लखनऊ: कोरोना प्रभारी अधिकारी डॉ. रोशन जैकब ने गुरुवार को कोविड कमांड सेंटर और स्वास्थ्य अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि जो रोगी अति गंभीर नहीं है, उन्हें होम आइसोलेटेड करने के बजाय एल-वन और एल-टू अस्पताल आवंटित किया जाना चाहिए. इससे उनकी ऑक्सीजन संबंधित जरूरतें भी पूरी हो सकेंगी.
प्रत्येक पॉजिटिव मरीज की खबर रखना जिम्मेदारी
डॉ. जैकब ने स्वास्थ्य अधिकारियों से कहा कि जिन कोविड पॉजिटिव व्यक्तियों को होम आइसोलेटेड किया जा रहा है, उनके घर पर आईटी टीम के जरिए संपर्क रखा जाए. साथ ही उन्हें दवा किट पहुंचाना व दवा वितरण करना यह टीम की जिम्मेदारी है. प्रत्येक ब्लॉक में डॉक्टर्स चिह्नित किए गए हैं, मरीजों को संबंधित ब्लॉक के डॉक्टर्स से ही आवश्यक परामर्श लेना होगा.
जनता को दिलाएं रिक्त बेड का लाभ
प्रभारी अधिकारी ने कहा कि जिस भी कोरोना मरीज का इलाज अस्पताल में होना है, उन्हें बेड आवंटित किया जाना चाहिए. 11 और 12 अस्पतालों में खाली बेड का लाभ जनता को मिल सके, इसके लिए भी कोविड-19 सेंटर को संदर्भित किया जाना चाहिए. जिससे घर पर ऑक्सीजन सिलेंडर्स रखने जैसी परिस्थिति से लोग बच सकें.