीजों की कोरोना जांच रोजाना होगी. इसके लिए चिकित्सा शिक्षा विभाग प्रदेश के 24 संस्थानों के लिए 28 करोड़ से अधिक की मशीनें खरीदने जा रहा है. इसके साथ ही 558 साइंटिस्ट, लैब टेक्निशियन, डाटा ऑपरेटर और लैब अटेंडेंट की भी नियुक्ति की जा रही है.
इन संस्थानों के लिए खरीदी जाएंगी मशीनें
शिक्षा विभाग ने केजीएमयू, आरएमएल, एसजीपीजीआई, जिम्स नोएडा, रिम्स सैफई, एसएसपीएच ग्रेटर नोएडा, मेरठ मेडिकल कॉलेज, बीआरडी गोरखपुर, प्रयागराज, झांसी, कानपुर, आगरा, आजमगढ़, कन्नौज, अम्बेडकरनगर, बांदा, बदायूं, सहारनपुर, जालौन और स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय अयोध्या, बस्ती, बहराइच, फिरोजाबाद और शाहजहांपुर में RT-PCR जांच के लिए मशीनें खरीदने के साथ अन्य संसाधनों में भी वृद्धि के आदेश दिए हैं.
खरीदे जाएंगे यह सामान और मशीनें
12 करोड़ 45 लाख की 83 आरटीपीसीआर मशीनें, 14 करोड़ की 35 सेमी ऑटोमैटिक एक्सट्रैक्टर और एक करोड़ 61 लाख की 23 बायो सेफ्टी कैबिनेट खरीदी जाएंगीं. इसके अलावा करीब सवा चार करोड़ की लागत से 29 आटो क्लेव, 29 डीप फ्रिजर 80 डिग्री, 29 डीप फ्रीजर 20 डिग्री और 29 फ्रीज भी खरीदे जाएंगे. इसके साथ ही मैनपावर भी बढ़ाया जा रहा है. जिन पर हर महीने 52 लाख से अधिक मानदेय के रूप में खर्च होगा.
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इन संस्थानों में बढ़ेगा जांच का दायरा
केजीएमयू, आरएमएल, एसजीपीजीआई, जिम्स नोएडा और मेरठ मेडिकल कॉलेज में रोजाना 12,000 जांच होनी है. रिम्स सैफई, एसएसपीएच ग्रेटर नोएडा, बीआरडी गोरखपुर, मेडिकल कॉलेज प्रयागराज, झांसी, कानपुर, आगरा में रोजाना 8000 जांच होनी है. इसके अलावा मेडिकल कॉलेज आजमगढ़, कन्नौज, अम्बेडकरनगर, बांदा, बदायूं, सहारनपुर, जालौन और स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय अयोध्या, बस्ती, बहराइच, फिरोजाबाद और शाहजहांपुर में रोजाना 4000 सैंपल जांच करने का लक्ष्य है.